भगवान श्री गणेश जी की स्तुति (Ganesh Ji Ki Stuti) व आरती सभी भगवानों में सबसे पहले की जाती है। मुख्यतया गणेश जी की आरती करने का प्रचलन है, इसलिए बहुत से...Read more »
गणेश आरती (Ganesh Ji Ki Aarti) को सभी भगवानों की आरती में प्रथम स्थान प्राप्त है अर्थात किसी भी पूजा के अंत में सर्वप्रथम भगवान गणेश जी की आरती ही की जाती...Read more »
भगवान श्रीराम (Shri Ram Chalisa) हर भारतवासी के हृदय में बसते हैं। ऐसे में राम चालीसा का पठन करने से आत्मा को शांति मिलती है। श्रीराम का नाम मात्र लेने से ही...Read more »
राम स्तुति (Ram Stuti) का अर्थ हुआ भगवान श्रीराम का स्मरण करना। श्रीराम का स्मरण करने मात्र से ही मनुष्य की आत्मा तृप्त हो जाती है तो उनकी स्तुति (Shri Ram Stuti)...Read more »
श्रीराम (Ram Ji Ki Aarti) हर सनातनी के हृदय में बसते हैं। श्रीराम का नाम लेने मात्र से ही मनुष्य का तन-मन पवित्र हो जाता है। वे केवल भगवान नही अपितु गुणों...Read more »
हनुमान जी से संबंधित हर काव्य या रचना जनमानस में प्रसिद्ध है, फिर चाहे वह हनुमान जी की आरती (Hanuman Ji Ki Aarti) हो या हनुमान चालीसा, बजरंग बाण या फिर हनुमानाष्टक।...Read more »
जब भी किसी पर कोई संकट या विपदा आती है तो वह सबसे पहले हनुमान जी का ही नाम लेता है। ऐसे में उस समय बजरंग बाण का पाठ (Bajrang Baan) किया...Read more »
संकटमोचन हनुमान अष्टक (Sankat Mochan Hanuman Ashtak) की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा पंद्रहवीं शताब्दी में की गयी थी। तुलसीदास जी श्रीराम व हनुमान के बहुत बड़े भक्त थे। उनके द्वारा...Read more »
भक्त हनुमान को समर्पित हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा पंद्रहवीं सदी में की गयी थी। हनुमान चालीसा में कुल 3 दोहों समेत चालीस चौपाईयां आती है।...Read more »