आज हम आपके सामने तुलसीदास का जीवन परिचय (Tulsidas Ka Jivan Parichay) रखने जा रहे हैं। वही गोस्वामी तुलसीदास जी जिन्होंने श्रीराम के पवित्र ग्रंथ रामचरितमानस की रचना की थी। वाल्मीकि रामायण...Read more »
आदिनाथ भगवान (Adinath Bhagwan) को जैन धर्म का संस्थापन तथा प्रथम तीर्थंकर माना जाता है। उनका जन्म भारतभूमि में ही हुआ था। इनको ऋषभदेव (Rishabhdev) या वृषभदेव के नाम से भी जाना...Read more »
आज हम काली महाविद्या (Kali Mahavidya) के बारे में बात करेंगे। माता सती के 10 रूप हैं जिन्हें दस महाविद्या के नाम से जाना जाता हैं। यह 10 महाविद्या माता सती ने...Read more »
दस महाविद्याओं में कमला माता (Kamala Mata In Hindi) को आखिरी व दसवीं महाविद्या के नाम से जाना जाता हैं। माता सती के 10 रूपों में से माँ कमला आखिरी रूप थी...Read more »
दस महाविद्याओं में माँ मातंगी (Matangi Devi) नवम महाविद्या के रूप में जानी जाती हैं। माता सती के 10 रूपों में से मातंगी देवी को नौवां रूप माना गया (Matangi Mata In...Read more »
दस महाविद्याओं में बगलामुखी माता (Maa Baglamukhi In Hindi) आठवीं महाविद्या के रूप में जानी जाती हैं। माता सती के 10 रूपों में से माँ बगलामुखी (Baglamukhi Devi In Hindi) को आठवां...Read more »
माता सती की दस महाविद्याओं में माँ धूमावती (Dhumavati Mata) उनकी सप्तम महाविद्या हैं। यह माँ सती के 10 रूपों में से सातवाँ रूप मानी जाती हैं जो मातारानी के विपरीत गुणों...Read more »
माँ सती की दस महाविद्याओं में से छिन्नमस्ता देवी (Chinnamasta Devi) छठी महाविद्या हैं जिनका रूप अत्यंत भीषण व डराने वाला हैं। माता छिन्नमस्ता इस रूप में अपने एक हाथ में किसी...Read more »
माता सती ने अपने दस रूप प्रकट किये थे जिसमें से एक रूप भैरवी देवी (Bhairavi Devi) को माना गया है। उनके यह दस रूप दस महाविद्या कहलाये थे जिनकी पूजा गुप्त...Read more »
माता सती के 10 रूपों में से मां भुवनेश्वरी (Maa Bhuvaneshwari) को एक रूप माना गया हैं। इसे उन्होंने शिवजी को अपनी शक्ति दिखाने के लिए प्रकट किया था। दस महाविद्याओं में...Read more »