आयुर्वेद व योग

गर्मियों में घड़े का जल ठंडा क्यों होता है? जाने मटके का पानी पीने के लाभ

क्या आप मटके का पानी पीने के फायदे (Matke Ka Pani Peene Ke Fayde) जानने को यहाँ आए हैं? यदि ऐसा है तो आज के इस लेख में हम आपके साथ ना केवल मिट्टी के घड़े में पानी पीने के फायदे सांझा करेंगे बल्कि इसी के साथ ही आपको बताएँगे कि मटके का पानी पीने से कौन सी बीमारी ठीक होती है!!

यह सुनकर अवश्य ही आप आश्चर्य में पड़ गए होंगे लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि गर्मियों में घड़े का जल ठंडा क्यों होता है? अब सभी लोगों को यह तो पता है कि घड़े का पानी ठंडा रहता है लेकिन जब गर्मियों में भीषण गर्म हवाएं चल रही होती है तो भी मटके का पानी ठंडा क्यों होता है!! यह भी सोचने वाली बात है। तो चलिए घड़े का पानी पीने के फायदे सहित एक-एक बात इस लेख के जरिए जान लेते हैं।

Matke Ka Pani Peene Ke Fayde | मटके का पानी पीने के फायदे

पहले हम मिट्टी के घड़ों से ही पानी पिया करते थे जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता था। आजकल भी बहुत घरों में मिट्टी के घड़े से ही पानी पिया जाता है लेकिन बढ़ती सुविधाओं व आधुनिक जीवनशैली के कारण लोगों को ज्यादा ठंडे पानी की आदत पड़ गई है जो कि अच्छी बात नहीं है। जब से हमारे घरों में फ्रिज आए हैं तब से हम उसमें बचे हुए भोजन के साथ-साथ पानी भी रखने लगे हैं।

फ्रिज का पानी आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है। इसका पता आपको अचानक से नहीं चलता है क्योंकि यह सब आदतें आपके स्वास्थ्य पर धीरे-धीरे प्रभाव डालती है। आप पहले का समय देखिए जब लोग अधिक उम्र तक जीते थे व हमेशा शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते थे। उस समय उन्हें गंभीर बीमारियाँ तो क्या अन्य छोटी-मोटी बीमारियाँ भी नहीं होती थी।

ऐसे में आज हम आपके साथ मटके का पानी पीने के लाभ (Matke Ka Pani Pine Ke Fayde) सांझा करेंगे ताकि आप गर्मियों में पानी पिएं तो केवल मटके से ही पिएं।

#1. अशुद्धियाँ होती हैं दूर

आजकल पानी साफ नहीं आता है व हम उसे फिल्टर करके पीते हैं किंतु घड़े में रखा पानी मिट्टी के गुणों के कारण अपने आप शुद्ध हो जाता है। हालाँकि यह फिल्टर जितना शुद्ध नहीं होगा लेकिन फिल्टर किया हुआ पानी यदि आप घड़े में भरके रखेंगे तो उसमें मिट्टी के गुण भी मिल जाएँगे जो पानी को पहले से ज्यादा शुद्ध बनाते हैं। इसलिए घड़े में रखा पानी फिल्टर किए हुए पानी को पहले से भी ज्यादा गुणकारी बना देता है।

#2. शरीर को ठंडक देना

आप सोचेंगे कि फ्रिज का पानी ज्यादा ठंडा होता है तो घड़े का पानी कैसे उससे ज्यादा ठंडक पहुंचाएगा। दरअसल फ्रिज का कृत्रिम रूप से ठंडा किया हुआ होता है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है जबकि घड़े का पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा होता है जो हमारे गले को ठंडा करता है व प्यास को बुझाता है। फ्रिज के पानी की तासीर गर्म होती है जो हमारे गले को पहले से भी ज्यादा शुष्क बनाती है जबकि मटके का पानी हमारी सही मायनों में प्यास बुझाता है।

#3. बेहतर पाचन क्रिया

घड़े का पानी हमारे पेट संबंधी रोगों को दूर करने में लाभदायक होता है व हमारी पाचन क्रिया के सुचारू रूप से काम करने में सहायक होता है। इसको प्रतिदिन पीने से हमें गैस, कब्ज, अपच इत्यादि की समस्याएं होने की संभावना कम हो जाती है। मटके का पानी पीने के फायदे (Matke Ka Pani Peene Ke Fayde) में यह सबसे प्रमुख फायदा कहा जा सकता है।

#4. गला साफ होना

यदि आप फ्रिज का पानी पीते हैं या ज्यादा ठंडा पानी पी लेते हैं तो इससे आपका गला खराब हो सकता है या खिचखिच की समस्या हो सकती है जबकि मटके के पानी से कभी भी आपको यह समस्या नहीं होगी अपितु घड़े का पानी आपके गले को साफ करता है। यदि आपका गला पहले से खराब है या दर्द कर रहा है तो फ्रिज का पानी उस दर्द को और बढ़ा देगा जबकि घड़े के पानी से आपको आराम मिलेगा।

#5. सर्दी जुकाम नहीं होना

यदि आप खेल कर या व्यायाम, सैर इत्यादि करके आए हैं और उस कारण आपकी साँस फूली हुई है या पसीना आ रहा है तो एक दम से फ्रिज का पानी पीने से आपको सर्दी, जुकाम या बलगम की समस्या भी हो सकती है। इसे हम सामान्य भाषा में सर्द गर्म भी कह देते हैं। घड़े का पानी पीने से आपको सर्दी-जुकाम नहीं लगेगा।

#6. पीएच लेवल संतुलित करना

मिट्टी में क्षारीय गुण पाए जाते हैं जो पानी के अमलता के गुणों के साथ क्रिया करके हमारे शरीर के पीएच का लेवल संतुलित रखते हैं। पीएच का लेवल कम या ज्यादा होने से आपकी त्वचा खराब होती है। इसलिए ज्यादातर सौंदर्य उत्पादों में पीएच लेवल के बारे में भी लिखा होता है। घड़े का पानी आपकी त्वचा में पीएच का लेवल संतुलित रखने में सहायता करता है।

#7. विषैले पदार्थों को सोखना

मिट्टी अपने गुणों के कारण पानी में विद्यमान विषैले पदार्थों को अपने अंदर सोख लेती है व पानी को शुद्ध बनाती है। इस कारण भी मिट्टी के घड़े में पानी रखने को कहा जाता है। मटके का पानी पीने के लाभ (Matke Ka Pani Pine Ke Fayde) में यह एक ऐसा लाभ है जो सभी तरह के एक्वागार्ड और आरओ वाटर को मात देता है।

#8. सूर्य की तेज किरणों से बचाना

अक्सर हमें तेज गर्मी में बाहर निकलने या काम करने के कारण चक्कर आने, मन घबराने इत्यादि की समस्या होती है जिसे हम सनस्ट्रोक के नाम से भी जानते हैं। घड़े का पानी हमें इससे भी बचाता है। यह हमें अंदर से शीतलता प्रदान करता है जिससे हमारी इम्युनिटी मजबूत बनती है व हम गर्मी को पहले की अपेक्षा ज्यादा सहन कर पाते हैं।

#9. स्वादिष्ट

घड़े में रखा पानी अपने साथ प्राकृतिक मिठास भी लेकर आता है। मिट्टी के अंदर रखे रहने व वाष्पीकरण की प्रक्रिया से गुजरने के बाद घड़े के पानी में हल्का मीठापन आ जाता है जो इसे स्वादिष्ट बनाता है।

#10. खून की कमी दूर करना

मटके के पानी में कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे हमारे शरीर में रक्त की कमी दूर होती है। यह हमारे खून को साफ करने का कार्य भी करता है।

इस तरह से यह 10 फायदे Matke Ka Pani Peene Ke Fayde के अंतर्गत आने वाले प्रमुख फायदों में से हैं। हालाँकि इनके अलावा भी कई तरह के फायदे देखने को मिलते हैं। अब हम आपको मिट्टी के घड़े का पानी पीने से ठीक होने वाली बीमारियों के बारे में बताने वाले हैं।

मटके का पानी पीने से कौन सी बीमारी ठीक होती है?

वैसे तो हम इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं कि मटके का पानी पीने से आपकी बीमारियाँ ठीक हो सकती हैं। हालाँकि यह अवश्य ही आपको कई स्वास्थ्य लाभ दे सकता है अर्थात नीचे दी गई बीमारियाँ होने पर मटके का पानी पीने के लाभ (Matke Ka Pani Pine Ke Fayde) देखने को मिलते हैं।

  • गर्भवती महिलाओं को अपनी गर्भावस्था के दौरान होने वाली जी मिचलाने या उल्टी आने की समस्या से आराम मिलता है।
  • दमा के रोगियों को भी घड़े का पानी पीना चाहिए। मिट्टी के गुण उनके अंदर जाने से सांस की समस्या नहीं होती है।
  • जिनको भूख कम लगती हो, उन्हें तो मुख्य तौर पर मटके का पानी पीना शुरू कर देना चाहिए। खाना अच्छे से पचेगा तो भूख भी लगेगी।
  • यदि किसी का शरीर लकवाग्रस्त है या कोई अंग ठीक से काम नहीं कर रहा है तो उसके लिए घड़े का पानी अच्छा रहता है।
  • एनीमिया के रोगी अर्थात जिनके शरीर में लौह तत्व कम हैं, उन्हें भी मिट्टी के घड़े का पानी पीना चाहिए।

उक्त बीमारियों या स्थिति में घड़े का पानी पिया जा सकता है। इस तरह से घड़े का पानी पीने के फायदे अपने आप में अद्भुत हैं जिसका लाभ हर किसी को उठाना चाहिए।

गर्मियों में घड़े का जल ठंडा क्यों होता है?

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर मिट्टी के घड़े में रखा पानी अपने आप कैसे ठंडा हो जाता है तो आज हम आपको वह भी बताएंगे। दरअसल मिट्टी में कई प्रकार के गुण पाए जाते हैं। यदि आप पानी से भरे मिट्टी के घड़े को बाहर से हाथ लगाएंगे तो वह आपको ठंडा व गीला महसूस होगा ऐसा क्यों?

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मिट्टी के अंदर अति-सूक्ष्म छिद्र होते हैं जो हमें नंगी आँखों से दिखाई नहीं देंगे। इन छिद्रों से घड़े का पानी वाष्प बनकर उड़ता रहता है। यह प्रक्रिया बहुत धीमे-धीमे होती है जिससे हमें इसका पता नहीं चलता लेकिन इसके कारण घड़े के अंदर का तापमान कम हो जाता है व बाहर का बढ़ जाता है जो घड़े के अंदर रखे पानी को प्राकृतिक रूप से ठंडा बना देता है। यही कारण है कि गर्मियों में भी घड़े का जल ठंडा होता है।

फ्रिज में रखे पानी की तुलना में घड़े का पानी ना केवल ठंडा होता है बल्कि शीतल भी होता है जो इस भीषण गर्मी में हमारे शरीर को सही रूप में शीतलता प्रदान करता है। इसलिए आगे से आप घड़े का पानी पीने की ही आदत डालें चाहे कितनी भी गर्मी क्यों ना पड़ रही हो।

हम जानते हैं कि आपको फ्रिज का ज्यादा ठंडा पानी पीने की आदत पड़ गई होगी लेकिन यदि आप घड़े का पानी पीना शुरू कर देंगे व एक सप्ताह तक भी इसको पिएंगे तो आपको इसकी आदत पड़ जाएगी व फिर आपको यही पानी ठंडा व अच्छा लगने लगेगा।

पहली बार कैसे करें मटके का इस्तेमाल?

आप जब पहली बार मटका खरीदकर लाएं तो उसमें सीधा ही पानी भरके ना रखें क्योंकि पहले इसको अच्छे से साफ करना आवश्यक है। यदि आप इसका पूरा लाभ उठाना चाहते हैं तो नए मटके के साथ नीचे दी गई प्रक्रिया अवश्य करें।

  • नए मटके को किसी ईंट या पत्थर से अच्छे से रगड़ के साफ कर लें। आप चाहें तो किसी ब्रश से भी उसे साफ कर सकते हैं लेकिन वह किसी धातु का ना हो। अच्छे से रगड़ने के बाद उसे गर्म पानी से धो लें। इससे उसकी अनावश्यक मिट्टी निकल जाएगी व सभी रोम छिद्र खुल जाएँगे जिससे पानी जल्दी ठंडा होगा।
  • शुरू-शुरू में घड़े के पानी से मिट्टी की तेज सुगंध आती है जो सभी को पसंद नहीं आएगी। यदि आपको भी यह नहीं पसंद तो आप शुरू के 2-3 दिन उसमें रात भर सामान्य पानी भर के रखें व सुबह उस पानी को पौधों में डाल दें या उससे नहा लें। ऐसा 2 से 3 दिन तक करें फिर उसके बाद तेज सुगंध आनी बंद हो जाएगी। अब आप उसमें पीने का पानी डाल सकते हैं।

मिट्टी का घड़ा कब तक इस्तेमाल करें?

सामान्यतया पुराना घड़ा नए घड़े की अपेक्षा धीरे-धीरे पानी को ठंडा करता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पुराने घड़े के रोम छिद्र समय के साथ-साथ बंद हो जाते हैं जिससे वाष्पीकरण की प्रक्रिया भी धीमे होती है। इस कारण एक घड़ा मुख्यतया एक ही गर्मी के मौसम तक अच्छे से चल पाता है। इसलिए आप अगली बार के लिए नया घड़ा खरीद कर लाएंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा।

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने मटके का पानी पीने के फायदे (Matke Ka Pani Peene Ke Fayde) सहित अन्य महत्वपूर्ण व संबंधित बातों को जान लिया है। इसलिए अब से आपको फ्रिज के पानी को पीना बंद कर देना चाहिए और जब भी प्यास लगे, तो या तो सादा पानी या मटके का पानी पीना चाहिए।

मटके का पानी पीने के फायदे से संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न: मटके का पानी पीने के फायदे और नुकसान क्या है?

उत्तर: मटके का पानी पीने के फायदे ही फायदे देखने को मिलते हैं इसके कुछ भी नुकसान नहीं होते हैं हालाँकि यदि लंबे समय तक मटके में रखा पानी नहीं बदला जाता है तो इसके नुकसान देखने को मिल सकते हैं

प्रश्न: मटके का पानी पीने से क्या नुकसान होता है?

उत्तर: यदि मटके के पानी को लंबे समय तक बदला नहीं जाता है तो वह दूषित हो जाता है इससे कई तरह की बीमारियाँ हो सकती है

प्रश्न: घड़े के पानी को पीने से क्या होता है?

उत्तर: घड़े के पानी को पीने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनती है, पाचन तंत्र सुचारू रूप से काम करता है तथा और भी कई तरह के स्वास्थ्य लाभ देखने को मिलते हैं

प्रश्न: घड़े का पानी कब नहीं पीना चाहिए?

उत्तर: यदि घड़े को अच्छे से साफ नहीं किया गया है या वह दूषित जगह रखा गया है या फिर उसमें रखे पानी को लंबे समय से बदला नहीं गया है तो वह पानी नहीं पीना चाहिए

प्रश्न: मटके का पानी कितने दिन में बदलना चाहिए?

उत्तर: मटके का पानी दो से तीन दिन के अंतराल में बदलना चाहिए इससे पानी स्वच्छ रहता है और ताजगी बनी रहती है

प्रश्न: क्या मटका का पानी पीना सुरक्षित है?

उत्तर: मटके के पानी से तो आपके शरीर की कई जरूरते पूरी होती है और यह आपको स्वस्थ भी बनाए रखता है ऐसे में मटके का पानी पीना सुरक्षित है

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कृष्णा

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