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बृहस्पति आरती (Brihaspati Aarti)

आज हम आपके साथ बृहस्पति देव की आरती (Brihaspati Dev Ki Aarti) का पाठ करेंगे। बृहस्पति जी देवताओं के गुरु माने जाते हैं और गुरु की हम सभी के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसी को देखते हुए ही सप्ताह में भी एक दिन गुरु के नाम पर अर्थात बृहस्पति जी के नाम पर रखा गया है। यही कारण है कि हम सभी उसे गुरुवार या बृहस्पतिवार कहकर संबोधित करते हैं।

आज के इस लेख में हम आपके साथ बृहस्पति देव की आरती PDF (Brihaspati Aarti PDF) फाइल और इमेज भी साझा करेंगे। इसे आप आगे कभी पढ़ने के लिए अपने मोबाइल में सेव करके रख सकते हैं। आइए सबसे पहले पढ़ते हैं बृहस्पति जी की आरती हिंदी में।

Brihaspati Dev Ki Aarti | बृहस्पति देव की आरती

जय बृहस्पति देवा, ॐ जय बृहस्पति देवा।
छिन छिन भोग लगाऊँ, कदली फल मेवा॥
ॐ जय बृहस्पति देवा॥

तुम पूरण परमात्मा, तुम अंतर्यामी।
जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी॥
ॐ जय बृहस्पति देवा॥

चरणामृत निज निर्मल, सब पातक हर्ता।
सकल मनोरथ दायक, कृपा करो भर्ता॥
ॐ जय बृहस्पति देवा॥

तन, मन, धन अर्पण कर, जो जन शरण पड़े।
प्रभु प्रकट तब होकर, आकर द्वार खड़े॥
ॐ जय बृहस्पति देवा॥

दीनदयाल दयानिधि, भक्तन हितकारी।
पाप दोष सब हर्ता, भव बंधन हारी॥
ॐ जय बृहस्पति देवा॥

सकल मनोरथ दायक, सब संशय तारो।
विषय विकार मिटाओ, संतन सुखकारी॥
ॐ जय बृहस्पति देवा॥

जो कोई आरती तेरी, प्रेम सहित गावे।
जेठानंद आनंदकर, सो निश्चय पावे॥

जय बृहस्पति देवा, ॐ जय बृहस्पति देवा।
छिन छिन भोग लगाऊँ, कदली फल मेवा॥
ॐ जय बृहस्पति देवा॥

बृहस्पति आरती इमेज

यह रही बृहस्पति आरती की इमेज:

बृहस्पति देव की आरती

यदि आप मोबाइल में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर क्लिक करके रखिए। उसके बाद आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा। वहीं यदि आप लैपटॉप या कंप्यूटर में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर राईट क्लिक करें। इससे आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।

बृहस्पति देव की आरती PDF | Brihaspati Aarti PDF

अब हम Brihaspati Aarti PDF फाइल भी आपके साथ साझा कर देते हैं

यह रहा उसका लिंक: बृहस्पति देव की आरती PDF

ऊपर आपको लाल रंग में बृहस्पति देव की आरती PDF फाइल का लिंक दिख रहा होगा। आपको बस उस पर क्लिक करना है और उसके बाद आपके मोबाइल या लैपटॉप में पीडीएफ फाइल खुल जाएगी। फिर आपके सिस्टम में इनस्टॉल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर के हिसाब से डाउनलोड करने का विकल्प भी ऊपर ही मिल जाएगा।

निष्कर्ष

आज के इस लेख के माध्यम से आपने बृहस्पति देव की आरती का पाठ (Brihaspati Dev Ki Aarti) कर लिया हैं। यदि आपको बृहस्पति देव की आरती PDF फाइल या इमेज डाउनलोड करने में किसी तरह की समस्या आती है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट कर सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

बृहस्पति आरती से संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न: गुरुवार को कौन से भगवान की पूजा होती है?

उत्तर: जैसा कि नाम से ही प्रदर्शित है कि गुरूवार का दिन हमारे गुरु को समर्पित होता है। इस दिन को हम बृहस्पतिवार भी बोलते हैं जो देवताओं के गुरु बृहस्पति जी को समर्पित है।

प्रश्न: गुरु बृहस्पति का मंत्र क्या है?

उत्तर: गुरु बृहस्पति का मंत्र “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः। ॐ बृं बृहस्पतये नमः। विपणौकरं निदधतं रत्नदिराशौ परम्। विद्यासागर पारगं सुरगुरुं वन्दे सुवर्णप्रभम्।” है।

प्रश्न: गुरुवार के लिए कौन सा मंत्र अच्छा है?

उत्तर: चूँकि गुरुवार का दिन गुरुदेव या बृहस्पति देव को समर्पित होता है तो उस दिन उनसे जुड़े मंत्रों का उच्चारण किया जाए तो उत्तम रहता है।

प्रश्न: बृहस्पति देव को कैसे खुश करें?

उत्तर: यदि आप बृहस्पति जी को खुश करना चाहते हैं तो आपको हर गुरुवार के दिन बृहस्पति जी का ध्यान कर उनकी चालीसा व आरती का पाठ करना चाहिए।

प्रश्न: गुरु बृहस्पति को कैसे प्रसन्न करें?

उत्तर: यदि आप बृहस्पति जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको हर गुरुवार के दिन बृहस्पति जी का ध्यान कर उनकी चालीसा व आरती का पाठ करना चाहिए।

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लेखक के बारें में: कृष्णा

सनातन धर्म व भारतवर्ष के हर पहलू के बारे में हर माध्यम से जानकारी जुटाकर उसको संपूर्ण व सत्य रूप से आप लोगों तक पहुँचाना मेरा उद्देश्य है। यदि किसी भी विषय में मुझसे किसी भी प्रकार की कोई त्रुटी हो तो कृपया इस लेख के नीचे टिप्पणी कर मुझे अवगत करें।

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