आज हम आपको बताएँगे कि नवरात्रि उपवास में क्या खाना चाहिए (Navratri Vrat Me Kya Khana Chahiye) और किन चीज़ों को खाने से बचना चाहिए। वर्ष में दो बार हम नवरात्र का पावन त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। इस दिन का खास महत्व हैं जिसमे हमे कई चीज़ों का ध्यान रखना होता हैं मुख्यतया भोजन का।
नवरात्र के नौ दिन हमे माता रानी की पूजा करते हुए सात्विक आहार लेने को कहा जाता हैं। इन नौ दिन जो लोग व्रत करते हैं उन्हें व्रत का खाना खाना होता हैं व साथ ही कुछ चीज़ों को खाना वर्जित होता हैं। उसी प्रकार कुछ ऐसी चीज़े हैं जिनका खाना इन नौ दिनों में हर किसी के लिए वर्जित होता हैं। ऐसे में आपके लिए जानना जरुरी है कि नवरात्रि के व्रत में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। आइये जानते हैं।
नवरात्रि व्रत में क्या खाना चाहिए (Navratri Vrat Me Kya Khana Chahiye), इसे जानने से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि इस दौरान आपको क्या नहीं खाना चाहिए। कुछ ऐसी चीज़े हैं जिनका सेवन करना नवरात्र के दिनों में हर किसी के लिए वर्जित हैं। इसलिये आपने चाहे व्रत किया हो या नही लेकिन नवरात्र के समय इनका सेवन करने से बचना चाहिए।
यह सभी तामसिक भोजन में आते हैं। इसलिये इनका सेवन पूर्णतया निषेध किया गया हैं चाहे किसी ने व्रत किया हो या नही। इसलिये नवरात्र के नौ दिन इन सब चीज़ों का सेवन कदापि ना करे।
कुछ लोग नवरात्र में 2 या 4 का व्रत रखते हैं तो कुछ पूरे नवरात्र। इस समय हमे नवरात्र के अनुसार भोजन करना होता हैं किंतु इसी के साथ कुछ सावधानियां बरतने की भी आवश्यकता हैं। नवरात्र में व्रत करने वालो को कुछ चीजों का सेवन नही करना चाहिए। जैसे कि:
नमक के साथ अन्य मसालों जैसे कि हल्दी, धनिया, हींग, गर्म मसाला, अजवायन व जीरे का भी इस्तेमाल नही किया जाता। हालाँकि लाल मिर्च व काली मिर्च का प्रयोग किया जा सकता हैं किंतु आजकल लाल मिर्च का प्रयोग भी मना किया गया हैं। वह इसलिए क्योंकि इसमें सरसों का तेल मिला हुआ होता हैं।
यदि आप मातारानी के लिए नवरात्र के व्रत कर रहे हैं तो यह आवश्यक नही कि आप पूरा दिन भूखे रहे। कुछ ऐसे व्यंजन हैं जिनका आप सेवन कर सकते हैं व साथ ही ये खाने में भी स्वादिष्ट होती हैं। आइए जाने नवरात्रि उपवास में क्या खाना चाहिए (Navratri Vrat Me Kya Khana Chahiye):
व्रत में आप दिन में एक बार कुट्टू के आटे की आलू के साथ रोटियां बनाकर खा सकती हैं। नवरात्र के दिनों में यह सबसे लाभदायक होता हैं क्योंकि इससे हमारे शरीर को भरपूर ऊर्जा प्राप्त होती हैं। इसके साथ आलू की सब्जी मुख्य रूप से बनायी जाती हैं।
नवरात्र के दिनों में आप साधारण नमक का इस्तेमाल तो नही कर सकते लेकिन व्रत के भोजन में सेंधा नमक डाल सकते हैं। सेंधा नमक हमारे रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहायक होता हैं। इस बात का ध्यान रखे कि इसका इस्तेमाल दिन में केवल एक बार करे, ना की बार-बार।
इसके साथ ही आप अपने स्वाद व इच्छा के अनुसार साबूदाने की खिचड़ी या खीर बना सकते हैं।
फलाहार तो सभी करते हैं। कुछ लोग नवरात्र में केवल फलों व दूध का ही सेवन करते हैं। आप भी केला, सेब जैसे फलो का सेवन कर सकते हैं लेकिन बिना नमक के।
सेंधा नमक, काली मिर्च, लौंग, इलायची, दालचीनी का इस्तेमाल किया जा सकता हैं। यदि लाल मिर्च में सरसों का तेल ना मिला हुआ हो तो इसका इस्तेमाल किया जा सकता हैं लेकिन इसकी संभावना ना के बराबर होती हैं।
चूँकि नवरात्र में सरसों के तेल का इस्तेमाल करने की मनाही होती हैं। इसलिये यदि आपको आलू या केले की चिप्स तलनी हैं तो घी या मूंगफली के तेल का प्रयोग करे। सब्जी इत्यादि बनाने में भी इनका ही प्रयोग करे।
बाज़ार से आपको शामक मिल जाएगी जिससे आप नमकीन शामक, शामक खिचड़ी, शामक की खीर इत्यादि कई व्यंजन बना सकते हैं।
ज्यादातर लोग नवरात्र के दिनों में आलू की सब्जी बनाकर ही खाते हैं। इसके अलावा आप शकरगंदी, अरबी, पालक, तौरी, गाजर इत्यादि बनाकर खा सकते हैं। लोग ज्यादातर आलू की सब्जी इसलिये खाते हैं क्योंकि ज्यादातर मसालों का प्रयोग वर्जित होने से बाकि सब्जियां इतनी अच्छी नही लगती जबकि आलू सही बनते हैं। इसी के साथ कुट्टू के आटे की रोटियों के साथ भी आलू की सब्जी का अच्छा मेल हैं।
दवा एक ऐसी चीज़ है जिसे व्रत हो या कोई अन्य स्थिति, उसमे लिया ही जाना चाहिए। यदि आपकी कोई दवाइयां चल रही है तो उसे आपको छोड़ना नहीं चाहिए क्योंकि यह हानिकारक हो सकता है। यदि फिर भी आपको नवरात्रि व्रत में दवा नहीं लेनी है तो इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। यदि आपको नवरात्रि का व्रत करके सर दर्द हो रहा है या ऐसा कुछ तो दवा छोड़ी जा सकती है लेकिन यदि यह ज्यादा है तो दवाई ले ले।
नवरात्रि में एक से दो बार ही भोजन करना चाहिए। जो लोग फलाहार रख रहे हैं, वे सुबह और शाम को दो बार इसका सेवन कर सकते हैं। वही जो लोग एक समय का भोजन करके नवरात्रि का व्रत रख रहे हैं, तो उन्हें भी एक या ज्यादा से ज्यादा दो बार खाना चाहिए। हालाँकि इसमें भोजन एक बार ही आएगा और दूसरी बार फलाहार आएगा।
नवरात्रि में शाम के समय दिन छिपने से पहले ही फलाहार ले लेना चाहिए। दिन छिपने के बाद आपको कुछ भी नहीं लेना चाहिए। इस बात का ध्यान रखे कि नवरात्रि के व्रत में आप सुबह और शाम को खाना खाए या फलाहार ले। रात में भोजन करने से बचे और दोपहर में कर रहे हैं तो फलाहार की बजाए अन्य भोजन ले।
कई घरों में अष्टमी के दिन कंजके जिमा दी जाती है। यदि आपके घर में भी अष्टमी के दिन कंजके जिमाई जा रही है तो इसका अर्थ हुआ, आपका नवरात्रि का व्रत अब समाप्त हो चुका है। अब आपको वही भोजन ग्रहण करना है जो कंजकों को खिलाया गया है। वही यदि आपके यहाँ नवमी के दिन कंजके जिमाई जाती है तो फिर आप अष्टमी को एक समय का बिना अन्न वाला भोजन या फलाहार ले सकते हैं।
हल्दी अनाज में आती है। ऐसे में आपको नवरात्रि के व्रत में हल्दी का सेवन करने से बचना चाहिए। कुछ लोग नवरात्रि के व्रत में भी एक समय का अन्न का भोजन करते हैं। यदि आप भी एक समय अन्न ग्रहण करते हैं तो फिर आप हल्दी ले सकते हैं। अन्यथा नवरात्र में अन्न या हल्दी का सेवन वर्जित माना गया है।
नवरात्रि के व्रत में कुट्टू के आते की रोटियां या पकोड़े, साबूदाने की खिचड़ी, सेंधा नमक, शामक, दूध, फल इत्यादि का सेवन किया जा सकता है। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस तरह का व्रत रखने जा रहे हैं। कुछ लोग केवल फलाहार का व्रत रखते हैं तो उन्हें केवल फलों का ही सेवन करना होता है। वही कुछ लोग एक समय भोजन लेते हैं तो वे ऊपर बताई गई चीज़ों का सेवन कर सकते हैं।
नवरात्रि के व्रत में टमाटर खाए जा सकते हैं और इसको लेकर कोई नियम नहीं है। टमाटर ना तो अन्न होता है और ना ही इसको खाने से कोई दोष लगता है। इसलिए आप नवरात्रि के व्रत में चिंतामुक्त होकर टमाटर खा सकते हैं और इसे सब्जियों इत्यादि में उपयोग में ले सकते हैं।
इस तरह से आज आपने जान लिया है कि नवरात्रि उपवास में क्या खाना चाहिए (Navratri Vrat Me Kya Khana Chahiye) और क्या नहीं। आशा है कि आपको नवरात्रि में खाने से संबंधित सभी तरह के नियमों की जानकारी मिल गई होगी।
नवरात्रि उपवास से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: 9 दिन के व्रत में क्या क्या खाया जाता है?
उत्तर: 9 दिन के व्रत में साबूदाने की खिचड़ी, शामक, कुट्टू के आते की रोटियां या पकोड़ियाँ इत्यादि खाया जाता है। हालाँकि बहुत लोग 9 दिन का फलाहार व्रत भी करते हैं। ऐसे में केवल फलों का सेवन ही किया जा सकता है।
प्रश्न: नवरात्रि के व्रत में क्या क्या खा पी सकते हैं?
उत्तर: नवरात्रि के व्रत में आप साबूदाने की खिचड़ी, शामक, कुट्टू के आते की रोटियां या पकोड़ियाँ खा सकते हैं। वही दूध, दही, लस्सी इत्यादि पी जा सकती है लेकिन या तो मीठी या फिर सेंधा नामक के साथ दिन में केवल एक बार और वो भी भोजन के साथ।
प्रश्न: क्या नवरात्रि के व्रत में रोटी खा सकते हैं?
उत्तर: नवरात्रि के व्रत में अन्न की रोटी खाने को मना किया जाता है। ऐसे में आप कुट्टू या सिंघाड़े के आते की रोटियां खा सकते हैं। हालाँकि कुछ लोग एक समय अन्न खाकर भी नवरात्र का व्रत रखते हैं।
प्रश्न: नवरात्रि का उपवास कितने बजे खोलना चाहिए?
उत्तर: नवरात्रि के उपवास में कितने बजे वाला कोई हिसाब नहीं होता है। व्रत अर्थात पूरे दिन का ही व्रत माना जाता है। जो लोग पूरे नवरात्र व्रत करते हैं, वे अष्टमी या नवमी के दिन कंजके जिमाकर व्रत खोल सकते हैं।
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