जगन्नाथ मंदिर के बारे में संपूर्ण जानकारी

Jagannath Temple Information In Hindi

भगवान जगन्नाथ का मंदिर उड़ीसा राज्य के पुरी शहर में स्थित है (Bhagwan Jagannath Mandir Puri Orissa) जो सनातन धर्म के चार धामों में से एक है। प्रतिदिन यहाँ हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने आते है तथा वर्ष में एक बार होने वाली जगन्नाथ रथयात्रा सर्वप्रसिद्ध है (Jagannath Temple Puri Rituals In Hindi)। इस मंदिर से कई रहस्य तथा रोचक तथ्य भी जुड़े हुए है जो यहाँ आने वाले लोगों को आश्चर्यचकित कर देते है। इसलिये आज हम आपको भगवान जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Puri Darshan In Hindi) के इतिहास, निर्माण, आक्रमण, सरंचना, तथ्य, रथयात्रा इत्यादि सभी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।

जगन्नाथ मंदिर के बारें में संपूर्ण जानकारी (Jagannath Temple Complete Information In Hindi)

  • भगवान जगन्नाथ मंदिर का इतिहास
  • जगन्नाथ मंदिर की सरंचना
  • भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा
  • भगवान जगन्नाथ मंदिर का महाप्रसाद
  • नवकलेवर पर्व
  • जगन्नाथ मंदिर में घूमने/ दर्शन का समय
  • पुरी जगन्नाथ मंदिर कैसे जाये
  • पुरी जगन्नाथ कब जाएँ
  • जगन्नाथ मंदिर से जुड़े रोचक तथ्य
  • जगन्नाथ मंदिर पर मुगलों के आक्रमण
  • जगन्नाथ मंदिर में केवल हिंदुओं को प्रवेश
  • जगन्नाथ मंदिर में जाने से पहले इन बातों का रखे ध्यान

भगवान जगन्नाथ मंदिर का इतिहास (Jagannath Temple History In Hindi)

द्वापर युग में जब भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मानवीय रूप में सभी कर्तव्य पूरे कर लिए तब उन्होंने अपनी देह का त्याग कर दिया (Jagannath Temple Story In Hindi Language)। तब अर्जुन के द्वारा उनका अंतिम संस्कार किया गया लेकिन उनका हृदय कई दिनों तक जलता रहा। श्रीकृष्ण के आदेश पर अर्जुन ने उनका हृदय लकड़ियों समेत समुंद्र में बहा दिया। कई वर्षों तक वह समुंद्र में तैरता रहा तथा अंत में पुरी के समुंद्र तट पर पहुंचा (Jagannath Temple Ki History In Hindi)।

वहां भगवान श्रीकृष्ण के आदेश पर मालवा देश के राजा इन्द्रद्युम्न ने जगन्नाथ मंदिर का निर्माण करवाया। इसके पश्चात उस दारु ब्रह्म/ श्रीकृष्ण के हृदय (Daru Brahma Jagannath) से चार मूर्तियों का निर्माण करवाया गया जो भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र, बहन सुभद्रा तथा सुदर्शन चक्र की थी। इन मूर्तियों को जगन्नाथ मंदिर में स्थापित किया गया तथा तब से लेकर आज तक उनकी पूजा की जाती है।

जगन्नाथ मंदिर की सरंचना (Architecture Of Jagannath Temple In Hindi)

भगवान जगन्नाथ का मंदिर चार लाख वर्ग फुट में फैला हुआ है जहाँ मुख्य मंदिर के अलावा 120 छोटे-बड़े मंदिर (Temples Inside Jagannath Temple Puri) है। इनमें विमला मंदिर (Maa Bimala Mandir) तथा महालक्ष्मी मंदिर (Mahalaxmi Mandir) प्रमुख है। यह कलिंग राज्य की शैली में बना हुआ है जो एक बाहरी दीवार मेघनंदा से घिरा हुआ है। मुख्य मंदिर की दीवार को कुर्म भेद्य दीवार के नाम से जाना जाता है।

मंदिर का गर्भगृह 65 मीटर ऊँचे चबूतरे पर स्थापित है जिसके ऊपर रत्नमंडित आसन पर चारों मूर्तियाँ स्थापित है। मुख्य गर्भगृह के शीर्ष पर नील चक्र (Neel Chakra) स्थापित हैं जिसके ऊपर ध्वज लहरा रहा है जिसे पतित पावन (Patit Pavan) के नाम से जाना जाता है। मंदिर के चार दिशाओं में चार द्वार हैं जिसमें सिंहद्वार (Singh Dwar) मुख्य है।

लेखक के बारें में: कृष्णा

सनातन धर्म व भारतवर्ष के हर पहलू के बारे में हर माध्यम से जानकारी जुटाकर उसको संपूर्ण व सत्य रूप से आप लोगों तक पहुँचाना मेरा उद्देश्य है। यदि किसी भी विषय में मुझसे किसी भी प्रकार की कोई त्रुटी हो तो कृपया इस लेख के नीचे टिप्पणी कर मुझे अवगत करें।

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