
आज के इस लेख में हम आपके साथ नर्मदा जी की आरती (Narmada Ji Ki Aarti) करने जा रहे हैं। हिन्दू धर्म में पर्वतों, नदियों, पशु-पक्षियों, जीव-जंतुओं, पंच-तत्वों इत्यादि को सम्मान की... Read more »

नर्मदा चालीसा (Narmada Chalisa): हिन्दू धर्म में पर्वतों, नदियों, पशु-पक्षियों, जीव-जंतुओं, पंच-तत्वों इत्यादि को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। अब नदियाँ जिस भी क्षेत्र से होकर बहती हैं, उस भूभाग... Read more »

गंगा स्तोत्र (Ganga Stotram): सनातन धर्म में माँ गंगा को सबसे पवित्र नदी माना गया है जिसका उद्गम स्थान गंगोत्री है। गंगोत्री से निकल कर भारत के कई राज्यों में बहती हुई... Read more »

आज के इस लेख में आपको गंगा जी की आरती (Ganga Ji Ki Aarti) हिंदी में अर्थ सहित पढ़ने को मिलेगी। सनातन धर्म में माँ गंगा को सबसे पवित्र नदी माना गया... Read more »

गंगा चालीसा (Ganga Chalisa): सनातन धर्म में माँ गंगा को सबसे पवित्र नदी माना गया है जिसका उद्गम स्थान गंगोत्री है। गंगोत्री से निकल कर भारत के कई राज्यों में बहती हुई... Read more »

भक्तों के द्वारा बगलामुखी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र (Baglamukhi Ashtottar Shatnam Stotram) का पाठ किया जाना बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है। माता सती के द्वारा अपने पिता दक्ष के यज्ञ में जाने... Read more »

माता सती के द्वारा अपने पिता दक्ष के यज्ञ में जाने की अनुमति लेते समय उन्होंने शिवजी को अपना प्रभाव दिखाने के उद्देश्य से दस महाविद्याओं को प्रकट किया था जिसमे से... Read more »

आज हम आपके साथ बगलामुखी आरती (Baglamukhi Aarti) का पाठ करेंगे। माता सती के द्वारा अपने पिता दक्ष के यज्ञ में जाने की अनुमति लेते समय उन्होंने शिवजी को अपना प्रभाव दिखाने के... Read more »

आज हम आपके साथ बगलामुखी चालीसा (Baglamukhi Chalisa) का पाठ करेंगे। माता सती के द्वारा अपने पिता दक्ष के यज्ञ में जाने की अनुमति लेते समय उन्होंने शिवजी को अपना प्रभाव दिखाने... Read more »

रामायण में उल्लेख है कि माता सीता ने श्रीराम से विवाह करने के लिए माता गौरी का पूजन किया था। इसके लिए उन्होंने गौरी स्तुति (Gauri Stuti) की रचना की थी। सीता... Read more »