आज हम आपके साथ अंबे तू है जगदंबे काली आरती (Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti) का पाठ करेंगे। माँ काली का रूप अत्यधिक क्रोधित व मन को भयभीत कर देने वाला होता है। माँ दुर्गा या आदि शक्ति के भिन्न-भिन्न गुणों व उद्देश्यों की पूर्ति के अनुसार भिन्न-भिन्न रूप हैं। इन सभी रूपों में से माँ काली का रूप अत्यधिक भयंकर है। हालाँकि माँ का यह रूप दुष्टों, पापियों व अधर्मियों का नाश करने के उद्देश्य से ही प्रकट हुआ है।
अब आप सभी ने मां काली की आरती पढ़ी व सुनी ही होगी क्योंकि काली आरती है ही इतनी प्रसिद्ध। बहुत से भक्तों को तो काली आरती का नाम सुनकर ही उसकी पहली पंक्ति याद आ जाती है जो कि अंबे तू है जगदंबे काली जय दुर्गे खप्पर वाली (Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti Lyrics) हैं। इसी से ही हम काली आरती की प्रसिद्धि का अनुमान लगा सकते हैं।
हालाँकि क्या आप जानते हैं कि प्राचीन काली आरती में थोड़ा बहुत परिवर्तन कर उसे तालमय बनाया गया है। आज के समय में हम इसी तालमय वाली आरती का ही पाठ करते हैं। ऐसे में आज के इस लेख में आपको तालमय वाली काली आरती पढ़ने को मिलेगी। इसी के साथ ही काली आरती के लाभ और उसके महत्व भी जानने को मिलेंगे।
Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti | अंबे तू है जगदंबे काली आरती
अंबे तू है जगदंबे काली जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुन गाएँ भारती।
ओ मैया, हम सब उतारें तेरी आरती॥
तेरे भक्त जनों पे माता,
भीड़ पड़ी है भारी, भीड़ पड़ी है भारी।
दानव दल पर टूट पड़ो माँ,
करके सिंह सवारी, करके सिंह सवारी॥
सौ सौ सिंहों से भी बलशाली,
है दस भुजाओं वाली।
दुखियों के दुखड़े निवारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
अंबे तू है जगदंबे काली जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुन गाएँ भारती।
ओ मैया, हम सब उतारें तेरी आरती॥
माँ बेटे का है इस जग में,
बड़ा ही निर्मल नाता, बड़ा ही निर्मल नाता।
पूत कपूत सुने हैं,
पर ना माता सुनी कुमाता, माता सुनी कुमाता॥
सब पे करूणा दर्शाने वाली,
अमृत बरसाने वाली।
दुखियों के दुखड़े निवारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
अंबे तू है जगदंबे काली जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुन गाएँ भारती।
ओ मैया, हम सब उतारें तेरी आरती॥
नहीं मांगते धन और दौलत,
ना चांदी ना सोना, ना चांदी ना सोना।
हम तो मांगे माँ तेरे मन में,
इक छोटा सा कोना, इक छोटा सा कोना॥
सबकी बिगड़ी बनाने वाली,
लाज बचाने वाली।
सतियों के सत को सवांरती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥
अंबे तू है जगदंबे काली जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुन गाएँ भारती।
ओ मैया, हम सब उतारें तेरी आरती॥
ओ मैया, हम सब उतारें तेरी आरती॥
ओ मैया, हम सब उतारें तेरी आरती॥
ओ मैया, हम सब उतारें तेरी आरती॥
तो यह थी काली आरती (Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti Lyrics)। अब बारी आती है काली आरती के लाभ और उसके महत्व को जानने की। आइए अब इसके बारे में भी विस्तार से जान लेते हैं।
काली आरती का महत्व
माँ दुर्गा ने अपने गुणों के अनुसार कई तरह के रूप लिए हैं और उसी के अनुसार ही उनकी पूजा करने का विधान रहा है। अब मातारानी के कुछ रूप बहुत ही मनोहर, मन को शांति देने वाले तथा सौम्य रंग रूप वाले होते हैं लेकिन इन सभी रूपों के विपरीत माँ काली वाला रूप मन को भयभीत कर देने वाला, काले रंग का व गले में राक्षसों के कंकाल लिए हुए होता है। इस रूप में मातारानी रक्त से सनी हुई, क्रोधित व लाल आँखों वाली होती हैं।
काली माता की आरती के माध्यम से हमें ना केवल माँ काली के रूप का वर्णन मिलता है अपितु उन्होंने किस उद्देश्य की पूर्ति के लिए जन्म लिया था, इसके बारे में भी पता चलता है। ऐसे में धर्म का कार्य करने वाले लोगों को तो माँ काली से भयभीत होने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि जिस तरह से माँ काली सज्जन मनुष्यों की अधर्मी लोगों से रक्षा कर पाने में समर्थ होती हैं, उतना तो मातारानी का कोई भी अन्य रूप नहीं कर सकता है।
इस तरह से माँ काली के महत्व को इस काली आरती के माध्यम से बताने का प्रयास किया गया है। इससे हमें यह ज्ञात होता है कि माँ काली भी उतनी ही आवश्यक हैं जितनी की मातारानी के अन्य रूप। अब यदि पाप बहुत अधिक बढ़ जाता है और वह धर्म के ऊपर हावी होने लगता है तो उस समय माँ काली ही हमारी व धर्म की रक्षा कर सकती हैं और अधर्म का नाश करने में समर्थ होती हैं। यही माँ काली की आरती का महत्व होता है।
काली आरती के लाभ
अब यदि आप प्रतिदिन सच्चे मन के साथ काली माता आरती का पाठ करते हैं और माँ काली का ध्यान करते हैं तो अवश्य ही माँ आपकी हरेक इच्छा को पूरी करती हैं। यदि आपको कोई परेशान कर रहा है या आपके शत्रु हमेशा आपका नुकसान करने की ताक में रहते हैं या आपके जीवन में कई तरह के संकट आये हुए हैं और उनका हल नहीं निकल पा रहा है या फिर आपको किसी अन्य बात को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो निश्चित तौर पर आपको काली माता की आरती का पाठ करना चाहिए।
माँ काली के द्वारा अपने भक्तों की हरसंभव सहायता की जाती है। जो भी भक्तगण सच्चे मन से माँ काली आरती का पाठ करता है तो माँ काली उसके हर तरह के संकटों का नाश कर देती हैं और उसे आगे का मार्ग दिखाती हैं। ऐसे में आपको अपने हर तरह के कष्ट, पीड़ा, दुःख, दर्द, संकट, परेशानियाँ, नकारात्मक भावनाएं इत्यादि को दूर करने के लिए नित्य रूप से काली माता की आरती का पाठ करना चाहिए।
निष्कर्ष
आज के इस लेख के माध्यम से आपने अंबे तू है जगदंबे काली आरती (Ambe Tu Hai Jagdambe Kali Aarti) पढ़ ली है। साथ ही आपने काली आरती के लाभ और उसके महत्व के बारे में भी जान लिया है। यदि आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट कर सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।
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