[web_stories title=”false” excerpt=”false” author=”false” date=”false” archive_link=”true” archive_link_label=”सरस्वती माता की आरती” circle_size=”150″ sharp_corners=”false” image_alignment=”left” number_of_columns=”1″ number_of_stories=”5″ order=”DESC” orderby=”post_title” view=”circles” /]
आज हम आपके साथ सरस्वती माता की आरती (Saraswati Mata Ki Aarti) का पाठ करेंगे। माँ सरस्वती को संगीत व विद्या की देवी माना गया है। यदि मनुष्य के पास शिक्षा या बुद्धि का ही अभाव होगा तो वह कभी भी प्रगति नहीं कर सकता है। यही कारण है कि हर छात्र के द्वारा मुख्यतया माँ सरस्वती की पूजा की जाती है। यहाँ तक कि हम शिक्षा से जुड़ी हरेक वस्तु को माँ सरस्वती का ही रूप मानते हैं।
ऐसे में यदि हम प्रतिदिन सरस्वती माता आरती (Saraswati Mata Aarti) का पाठ करेंगे तो यह बहुत ही शुभकारी होता है। इसी के साथ ही हम आपको सरस्वती माता की आरती इमेज भी देंगे। इस इमेज को आप अपने मोबाइल में सेव करके रख सकते हैं और जब चाहे सरस्वती आरती का पाठ कर सकते हैं। आइए सबसे पहले पढ़ते हैं सरस्वती माता की आरती।
आरती करूं सरस्वती मातु, हमारी हो भव भय हारी हो।
हंस वाहन पद्मासन तेरा, शुभ वस्त्र अनुपम है तेरा।
रावण का मन कैसे फेरा, वर मांगत मन गया सबेरा।
यह सब कृपा तिहारी, उपकारी हो मातु हमारी हो।
तमोज्ञान नाशक तुम रवि हो, हम अंबुजन विकास करती हो।
मंगल भवन मातु सरस्वती हो, बहुमूकन बाचाल करती हो।
विद्या देने वाली वीणा, धारी हो मातु हमारी।
तुम्हारी कृपा गणनायक, लायक विष्णु भये जग के पालक।
अम्बा कहायी सृष्टि ही कारण, भये शम्भु संसार ही घालक।
बन्दों आदि भवानी जग, सुखकारी हो मातु हमारी।
सद्बुद्धि विद्याबल मोही दीजै, तुम अज्ञान हटा रख लीजै।
जन्मभूमि हित अर्पण कीजै, कर्मवीर भस्महिं कर दीजै।
ऐसी विनय हमारी भवभय, हरी, मातु हमारी हो।
आरती करूं सरस्वती मातु॥
यह रही सरस्वती माता की आरती की इमेज:
यदि आप मोबाइल में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर क्लिक करके रखिए। उसके बाद आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा। वहीं यदि आप लैपटॉप या कंप्यूटर में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर राईट क्लिक करें। इससे आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।
सरस्वती माता की आरती को पढ़ कर आपको माँ सरस्वती की महत्ता तथा गुणों का ज्ञान हो गया होगा। इसी के साथ ही आपको यह भी पता चल गया होगा कि इस सृष्टि में माँ सरस्वती की आवश्यकता क्यों है और क्यों उनके बिना सब कुछ अधूरा रहेगा।
तो कुछ ऐसी बातों को प्रकट करने, माँ सरस्वती का महत्व बताने, उनके गुणों का वर्णन करने तथा उनकी उपयोगिता सिद्ध करने के उद्देश्य से ही सरस्वती माता आरती (Saraswati Mata Aarti) को लिखा गया है। यही सरस्वती माता की आरती का महत्व होता है जो हम सभी ने जाना है। यदि हम इस विश्व में धर्म को बनाये रखना चाहते हैं और मानव कल्याण के कार्य करना चाहते हैं तो उसे करने की शक्ति व बुद्धि हमें माँ सरस्वती के द्वारा ही प्रदान की जाएगी।
विद्यार्थी जीवन में माँ सरस्वती का महत्व बहुत होता है। इसी कारण हर विद्यालय में माँ सरस्वती की मूर्ति या चित्र लगाया जाता है जिनके सामने सभी शिक्षक, गुरु व विद्यार्थी नमन करते हैं। घर पर भी जो बच्चे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं या जिनका व्यापार या कार्य शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, वे भी सरस्वती माता की पूजा करते हैं। तो इसके पीछे का विज्ञान यह है कि हमें शिक्षा को माँ के समान ही दर्जा देना चाहिए और उसका सम्मान करना चाहिए।
यदि आप नित्य रूप से सरस्वती माता की आरती का पाठ करते हैं और माता रानी का ध्यान करते हैं तो अवश्य ही आपकी बुद्धि का विकास होता है और आप चीज़ों को नए व रचनात्मक तरीकों से सोच पाते हैं। यदि आपके जीवन में कोई कठिनाई है और उसका हल नहीं निकल पा रहा है तो वह भी सरस्वती माता की कृपा से निकल जाता है। कुल मिलाकर सरस्वती माता आरती के पाठ से आपके दिमाग का विकास होता है और आप चीज़ों को जल्दी याद करने और उन्हें पूर्ण करने में सक्षम हो जाते हैं।
आज के इस लेख के माध्यम से आपने सरस्वती माता की आरती (Saraswati Mata Ki Aarti) महत्व व लाभ सहित पढ़ ली है। यदि आपको सरस्वती माता की आरती इमेज डाउनलोड करने में किसी तरह की समस्या आती है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट कर सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।
नोट: यदि आप वैदिक ज्ञान 🔱, धार्मिक कथाएं 🕉️, मंदिर व ऐतिहासिक स्थल 🛕, भारतीय इतिहास, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य 🧠, योग व प्राणायाम 🧘♂️, घरेलू नुस्खे 🥥, धर्म समाचार 📰, शिक्षा व सुविचार 👣, पर्व व उत्सव 🪔, राशिफल 🌌 तथा सनातन धर्म की अन्य धर्म शाखाएं ☸️ (जैन, बौद्ध व सिख) इत्यादि विषयों के बारे में प्रतिदिन कुछ ना कुछ जानना चाहते हैं तो आपको धर्मयात्रा संस्था के विभिन्न सोशल मीडिया खातों से जुड़ना चाहिए। उनके लिंक हैं:
अन्य संबंधित लेख:
[web_stories title="false" excerpt="false" author="false" date="false" archive_link="true" archive_link_label="महाकाली माता की आरती" circle_size="150" sharp_corners="false" image_alignment="left" number_of_columns="1" number_of_stories="5"…
[web_stories title="false" excerpt="false" author="false" date="false" archive_link="true" archive_link_label="महाकाली चालीसा इन हिंदी PDF" circle_size="150" sharp_corners="false" image_alignment="left" number_of_columns="1"…
[web_stories title="false" excerpt="false" author="false" date="false" archive_link="true" archive_link_label="अंबे तू है जगदंबे काली आरती लिखी हुई" circle_size="150"…
[web_stories title="false" excerpt="false" author="false" date="false" archive_link="true" archive_link_label="अंबे तू है जगदंबे काली आरती" circle_size="150" sharp_corners="false" image_alignment="left"…
[web_stories title="false" excerpt="false" author="false" date="false" archive_link="true" archive_link_label="मां काली चालीसा" circle_size="150" sharp_corners="false" image_alignment="left" number_of_columns="1" number_of_stories="5" order="DESC"…
[web_stories title="false" excerpt="false" author="false" date="false" archive_link="true" archive_link_label="काली चालीसा लिखी हुई" circle_size="150" sharp_corners="false" image_alignment="left" number_of_columns="1" number_of_stories="5"…
This website uses cookies.