आज हम श्री राम चालीसा (Shri Ram Chalisa) का पाठ करने जा रहे हैं। भगवान श्रीराम हर भारतवासी के हृदय में बसते हैं। ऐसे में राम चालीसा का पाठ करने से आत्मा को शांति मिलती है। श्रीराम का नाम मात्र लेने से ही मनुष्य की आत्मा तृप्त हो जाती है, ऐसे में उन श्रीराम जी की चालीसा हमारे हृदय को कितनी शांति पहुंचाएगी।
इस लेख में आपको संपूर्ण राम चालीसा (Ram Chalisa) पढ़ने को मिलेगी। इतना ही नहीं, यहाँ हम आपको श्री राम चालीसा PDF फाइल और इमेज भी देंगे। इसे आप अपने मोबाइल या लैपटॉप में सेव करके रख सकते हैं। आइए सबसे पहले पढ़ते हैं श्रीराम चालीसा।
॥ चौपाई ॥
श्री रघुवीर भक्त हितकारी, सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी।
निशि दिन ध्यान धरै जो कोई, ता सम भक्त और नहिं होई।
ध्यान धरे शिवजी मन माहीं, ब्रह्मा इन्द्र पार नहिं पाहीं।
जय जय जय रघुनाथ कृपाला, सदा करो सन्तन प्रतिपाला।
दूत तुम्हार वीर हनुमाना, जासु प्रभाव तिहूँ पुर जाना।
तव भुज दण्ड प्रचण्ड कृपाला, रावण मारि सुरन प्रतिपाला।
तुम अनाथ के नाथ गोसाईं, दीनन के हो सदा सहाई।
ब्रह्मादिक तव पार न पावैं, सदा ईश तुम्हरो यश गावैं।
चारिउ वेद भरत हैं साखी, तुम भक्तन की लज्जा राखी।
गुण गावत शारद मन माहीं, सुरपति ताको पार न पाहीं।
नाम तुम्हार लेत जो कोई, ता सम धन्य और नहिं होई।
राम नाम है अपरम्पारा, चारिउ वेदन जाहि पुकारा।
गणपति नाम तुम्हारो लीन्हों, तिनको प्रथम पूज्य तुम कीन्हों।
शेष रटत नित नाम तुम्हारा, महि को भार शीश पर धारा।
फूल समान रहत सो भारा, पावत कोउ न तुम्हरो पारा।
भरत नाम तुम्हरो उर धारो, तासों कबहुं न रण में हारो।
नाम शत्रुहन हृदय प्रकाशा, सुमिरत होत शत्रु कर नाशा।
लषन तुम्हारे आज्ञाकारी, सदा करत सन्तन रखवारी।
ताते रण जीते नहिं कोई, युद्ध जुरे यमहूँ किन होई।
महालक्ष्मी धर अवतारा, सब विधि करत पाप को छारा।
सीता राम पुनीता गायो, भुवनेश्वरी प्रभाव दिखायो।
घट सों प्रकट भई सो आई, जाको देखत चन्द्र लजाई।
सो तुमरे नित पाँव पलोटत, नवों निद्धि चरणन में लोटत।
सिद्धि अठारह मंगलकारी, सो तुम पर जावै बलिहारी।
औरहु जो अनेक प्रभुताई, सो सीतापति तुमहिं बनाई।
इच्छा ते कोटिन संसारा, रचत न लागत पल की वारा।
जो तुम्हरे चरणन चित लावै, ताको मुक्ति अवसि हो जावै।
जय जय जय प्रभु ज्योति स्वरूपा, निर्गुण ब्रह्म अखण्ड अनूपा।
सत्य सत्य सत्यव्रत स्वामी, सत्य सनातन अंतर्यामी।
सत्य भजन तुम्हरो जो गावै, सो निश्चय चारों फल पावै।
सत्य शपथ गौरीपति कीन्हीं, तुमने भक्तिहिं सब सिद्धि दीन्हीं।
सुनहु राम तुम तात हमारे, तुमहिं भरत कुल- पूज्य प्रचारे।
तुमहिं देव कुल देव हमारे, तुम गुरु देव प्राण के प्यारे।
जो कुछ हो सो तुमहिं राजा, जय जय जय प्रभु राखो लाजा।
रामा आत्मा पोषण हारे, जय जय जय दशरथ के दुलारे।
ज्ञान हृदय दो ज्ञान स्वरूपा, नमो नमो जय जगपति भूपा।
धन्य धन्य तुम धन्य प्रतापा, नाम तुम्हार हरत संतापा।
सत्य शुद्ध देवन मुख गाया, बजी दुन्दुभी शंख बजाया।
सत्य सत्य तुम सत्य सनातन, तुमहिं हो हमरे तन मन धन।
याको पाठ करे जो कोई, ज्ञान प्रकट ताके उर होई।
॥ चौपाई समाप्त ॥
श्री राम चालीसा में अत्यधिक जोड़ा गया भाग:
आवागमन मिटै तिहिं केरा, सत्य वचन माने शिव मेरा।
और आस मन में जो होई, मनवांछित फल पावे सोई।
तीनहुं काल ध्यान जो ल्यावैं, तुलसी दल अरु फूल चढ़ावैं।
साग पात्र सो भोग लगावैं, सो नर सकल सिद्धता पावैं।
अन्त समय रघुवर पुर जाई, जहाँ जन्म हरि भक्त कहाई।
श्री हरिदास कहै अरु गावै, सो बैकुण्ठ धाम को जावैं।
॥ दोहा ॥
सात दिवस जो नेम कर, पाठ करे चित लाय।
हरिदास हरि कृपा से, अवसि भक्ति को पाय॥
राम चालीसा जो पढ़े, राम चरण चित लाय।
जो इच्छा मन में करैं, सकल सिद्ध हो जाय॥
इस तरह से आज आपने संपूर्ण राम चालीसा (Ram Chalisa) का पाठ कर लिया है। चलिए अब हम आपको श्री राम चालीसा PDF फाइल और इमेज भी दे देते हैं।
यदि आप मोबाइल में इसे देख रहे हैं तो फोटो पर क्लिक करके रखिए। उसके बाद आपको फोटो डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा। वहीं यदि आप लैपटॉप या कंप्यूटर में इसे देख रहे हैं तो फोटो पर राईट क्लिक करें। इससे आपको फोटो डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।
अब हम राम जी की आरती की पीडीएफ फाइल भी आपके साथ साझा कर देते हैं।
यह रहा उसका लिंक: श्री राम चालीसा PDF
ऊपर आपको लाल रंग में श्री राम चालीसा की PDF फाइल का लिंक दिख रहा होगा। आपको बस उस पर क्लिक करना है और उसके बाद आपके मोबाइल या लैपटॉप में पीडीएफ फाइल खुल जाएगी। फिर आपके सिस्टम में इनस्टॉल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर के हिसाब से डाउनलोड करने का विकल्प भी ऊपर ही मिल जाएगा।
इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने श्री राम चालीसा (Shri Ram Chalisa) पढ़ ली है। साथ ही हमने आपको इसकी फोटो और पीडीएफ फाइल भी उपलब्ध करवा दी है। यदि आपको फोटो या पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने में किसी तरह की समस्या होती है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट करें। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देंगे।
श्री राम चालीसा से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: राम जी को प्रसन्न कैसे करें?
उत्तर: यदि आप भगवान श्रीराम को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको उनके गुणों को आत्मसात करना होगा। इसी के साथ ही प्रतिदिन श्रीराम चालीसा और आरती का पाठ करना भी प्रारम्भ कर दे।
प्रश्न: चालीसा कितने बजे पढ़ना चाहिए?
उत्तर: चालीसा पढ़ने का सबसे उचित समय सुबह जल्दी उठकर, स्नान इत्यादि करके करना होता है। यदि आप ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाते हैं तो यह सर्वोत्तम समय होता है।
प्रश्न: राम को खुश कैसे करें?
उत्तर: यदि आप भगवान राम को खुश करना चाहते हैं तो आपको आज से ही दूसरों के बारे में बुरा करना तो दूर बुरा सोचना भी बंद कर देना चाहिए। इसी के साथ ही राम चालीसा, आरती और स्तुति का पाठ करना चाहिए।
प्रश्न: राम से प्रार्थना कैसे करें?
उत्तर: भगवान राम तो हम सभी की सुनते हैं, बस उनसे सच्चे दिल से प्रार्थना की जानी चाहिए। इसके लिए आप अपने मन को शांत कर भगवान राम से प्रार्थना करे। वे अवश्य ही आपकी सुनेंगे।
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