आज हम जानेंगे कि छठ पूजा कैसे की जाती है (Chhath Puja Kaise Ki Jaati Hai) और इसके क्या कुछ नियम है। छठ पूजा का व्रत करना बहुत कठिन होता है और इसके नियम भी बहुत कठोर होते है। यदि आप व्रती है तो आपको व्रत करने के साथ-साथ कुछ बातो का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए अन्यथा छठी मैइया नाराज हो सकती है।
इसलिए आपको यह पता होना चाहिए कि छठ पूजा कैसे करते हैं (Chhath Puja Kaise Karte Hain) और इस दौरान किन-किन नियमों का पालन करना होता है। आज हम आपको छठ पूजा के विशेष नियमो से अवगत करवाएंगे ताकि आपसे कोई भूलचूक ना हो। आइए जानते हैं।
छठ पूजा का बिहार व उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए विशेष महत्व है। यह चार दिनों का महापर्व होता है। इस दौरान हर घर में से एक व्रती होता है अर्थात जो छठी मैया के नाम का व्रत रखता है। अब उस व्रती को छठ पूजा के नियमों का कठोरता से पालन करना होता है।
इतना ही नहीं, घर के बाकी सदस्यों को भी छठ के नियमों का पालन करना होता है। ऐसे में आज हम आपको बताएँगे कि छठ पूजा कैसे मनाई जाती है और इस दौरान व्रती और उसके परिवार वालों को किन नियमों का पालन करना होता है।
तो यह थी कुछ मुख्य बाते जिनका एक व्रती को छठ पूजा के समय ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा इन चार दिनों प्रत्येक व्रती को अपना मन शुद्ध रखना चाहिए व किसी भी प्रकार के नकारात्मक या बुरे विचार मन में नही लाने चाहिए। साथ ही इन दिनों किसी के साथ लड़ाई-झगड़ा करने से भी बचना चाहिए व समाज सेवा के कार्य करने चाहिए।
इस तरह से आज आपने जान लिया है कि छठ पूजा कैसे की जाती है (Chhath Puja Kaise Ki Jaati Hai) और उसके क्या कुछ नियम है। यदि अभी भी आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप नीचे कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं।
छठ पूजा के नियम से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: छठ पूजा कैसे मनाई जाती है?
उत्तर: छठ पूजा 4 दिनों तक मनाई जाती है। इस दौरान हर घर में से किसी एक व्यक्ति को छठी मैया के नाम का व्रत रखना होता है और व्रत के नियमों का पालन करना होता है।
प्रश्न: छठ पूजा कैसे मनाते हैं?
उत्तर: छठ पूजा को 4 दिनों तक मनाया जाता है। इसमें पहला दिन नहाय खाय का होता है, फिर अगले तीन दिनों को खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न: छठ पूजा कैसे करें?
उत्तर: छठ पूजा करने के लिए पहले दिन शुद्ध जल से स्नान कर भोजन करना होता है। उसके बाद लगभग डेढ़ दिन का व्रत शुरू हो जाता है और तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को जल दिया जाता है।
प्रश्न: छठ पूजा कैसे होती है?
उत्तर: छठ पूजा की शुरुआत नहाय खाय से हो जाती है। इसके बाद कठिन व्रत शुरू होता है और फिर तीसरे दिन सूर्य देव को प्रणाम कर उनकी पूजा की जाती है।
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