तुलसीदास जी द्वारा रचित जानकी स्तुति (Janki Stuti) – अर्थ, महत्व व लाभ सहित माता जानकी का नाम पवित्रता का पर्यायवाची कह दिया जाए तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी। सदियों पहले अयोध्या...Read more »
सीता स्तुति (Sita Stuti) – अर्थ, महत्व व लाभ सहित माता सीता का नाम पवित्रता का पर्यायवाची कह दिया जाए तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी। सदियों पहले अयोध्या की प्रजा के द्वारा...Read more »
बगलामुखी स्तुति (Baglamukhi Stuti) – अर्थ, महत्व व लाभ सहित माता सती के द्वारा अपने पिता दक्ष के यज्ञ में जाने की अनुमति लेते समय उन्होंने शिवजी को अपना प्रभाव दिखाने के...Read more »
मंगला गौरी स्तुति (Mangla Gauri Stuti) रामायण में उल्लेख है कि माता सीता ने श्रीराम से विवाह करने के लिए माता गौरी का पूजन किया था और इसके लिए उन्होंने गौरी स्तुति...Read more »
पार्वती स्तुति (Parvati Stuti) – अर्थ, महत्व व लाभ सहित भगवान शिव की प्रथम पत्नी का नाम माता सती था जिन्होंने अपने पिता दक्ष द्वारा शिव का अपमान किये जाने पर यज्ञ...Read more »
माता लक्ष्मी को धन व वैभव की देवी माना जाता है। उनकी निरंतर पूजा करने से मनुष्य को धन-संपत्ति की कभी कोई कमी नहीं रहती है लेकिन इसी के साथ ही मनुष्य...Read more »
विश्व में कोई अन्य ऐसा धर्म नहीं है जहाँ ईश्वरीय शक्ति के रूप में नारीत्व की पूजा की जाती हो जबकि सनातन धर्म में माँ आदिशक्ति जिन्हें हम माँ दुर्गा के नाम...Read more »
श्याम बाबा को कलयुग का अवतार या भगवान माना जाता है और उन्हें यह उपाधि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने दी है। यही कारण है कि श्याम बाबा की प्रसिद्धि हर दिन के...Read more »
जितनी महत्वपूर्ण भगवान विष्णु की आरती या चालीसा है, उतना ही महत्व विष्णु स्तुति (Vishnu Stuti) भी रखती है। श्री विष्णु स्तुति (Vishnu Stuti Lyrics) में भगवान विष्णु के कार्यों, गुणों, रूपों,...Read more »
भगवान श्री कृष्ण स्तुति (Shri Krishna Stuti) मन को लुभा देने वाली होती है। हालाँकि व्यक्तियों की पूजा और श्री कृष्ण के रूपों के अनुसार कई तरह की श्री कृष्ण स्तुतियाँ प्रचलित...Read more »