क्या आप विष्णु वंदना (Vishnu Vandana) का पाठ करना चाहते हैं? कुछ लोग इसे विष्णु भगवान की वंदना बोल देते हैं तो कुछ इसे विष्णु वंदना श्लोक भी कहते हैं। विष्णु चालीसा, विष्णु आरती, विष्णु स्तुति की तरह ही भगवान विष्णु की वंदना का उतना ही महत्व है। विष्णु वंदना श्लोक इसलिए कह दी जाती है क्योंकि यह बहुत छोटी होती है और एक श्लोक की ही भांति प्रतीत होती है।
इस लेख में आपको सर्वप्रथम श्री विष्णु वंदना पढ़ने को मिलेगी। तत्पश्चात विष्णु वंदना इन हिंदी (Vishnu Vandana In Hindi) अर्थ सहित आपको समझाई जाएगी ताकि आप इसका संपूर्ण ज्ञान ले सकें। फिर हम इसे पढ़ने के लाभ और महत्व भी जानेंगे। आइए सबसे पहले पढ़ते हैं विष्णु वंदना हिंदी में।
Vishnu Vandana | विष्णु वंदना श्लोक
सशंखचक्रं सकिरीटकुण्डलं
सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम्।
सहारवक्षः स्थलकौस्तुभश्रियं
नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम्॥
अशेषसंसारविहारहीनमादित्यगं
पूर्णसुखाभिरामम्।
समस्तसाक्षिं तमसः परस्तान्नारायणं
विष्णुमहं भजामि॥
विष्णु वंदना इन हिंदी
सशंखचक्रं सकिरीटकुण्डलं
सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम्।
भगवान विष्णु ने अपने हाथों में शंख, सुदर्शन चक्र पकड़ा हुआ है और उनके कानों में कुण्डल सुशोभित है। उन्होंने पीले रंग के वस्त्र पहने हुए हैं और वे समस्त ब्रह्मांड में व्याप्त हैं।
सहारवक्षः स्थलकौस्तुभश्रियं
नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम्॥
उनके विशाल वक्ष पर कौस्तुभ मणि सुशोभित है। चार भुजाओं वाले भगवान विष्णु को हम सिर झुकाकर नमन करते हैं।
अशेषसंसारविहारहीनमादित्यगं
पूर्णसुखाभिरामम्।
वे अपने शेषनाग पर संपूर्ण ब्रह्मांड का भ्रमण करते हैं और सभी को सुख प्रदान करते हैं।
समस्तसाक्षिं तमसः परस्तान्नारायणं
विष्णुमहं भजामि॥
इस बात के सभी साक्षी हैं कि भगवान विष्णु नारायण रूप हैं और उनके भजन करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस तरह से आज आपने विष्णु वंदना श्लोक को हिंदी में (Vishnu Vandana In Hindi) पढ़ लिया है। अब हम विष्णु वंदना के पाठ से मिलने वाले लाभ और उसके महत्व के बारे में भी जान लेते हैं।
विष्णु वंदना श्लोक का महत्व
भगवान विष्णु ही हम सभी के पालनहार है। उनके बिना धर्म का कोई अस्तित्व नहीं है। भगवान ब्रह्मा ने इस सृष्टि की रचना की है जबकि भगवान शिव इसका संहार करते हैं। इस बीच हमारी सुध लेने वाले केवल भगवान विष्णु ही है। यहीं कारण है कि जब कभी भी इस धरती पर अधर्म धर्म से ज्यादा बढ़ जाता है, तब-तब भगवान विष्णु मानव रुपी अवतार में जन्म लेते हैं।
श्री विष्णु वंदना के माध्यम से भगवान विष्णु की आराधना की गई है। इसमें भगवान विष्णु की शक्तियों, गुणों और महत्व के ऊपर प्रकाश डाला गया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि विष्णु जी की वंदना करने से हमें क्या कुछ लाभ देखने को मिलते हैं। यहीं विष्णु वंदना का महत्व होता है।
विष्णु वंदना के लाभ
विष्णु भगवान की वंदना करने से हमें कई तरह के लाभ देखने को मिलते हैं। श्रीराम, श्रीकृष्ण, परशुराम इत्यादि सभी भगवान विष्णु के ही अवतार है। ऐसे में यदि आप सच्चे मन के साथ विष्णु वंदना श्लोक का पाठ करते हैं तो विष्णु जी सहित उनके सभी अवतार की कृपा भी आप पर होती है।
अब यदि आप पर भगवान विष्णु के सभी अवतारों की कृपा हो जाती है तो आपके जीवन में कोई भी संकट या दुविधा शेष नहीं रह जाती है। आपकी हरेक समस्या का समाधान निकल जाता है और आगे का मार्ग दिखाई देता है। साथ ही आप शारीरिक व मानसिक रूप से भी स्वस्थ बनते हैं। यहीं श्री विष्णु वंदना के लाभ होते हैं।
निष्कर्ष
आज के इस लेख के माध्यम से आपने श्री विष्णु वंदना (Vishnu Vandana) पढ़ ली है। साथ ही आपने विष्णु वंदना श्लोक के पाठ से मिलने वाले लाभ और उसके महत्व के बारे में भी जान लिया है। यदि आप अपनी प्रतिक्रिया देना चाहते हैं या इस विषय पर हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट कर सकते हैं।
नोट: यदि आप वैदिक ज्ञान 🔱, धार्मिक कथाएं 🕉️, मंदिर व ऐतिहासिक स्थल 🛕, भारतीय इतिहास, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य 🧠, योग व प्राणायाम 🧘♂️, घरेलू नुस्खे 🥥, धर्म समाचार 📰, शिक्षा व सुविचार 👣, पर्व व उत्सव 🪔, राशिफल 🌌 तथा सनातन धर्म की अन्य धर्म शाखाएं ☸️ (जैन, बौद्ध व सिख) इत्यादि विषयों के बारे में प्रतिदिन कुछ ना कुछ जानना चाहते हैं तो आपको धर्मयात्रा संस्था के विभिन्न सोशल मीडिया खातों से जुड़ना चाहिए। उनके लिंक हैं:
अन्य संबंधित लेख: