यदि आप वृंदावन की यात्रा करने का सोच रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता (What To Do In Vrindavan In Hindi) है। दरअसल वृंदावन नगरी में हर वर्ष लाखों करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और श्रीकृष्ण के मंदिरों में जाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। हालाँकि जिन्हें वृंदावन नगरी के बारे में इतनी जानकारी नहीं होती है, अक्सर उन्हें तरह-तरह की असुविधाओं का सामना करना पड़ता है।
उदाहरण के तौर पर वृंदावन के बंदर (Vrindavan Ke Bandar) बहुत ही शैतान हैं। यदि आपने चश्मा या गोगल पहन रखा है तो एक मिनट में ही वे उस पर झपट्टा मारकर ले जाएंगे। बांके बिहारी मंदिर में जेबकतरों से भी बहुत सावधान रहना पड़ता है। ऐसे में आज के इस लेख में हम आपके साथ ऐसी ही कुछ सावधानियां सांझा करने वाले हैं जो आपकी वृंदावन की यात्रा को सुगम और आनंदमय बना देगी।
वृंदावन भगवान श्री कृष्ण की नगरी है। यहां हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और भगवान श्री कृष्ण की भक्ति में रम जाते हैं। यहाँ भगवान श्री कृष्ण को समर्पित असंख्य मंदिर हैं या यूँ कहें कि यहाँ हर घर में एक मंदिर है। मथुरा वृंदावन की भूमि को ब्रज भूमि के नाम से भी जाना जाता है। यहां आप कृष्ण भगवान से जुड़े कई गांवों में घूम सकते हैं जैसे कि गोकुल, बरसाना, नंद गाँव, गोवर्धन इत्यादि।
यहाँ के कुछ प्रमुख मंदिर जैसे कि कृष्ण जन्मभूमि, द्वारकाधीश मंदिर, बांके बिहारी मंदिर, प्रेम मंदिर, गोविंद देव जी का मंदिर श्रद्धालुओं के बीच प्रमुख है। इसी के साथ आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता (Mathura Vrindavan Things To Do In Hindi) है ताकि वहां आपको कोई असुविधा ना हो। आज हम आपको ऐसी ही कुछ बातों के बारे में बताएँगे जिनका ध्यान रखने की आवश्यकता है।
आपने बंदर तो देखे ही होंगे किंतु वृंदावन के बंदर बहुत ज्यादा शरारती होते हैं। वे आपका सामान झपट कर ले जाएंगे और आपको सँभलने का मौका तक नही मिलेगा। यदि आपको नजर का चश्मा लगा हुआ है तो हम आपको सलाह देंगे कि आप उसे बिल्कुल भी ना पहने। यहां के बंदर आपके मुहं से चश्मा झपट कर ले जाने में एक मिनट भी नही लगाएंगे।
इसके अलावा अपने साथ खुले में खाने का सामान बिल्कुल भी ना रखें और हो सके तो सब सामान एक बैग में डालकर रखें। आप खुले में या बंदरों के आसपास सामान ना निकालें और मोबाइल इत्यादि भी जेब के अंदर रखें।
यदि बंदर आपका कोई सामान झपट कर ले भी जाता है तो वो भागेगा नही बल्कि ऊपर बैठ कर आपकी प्रतीक्षा करेगा। तब आप पास की ही किसी दुकान से 10 या 20 रूपए की कोई फ्रूटी लें और उसे ऊपर कहीं रख दें या बंदर की ओर फेंक दें। बंदर वह फ्रूटी ले लेगा और आपको आपका सामान वापस दे देगा।
वैसे तो चोर हर भीड़ भरी जगहों में होते हैं। ऐसे में यदि आप बांके बिहारी मंदिर जाने का मन बना रहे हैं तो हम आपको सलाह देंगे कि आप अपना मोबाइल और पर्स जरा संभल कर रखें क्योंकि इस मंदिर में बहुत भीड़ होती है। दरअसल बांके बिहारी मंदिर का प्रांगन बहुत छोटा है और इसका रास्ता भी संकरी गलियों से होकर जाता है। इस कारण वहां बहुत चोर होते हैं और हर मिनट में मोबाइल या पर्स चोरी होने की घटनाएँ वहां आम है।
इसलिये आप जब भी बांके बिहारी मंदिर जाएं तब उससे पहले अपना मोबाइल और पर्स निकाल कर एक बैग में रख दें व उसका ध्यान रखें। इसी के साथ बाकि मंदिरों और घूमने की जगहों पर भी अपने मोबाइल और पर्स का ध्यान रखें।
अब जब आप वृंदावन मथुरा में हैं तो आप भी चाहते होंगे कि आप ज्यादा से ज्यादा जगह घूमे और उनका पूरा आनंद उठाएं। दोपहर को वृंदावन के सभी मंदिर बंद हो जाते हैं व फिर शाम 4 बजे के बाद खुलते हैं। निधिवन में सूर्योदय से पहले व सूर्यास्त के बाद जाने की मनाही है। इसलिये सबसे उत्तम रहेगा कि आप दोपहर को निधिवन जाएं। इससे आपका समय भी बचेगा और आप उस समय निधिवन भी आराम से घूम पाएंगे।
निधिवन सुबह 5 से 6 बजे के बीच खुल जाता है और फिर शाम को 6 से 7 बजे के बीच में बंद होता है। निधिवन वृंदावन की टाइमिंग (Nidhivan Vrindavan Timings) ही कुछ ऐसी है कि लोग अक्सर दोपहर के समय में ही यहाँ घूमने जाते हैं। बहुत से भक्त निधिवन में जाकर वहां के आश्चर्य को देखकर मंत्रमुग्ध भी हो जाते हैं।
प्रेम मंदिर वृंदावन में स्थित कृष्ण भगवान का बहुत बड़ा और सुंदर मंदिर है। दिन ढ़लने के साथ इसकी सुंदरता दोगुनी हो जाती है क्योंकि विभिन्न प्रकार की रोशनी करके हर मिनट में इस मंदिर का रंग बदला जाता है। प्रेम मंदिर प्रसिद्ध ही अपने रंगों के कारण है क्योंकि इसमें हर मिनट में पूरे मंदिर का ही रंग बदल जाता है।
इसी के साथ शाम में यहाँ वाटर शो का आयोजन भी किया जाता है जिसमे कृष्ण भगवान से जुड़ी अद्भुत कलाकारियाँ दिखाई जाती है। इसमें भी तरह-तरह के रंगों व लाइट के जरिये शो का आयोजन किया जाता है। ऐसे में यदि आपको प्रेम मंदिर की संपूर्ण सुंदरता का आनंद लेना है तो आप यहाँ शाम को होकर आएं।
आपको वहां हर जगह गाइड दिखेंगे चाहे वो मंदिर हो या कोई अन्य स्थल। वे आपको वहां की कहानी बताने के लिए पैसों की मांग करेंगे, इसलिये थोड़ा सावधान रहें। जहाँ आपको लगता है कि आपको किसी गाइड की आवश्यकता (Vrindavan Tour Guide In Hindi) है तो पहले ही उनसे सब बात स्पष्ट कर लें और फिर ही गाइड करें। व्यर्थ में गाइड करने से आपको ही नुकसान होगा।
इन सबके अलावा आप पूरी व्यवस्था करके चलेंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा। यदि आप वहां 2-3 दिन रुकने का मन बना रहे हैं तो वहां कई धर्मशाला व होटल हैं, जहाँ आप रुक सकते हैं। इसी के साथ भगवान कृष्ण की नगरी में किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहें और वहां के रहने वालों का सम्मान करें। हम आशा करते हैं कि आपकी वृंदावन की यात्रा सुखद (What To Do In Vrindavan In Hindi) रहे और आप वहां का पूरा आनंद उठा सकें।
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