आरती

गायत्री माता की आरती PDF फाइल व इमेज सहित डाउनलोड करें

आज हम गायत्री आरती (Gayatri Aarti) का पाठ करेंगे। हम सभी जब स्कूल में पढ़ते थे तब अवश्य ही हम सभी ने गायत्री मंत्र का जाप किया होगा। यहाँ तक कि हर पूजा पाठ से पहले भी गायत्री मंत्र का जाप किया जाता है और यह हम सभी को याद भी होता है। गायत्री माता को भगवान ब्रह्मा की पत्नी माना गया है जो हमें सभी प्रकार की सिद्धियाँ देने वाली होती हैं।

साथ ही गायत्री माता को सरस्वती माता की तरह ही ज्ञान व बुद्धि की देवी भी माना गया है। यहीं कारण है कि आज के इस लेख में हम आपको गायत्री आरती तो देंगे ही बल्कि साथ ही गायत्री माता की आरती PDF (Gayatri Aarti PDF) फाइल और उसकी इमेज भी देंगे। इसे आप आगे कभी पढ़ने के लिए आने मोबाइल में सेव करके रख सकते हैं। आइए सबसे पहले करते है गायत्री आरती का पाठ।

Gayatri Aarti | गायत्री आरती

जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता।
सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता

जयति जय गायत्री माता…

आदि शक्ति तुम अलख निरञ्जन, जग पालन कर्त्री।
दुःख, शोक, भय, क्लेश, कलह, दारिद्रय, दैन्य हर्त्री

जयति जय गायत्री माता…

ब्रह्म रुपिणी, प्रणत पालिनी, जगतधातृ अम्बे।
भवभयहारी, जनहितकारी, सुखदा जगदम्बे

जयति जय गायत्री माता…

भय हारिणि, भव तारिणि अनघे, अज आनन्द राशी।
अविकारी, अघहरी, अविचलित, अमले, अविनाशी

जयति जय गायत्री माता…

कामधेनु, सत्, चित् आनन्दा, जय गंगा गीता।
सविता की शाश्वती शक्ति, तुम सावित्री सीता

जयति जय गायत्री माता…

ऋग्, यजु, साम, अथर्व, प्राणयिनी प्रणव महामहिमे।
कुण्डलिनी सहस्त्रार सुषुम्ना शोभा गुण गरिमे

जयति जय गायत्री माता…

स्वाहा, स्वधा, शची, ब्रह्माणी, राधा, रुद्राणी।
जय सतरुपा, वाणी, विद्या, कमला, कल्याणी

जयति जय गायत्री माता…

जननी हम हैं दीन-हीन दुःख-दारिद्र के घेरे।
यद्यपि कुटिल, कपटी, कपूत, तऊ बालक है तेरे

जयति जय गायत्री माता…

स्नेह सनी करुणामयी माता, चरण शरण दीजै।
बिलख रहे हम शिशु सुत तेरे, दया दृष्टि कीजै

जयति जय गायत्री माता…

काम, क्रोध, मद, लोभ, दम्भ, दुर्भाव, द्वेष हरिये।
शुद्ध बुद्धि, निष्पाप हृदय, मन को पवित्र करिये

जयति जय गायत्री माता…

तुम समर्थ सब भाँति तारिणी तुष्टि-पुष्टि त्राता।
सत्यमार्ग पर हमें चलाओ जो है सुखदाता

जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता।
सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता

जयति जय गायत्री माता…

गायत्री आरती इमेज

यह रही गायत्री आरती की इमेज:

गायत्री आरती (Gayatri Aarti)

यदि आप मोबाइल में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर क्लिक करके रखिए। उसके बाद आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा। वहीं यदि आप लैपटॉप या कंप्यूटर में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर राईट क्लिक करें। इससे आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।

गायत्री माता की आरती PDF | Gayatri Aarti PDF

अब हम Gayatri Aarti PDF फाइल भी आपके साथ साझा कर देते हैं

यह रहा उसका लिंक: गायत्री माता की आरती PDF

ऊपर आपको लाल रंग में गायत्री माता की आरती PDF फाइल का लिंक दिख रहा होगा। आपको बस उस पर क्लिक करना है और उसके बाद आपके मोबाइल या लैपटॉप में पीडीएफ फाइल खुल जाएगी। फिर आपके सिस्टम में इनस्टॉल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर के हिसाब से डाउनलोड करने का विकल्प भी ऊपर ही मिल जाएगा।

निष्कर्ष

आज के इस लेख के माध्यम से आपने गायत्री आरती (Gayatri Aarti) पढ़ ली हैं। यदि आपको गायत्री माता की आरती PDF फाइल या इमेज डाउनलोड करने में किसी तरह की समस्या आती है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट कर सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

गायत्री आरती से संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न: मां गायत्री का दिन कौन सा है?

उत्तर: वैसे तो किसी भी दिन गायत्री माता की पूजा की जा सकती है लेकिन शुक्रवार के दिन को गायत्री माता के प्रमुख दिनों में माना जाता है।

प्रश्न: सुबह सुबह गायत्री मंत्र सुनने से क्या होता है?

उत्तर: यदि हम सुबह के समय गायत्री मंत्र को सुनते हैं या उसका जाप करते हैं तो इससे हमारे अंदर एक नयी चेतना जागृत होती है जो हमें दिनभर सकारात्मक कार्य करने की ऊर्जा देती है।

प्रश्न: गायत्री मंत्र में कितनी शक्ति है?

उत्तर: गायत्री मंत्र में कुल चौबीस अक्षर होते हैं और इसके हरेक अक्षर का संबंध एक देवता से है जो इसकी शक्ति का परिसूचक है।

प्रश्न: क्या हम रात में गायत्री मंत्र सुन सकते हैं?

उत्तर: रात के समय गायत्री मंत्र को पढ़ना या सुनना सही नहीं माना जाता है किन्तु आप उस समय मन ही मन गायत्री मंत्र का जाप कर सकते हैं।

नोट: यदि आप वैदिक ज्ञान 🔱, धार्मिक कथाएं 🕉️, मंदिर व ऐतिहासिक स्थल 🛕, भारतीय इतिहास, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य 🧠, योग व प्राणायाम 🧘‍♂️, घरेलू नुस्खे 🥥, धर्म समाचार 📰, शिक्षा व सुविचार 👣, पर्व व उत्सव 🪔, राशिफल 🌌 तथा सनातन धर्म की अन्य धर्म शाखाएं ☸️ (जैन, बौद्ध व सिख) इत्यादि विषयों के बारे में प्रतिदिन कुछ ना कुछ जानना चाहते हैं तो आपको धर्मयात्रा संस्था के विभिन्न सोशल मीडिया खातों से जुड़ना चाहिए। उनके लिंक हैं:

अन्य संबंधित लेख:

कृष्णा

सनातन धर्म व भारतवर्ष के हर पहलू के बारे में हर माध्यम से जानकारी जुटाकर उसको संपूर्ण व सत्य रूप से आप लोगों तक पहुँचाना मेरा उद्देश्य है। यदि किसी भी विषय में मुझसे किसी भी प्रकार की कोई त्रुटी हो तो कृपया इस लेख के नीचे टिप्पणी कर मुझे अवगत करें।

Recent Posts

संतोषी मां चालीसा हिंदी में – अर्थ, महत्व व लाभ सहित

आज के इस लेख में आपको संतोषी चालीसा (Santoshi Chalisa) पढ़ने को मिलेगी। सनातन धर्म…

8 hours ago

वैष्णो देवी आरती हिंदी में – अर्थ, महत्व व लाभ सहित

आज हम आपके साथ वैष्णो देवी की आरती (Vaishno Devi Ki Aarti) का पाठ करेंगे।…

9 hours ago

तुलसी जी की आरती हिंदी में अर्थ सहित – महत्व व लाभ भी

आज के इस लेख में आपको तुलसी आरती (Tulsi Aarti) हिंदी में अर्थ सहित पढ़ने…

10 hours ago

तुलसी चालीसा अर्थ सहित – महत्व व लाभ भी

आज हम तुलसी चालीसा (Tulsi Chalisa Lyrics) का पाठ करेंगे। हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे…

11 hours ago

महाकाली जी की आरती – अर्थ, महत्व व लाभ सहित

आज हम आपके साथ महाकाली माता की आरती (Mahakali Mata Ki Aarti) का पाठ करेंगे। जब…

2 days ago

महाकाली चालीसा इन हिंदी PDF फाइल व इमेज सहित डाउनलोड करें

आज हम आपके साथ श्री महाकाली चालीसा (Mahakali Chalisa Lyrics) का पाठ करेंगे। जब भी…

2 days ago

This website uses cookies.