सनातन धर्म में पीपल के वृक्ष को पूजनीय माना गया है। इसका कारण पीपल के पत्ते के फायदे (Pipal Ke Patte Ke Fayde) और उनसे होने वाली तरह-तरह की बीमारियों के उपचार हैं। इतना ही नहीं, पीपल के पेड़ में पितरों व भगवान श्रीकृष्ण का वास माना जाता है। ऐसे में पीपल के पेड़ की पूजा करने के साथ-साथ आपके लिए यह जानना भी उतना ही जरुरी हो जाता है कि पीपल के फायदे (Pipal Ke Fayde) क्या कुछ होते हैं।
आयुर्वेद में भी पीपल के वृक्ष को अति-उपयोगी बताया गया है। पीपल के पत्तों, तने, जड़ इत्यादि का प्रयोग कई तरह की जड़ी-बूटियों, दवाइयों, नुस्खों इत्यादि में किया जाता है। इससे हमें कई तरह के स्वास्थ्य लाभ व गंभीर बीमारियों से मुक्ति मिलती है। आज हम आपको पीपल के पेड़ के फायदे (Pipal Ke Ped Ke Fayde) व उनसे मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में विस्तार से बताएँगे।
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पीपल के पेड़ में जो चीज़ सबसे ज्यादा लाभदायक होती है वह होते हैं इसके पत्ते। वैसे तो पीपल की हरेक चीज़ हमें किसी ना किसी रूप में लाभ पहुँचाती है लेकिन पीपल के पत्तों में जादुई शक्तियां होती है। यह आपकी आँखों से लेकर पैरों तक हरेक अंग के सुचारू रूप से काम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ऐसे में आज हम आपके साथ पीपल के पत्ते के फायदे (Peepal Ke Patte Ke Fayde) तो सांझा करने जा ही रहे हैं किन्तु उसी के साथ-साथ आप इसका किस-किस रूप में और कैसे लाभ उठा सकते हैं, वह भी बताएँगे।
यदि आपको आँखों में दर्द या जलन की समस्या रहती है तो उसमे पीपल के पत्तों का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए पीपल के पत्ते में से निकलने वाले दूधिया पदार्थ को निकाल कर अलग कर लीजिए। फिर उस पदार्थ को आँखों पर लगाइए। ध्यान रहे, इसे आँखों के अंदर नही लगाना है बल्कि आँखों के ऊपर से लगाना है।
इसके अलावा, आप पीपल के कुछ पत्तों को दूध में उबाल कर, फिर उस दूध को पीने का नियम बनाएं। दोनों में से किसी एक को भी करने पर कुछ ही दिनों में आपको आँखों के दर्द या जलन की समस्या से आराम प्राप्त होगा।
मौसम के अनुसार नाक से संबंधित कई तरह की समस्याएं हमे परेशान करती हैं जैसे कि गर्मियों में नकसीर तो सर्दियों में जुकाम का हो जाना। ऐसे में पीपल का उपयोग इसमें भी किया जा सकता है।
कुछ लोगों को गर्मियों में नकसीर आने या नाक से रक्त बहने की समस्या होती है। मुख्यतया छोटे बच्चों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। नकसीर आने पर घबराये नहीं बल्कि इसके लिए पीपल के पत्तों के रस की कुछ बूंदें उसी समय नाक में डाल दें। नाक से खून बहना स्वतः बंद हो जाएगा।
यदि उस समय आपके पास पीपल के पत्तों का रस नही है तो कुछ पीपल के पत्ते लें और उन्हें अच्छे से मसल लें। अब नाक से उसे लगातार सूंघें। ऐसा करने से भी नकसीर की समस्या से आराम मिलेगा।
सर्दियों में जुकाम हो जाना आम बात है। इसके लिए माताएं हमे काढ़ा बनाकर पिलाती हैं। तो अगली बार काढ़ा बनाने से पहले उसमे एक चीज़ और मिला लेंगे तो उस काढ़े का उत्तम प्रभाव देखने को मिलेगा। इसके लिए सबसे पहले पीपल के पत्तों को सुखा लें और फिर काढ़ा बनाते समय इन सूखे पीपल के पत्तों को भी उसमे मिला लें। इससे जुकाम के जल्दी ठीक होने में बहुत सहायता मिलेगी।
बाज़ार में दांतों को मजबूत रखने और उन्हें अच्छे से साफ करने के लिए कई तरह के उत्पाद आते हैं लेकिन जो बात घरेलू उत्पादों में है वह बाजारी उत्पादों में नही हो सकती। वैसे तो नीम की डाली दांतों के लिए वरदान है लेकिन पीपल भी नीम से कम नही।
इसलिए आप कभी नीम तो कभी पीपल की दातुन किया कीजिए। इससे आपको दोनों वृक्षों के लाभ प्राप्त होंगे। पीपल की दातुन करने से दांत मजबूत बनते हैं व साथ ही उसके आसपास फैले कीटाणु व जीवाणु समाप्त करने में भी सहायता मिलती है। पीपल के पत्ते के फायदे (Pipal Ke Patte Ke Fayde) में यह फायदा सर्वप्रसिद्ध है और आज भी लोग इसकी दातुन करते हैं।
त्वचा में निखार लाने या उससे संबंधित रोगों को ठीक करने में पीपल का पेड़ उपयोगी सिद्ध हुआ है। इसे आप दोनों तरह से उपयोग में ला सकते हैं।
इसके लिए आप पीपल के पत्तों का लेप बना लें और उसमे गुलाब जल मिला लें। अब उस लेप को चेहरे पर लगाकर कुछ देर रखें और सूखने पर धो लें। ऐसा सप्ताह में दो बार करें। इससे त्वचा पर जमी अनावश्यक गंदगी बाहर निकलेगी व चेहरे पर रंगत आएगी, वो अलग।
शरीर पर दाद, खुजली या एलर्जी इत्यादि की समस्या है तो नियमित रूप से पीपल के पत्ते खाने या उनका काढ़ा पीने से इस समस्या से आराम मिलता है।
इसके लिए पीपल की छाल को घिसकर उसे फोड़े-फुंसियों पर लगाएं। 2-3 दिन में ही यह ठीक हो जाएंगे।
यदि आप लंबे समय तक अपने हृदय को स्वस्थ रखना चाहते हैं व दिल की बीमारियों से दूर रहना चाहते हैं तो पीपल के पत्तों का पानी पीने की आदत डालें। इसके लिए आप रात को सोने से पहले पीपल के पत्तों को पानी में भिगो कर रख दें। सुबह इस पानी को छान कर दिन में थोड़ा-थोड़ा पीने की आदत डालेंगे तो दिल की कई अनकही बीमारियों से अपने आप छुटकारा मिलेगा।
आज हृदयाघात की समस्या बहुत आम हो गयी है और इससे बचने के लिए यह एक रामबाण उपाय ही कहा जाएगा। पीपल के पत्ते के फायदे (Peepal Ke Patte Ke Fayde) तो बहुत हैं लेकिन हृदय की समस्याओं को दूर करने के कारण यह बहुत ही उपयोगी हो जाता है।
पेट की कई तरह की समस्याएं जैसे कि कब्ज, गैस बनना, दस्त, पेट दर्द, अपच इत्यादि हमे परेशान करती है। इसके लिए भी पीपल का उपयोग किया जा सकता है। यदि आप सुबह-शाम दो-दो चम्मच पीपल के पत्ते का रस पीने का नियम बनाएंगे तो पेट साफ रहेगा व इनमे से किसी भी तरह की समस्या नही होगी।
कई लोग खाना खाने के बाद नियमित रूप से गुड़ के साथ सौंफ का सेवन करते हैं ताकि खाना सही से पच जाए व पेट की समस्याएँ ना हो। अब से आप इन दोनों के साथ पीपल के पत्तों का चूर्ण या पाउडर भी लिया करेंगे तो ज्यादा लाभ मिलेगा।
सर्दियों में जो एक और मुख्य समस्या ज्यादातर लोगों को परेशान करती है वह है फटी एड़ियाँ। इसके लिए आप पीपल के पत्तों से दूध या तरल पदार्थ निकाल लें। उस दूधिया पदार्थ को फटी एड़ियों पर नियमित रूप से लगाने से फटी एड़ियाँ कुछ ही दिनों में सही हो जाएँगी और साथ ही तालू भी नरम होंगे।
इस तरह से आपने एक नहीं बल्कि 7 मुख्य फायदे जान लिए हैं जो आपको पीपल के पत्तों से देखने को मिलते हैं। हालाँकि पीपल के पत्ते के फायदे (Pipal Ke Patte Ke Fayde) बस यह 7 नहीं बल्कि और भी बहुत होते हैं किन्तु हमने मुख्य फायदों को आपके सामने रख दिया है। अब हम पीपल के अन्य भागों से और क्या कुछ फायदे हो सकते हैं, उनके बारे में भी जान लेते हैं।
जिस प्रकार पीपल के पत्ते इतने उपयोगी होते हैं, ठीक उसी तरह पीपल की छाल भी बहुत लाभदयक होती है। इसकी छाल से आप अपने मुहं की दुर्गंध की समस्या को दूर कर सकते हैं तो वहीं इसका जूस पीने से आपके गले की कई समस्याओं का हल हो जाएगा।
अब वैसे तो इसकी छाल के भी कई लाभ देखने को मिलते हैं लेकिन उनमें से कुछ प्रमुख लाभ हैं जो आपको जानने चाहिए। ऐसे में पीपल की छाल के फायदे (Peepal Ki Chhal Ke Fayde) में तीन प्रमुख फायदे हम आपके सामने रखने जा रहे हैं।
कई लोगों को मुहं से दुर्गंध आने की समस्या होती है। इसके लिए भी पीपल के वृक्ष का एक उपाय है। आप पीपल और बरगद के पेड़ की छाल को समान मात्रा में लेकर उसे पानी में अच्छे से उबाल लें। अब इस पानी को छानकर प्रतिदिन सुबह के समय कुल्ला करने की आदत डालें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से मुहं की दुर्गंध समाप्त हो जाएगी।
गले की जो बीमारी सर्दियों में सभी को परेशान करती है वह है कफ का जमना। साथ ही कुछ लोगों को गले में खराश या दर्द की भी समस्या रहती है। ऐसे लोगों को पीपल का जूस हर दो दिन के अंतराल पर पीने की आदत अपनानी चाहिए। ऐसा करने से गले की सभी तरह की समस्याओं से आराम मिलेगा।
इसके अलावा, आप पीपल की छाल को अच्छे से घिस लें और उसे शुद्ध जल या गुलाब जल के साथ मिला लें। अब इस मिश्रण को गले पर लेप की तरह लगा लें। इससे भी गले में दर्द की समस्या से आराम मिलेगा।
यदि आपको बार-बार पेशाब आने की समस्या रहती है तो इसके लिए भी पीपल को प्रयोग में लाया जा सकता है। इसके लिए पीपल की छाल का काढ़ा बनाकर पिएं। इससे कुछ ही दिनों में इस समस्या से छुटकारा मिलेगा। ध्यान रखें, यदि आप दिन में ज्यादा पानी पीते हैं तो बार-बार पेशाब आना सामान्य प्रक्रिया है।
शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए पीपल के चूर्ण का रात को सोने से पहले दूध के साथ सेवन करने से इस समस्या के निवारण में लाभ मिलता है।
इस तरह से पीपल की छाल के फायदे (Pipal Ki Chhal Ke Fayde) आपने जान लिए हैं। अब बारी आती है पीपल के पेड़ के द्वारा किन-किन गंभीर बीमारियों का उपचार किया जा सकता है। आइये उन पर भी एक नज़र डाल लेते हैं।
पीपल के पेड़ की छाल, जड़, तना, पत्ते इत्यादि हमारे शरीर के हर अंग के लिए कई तरह से उपयोगी माने गए हैं। बस हमे इसका किस चीज़ में किस तरह से उपयोग करना है यह पता होना चाहिए। साथ ही इसका उपयोग कई तरह की गंभीर बीमारियों के उपचार व उनकी रोकथाम में भी किया जा सकता है।
अभी तक तो हमने जाना कि कैसे हम शरीर के विभिन्न अंगों को स्वस्थ रखने और उनसे संबंधित सामान्य समस्याओं में पीपल का उपयोग किस प्रकार कर सकते हैं। अब हम जानेंगे पीपल के पेड़ के फायदे (Peepal Ke Ped Ke Fayde) जो कई तरह की गंभीर या फिर सामान्य दिखने वाली लेकिन लंबे समय तक चलने वाली बीमारियों में देखने को मिलता है।
क्या आपको पता है कि अन्य वृक्ष रात में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करते हैं जबकि पीपल का पेड़ दिन-रात प्राणवायु ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है। इसलिए दमा या अस्थमा के रोगियों के लिए तो पीपल का वृक्ष जीवनदायक माना गया है।
यदि आपको सांस से संबंधित कोई भी समस्या है तो पीपल के ताजे पत्तों को दूध में उबाल लें। जब उसके औषधीय गुण दूध में अच्छे से मिल जाएं तब इस दूध में आवश्यकतानुसार मिश्री या गुड़ मिला कर नियमित रूप से इसका सेवन करने का नियम बनाएं। इससे दमे की समस्या से आराम मिलेगा।
यदि आपको या आपके किसी जानने वाले को हकलाने की समस्या है तो कई बार यह दूसरों के सामने शर्मिंदगी का कारण बन जाती है। इसके लिए पीपल के चूर्ण में शहद को मिला कर उसकी एक-एक चम्मच का सुबह-शाम नियमित रूप से सेवन करने का नियम बनाएं।
यदि मलेरिया से पीड़ित हैं तो पीपल की जड़ का चूर्ण ले लें या फिर इसके पत्तों को पीस लें। अब इसमें शहद को मिला लें। इस मिश्रण को दिन में दो-तीन बार चाटने से कुछ ही दिनों में मलेरिया की समस्या से आराम मिलेगा।
पीलिया रोग से ग्रस्त रोगियों के लिए भी पीपल लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इसके लिए पीपल के पत्तों को पानी में उबाल कर उसका घोल बना लें। फिर उसमे स्वादानुसार मिश्री मिलाकर दिन में दो गिलास पीने से पीलिया की समस्या से आराम मिलता है।
पीपल में चमत्कारी गुण पाए जाते हैं जो शरीर की ग्लूकोज को कम करने में सहायक होते हैं। यह तेजी से ग्लूकोज को ऊर्जा में परिवर्तित कर शरीर में डायबिटीज का स्तर नियंत्रित रखने में सहायक सिद्ध होते हैं। इसलिए मधुमेह के रोगियों को किसी ना किसी रूप में पीपल का सेवन करते रहना चाहिए।
पेचिश की समस्या एक गंभीर बीमारी है जिसमे खूनी दस्त आते हैं। ऐसे में आप पीपल के ताजा पत्तों के साथ धनिया के पत्तों को मिलाकर उन्हें चबाएं। स्वाद के लिए इसके साथ मिश्री मिलाई जा सकती है। कुछ दिनों तक ऐसा करने से पेचिश की समस्या से आराम मिलेगा।
ऐसे में आपको पीपल के पेड़ के फायदे (Pipal Ke Ped Ke Fayde) तो बहुत जानने को मिल जाएंगे और यह है भी बहुत लाभदायक। फिर भी हमने कुछ चुनिंदा फायदों को आपके सामने रखने का काम किया है जो मुख्य रूप से देखने को मिलते हैं।
अभी तक आपने पीपल के पेड़ से क्या कुछ फायदे हो सकते हैं, उनके बारे में ज्ञान ले लिया है। अब हम आपके साथ पीपल के पेड़ का उपयोग किस-किस तरह के घरेलू उपचार में किया जा सकता है, वह भी बता देते हैं।
दरअसल पीपल के पेड़ में ऐसे चमत्कारिक गुण होते हैं जो आपके शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने के साथ ही कई तरह के घरेलू उपचार में भी बहुत काम आते हैं। इसलिए अब आपको पीपल के फायदे (Peepal Ke Fayde) के तौर पर घरेलू उपचार के बारे में जान लेना चाहिए ताकि आप किसी भी लाभ से वंचित ना रहने पाएं।
यदि आपको किसी विषैले जीव-जंतु ने काट लिया है या सांप ने काट खाया है तो डॉक्टर तक पहुंचे उससे पहले रास्ते में ही एक घरेलू उपचार किया जा सकता है ताकि विष का प्रभाव कम हो सके। इसके लिए व्यक्ति को पीपल का रस देते रहें या उसके पत्ते को चबाने को दें। इससे विष का प्रभाव कम हो जाता है व व्यक्ति विशेष का जीवन बचाया जा सकता है।
पीपल में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो हमारे चित्त को शांत करने और तनाव को दूर करने में सहायक होते हैं। इसलिए नियमित रूप से पीपल का सेवन करने से तनाव से दूर रहने व प्रसन्न रहने में सहायता मिलती है।
आप घर पर भी पीपल का इस्तेमाल कर मंजन बना सकते हैं। इसके लिए पीपल की छाल लें और उसमे कत्था व काली मिर्च मिलाकर पीस लें। इस मिश्रण में थोड़ा पानी भी मिलाया जा सकता है। अब इसे किसी बोतल में भर लें। इस मिश्रण को सुबह के समय मंजन के रूप में इस्तेमाल करने से दांत स्वस्थ रहते हैं।
यदि शरीर पर कहीं भी घाव हो गया है तो पीपल की छाल को पीसकर उसके लेप की उस जगह पर सिकाई करें। इससे घाव के जल्दी सूखने और जख्म ना होने में सहायता मिलती है।
यदि शरीर का कोई भाग आग से झुलस जाता है या उस पर निशान पड़ जाता है तो जलन को मिटाने के लिए पीपल के चूर्ण को उस जगह पर लगा दें।
सुबह के समय पीपल के कुछ पत्तों को दूध के साथ उबाल लें। अब उस दूध को छान कर गर्म-गर्म पिएं। इससे चीज़ों को याद रखने, याददाश्त बढ़ाने व ध्यान केन्द्रित करने में सहायता मिलेगी।
जिन महिलाओं को बच्चा नही हो रहा है या बाँझपन की समस्या है तो वे अपने मासिक धर्म समाप्त होने के पश्चात कुछ दिनों के लिए पीपल के चूर्ण को कच्चे दूध के साथ लेने का नियम बनाएं।
इस तरह से आप पीपल के पेड़ को कई तरह की समस्याओं का निवारण करने में उपयोग में ले सकते हैं। इसका प्रभाव आपको कुछ ही दिनों में देखने को मिल जाएगा जो आपके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है। यही पीपल के फायदे (Pipal Ke Fayde) होते हैं।
आज के इस लेख के माध्यम से आपने पीपल के पेड़ से क्या कुछ फायदे हो सकते हैं, उनके बारे में जान लिया है। पीपल के पेड़ की हर चीज़ मनुष्य के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, फिर चाहे वह उसके पत्ते, फल, जड़, छाल इत्यादि कुछ भी क्यों ना हो। यही कारण है कि पीपल के वृक्ष को हिन्दू धर्म में पूजनीय स्थान दिया गया है।
आशा है कि आपको हमारे द्वारा बताये गए पीपल के पत्ते के फायदे (Pipal Ke Patte Ke Fayde) जानकर बहुत अच्छा लगा होगा और आप इसका संपूर्ण लाभ भी उठाएंगे।
पीपल के पत्ते के फायदों से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: पीपल का पत्ता कैसे खाएं?
उत्तर: पीपल के पत्ते को सीधा खाने की बजाये, आप उसे पानी में उबाल लें।फिर उस पानी को छानकर घुटिया के जैसे पी जाएं। कुछ दिन ऐसा करने से आपके शरीर की सारी गंदगी बाहर निकल जाएगी।
प्रश्न: पीपल का पत्ता कब खाना चाहिए?
उत्तर: पीपल का पत्ता आपके शरीर को कई तरह के पोषक तत्व प्रदान करता है। ऐसे में आप प्रतिदिन सुबह के समय खाली पेट पीपल के पत्ते के रस को पी सकते हैं।
प्रश्न: पीपल का पत्ता और नीम का पत्ता खाने से क्या होता है?
उत्तर: पीपल का पत्ता और नीम का पत्ता खाने से आपके शरीर की सफाई होती है और जीवाणु व विषाणु बाहर निकल जाते हैं। इसी के साथ ही आप कई तरह की बीमारियों से भी छुटकारा पा लेते हैं।
प्रश्न: पीपल के पत्ते के क्या फायदे हैं?
उत्तर: पीपल के पत्ते के एक नहीं बल्कि कई फायदे हैं जो हमने आपको इस लेख में बताये हैं। यह आपके शरीर के हरेक अंग को कुछ ना कुछ फायदा देकर जाता है।
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