कुबेर जी की आरती PDF फाइल व इमेज सहित डाउनलोड करें

कुबेर आरती (Kuber Aarti)

आज हम आपके साथ कुबेर जी की आरती (Kuber Ji Ki Aarti) का पाठ करेंगे। कुबेर को यक्षों का राजा व भगवान शिव का द्वारपाल नियुक्त किया गया है। वे सुख-समृद्धि व धन प्रदान करने वाले देवता माने जाते हैं जिन्हें उत्तर दिशा का दिकपाल भी बनाया गया है। साथ ही वे देवताओं के कोषाध्यक्ष भी हैं।

इतना ही नहीं, आज हम आपको कुबेर जी की आरती PDF (Kuber Ji Ki Aarti PDF) फाइल और इमेज भी देंगे। इसे आप अपने मोबाइल में सेव कर सकते हैं और जब मन चाहे, तब पढ़ सकते हैं। आइए सबसे पहले जानते हैं कुबेर जी की आरती हिंदी में।

Kuber Ji Ki Aarti | कुबेर जी की आरती

ॐ जय यक्ष कुबेर हरे,
स्वामी जय यक्ष जय यक्ष कुबेर हरे।
शरण पड़े भगतों के,
भण्डार कुबेर भरे॥
ॐ जय यक्ष कुबेर हरे…

शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े,
स्वामी भक्त कुबेर बड़े।
दैत्य दानव मानव से,
कई-कई युद्ध लड़े॥
ॐ जय यक्ष कुबेर हरे…

स्वर्ण सिंहासन बैठे,
सिर पर छत्र फिरे, स्वामी सिर पर छत्र फिरे।
योगिनी मंगल गावैं,
सब जय जयकार करैं॥
ॐ जय यक्ष कुबेर हरे…

गदा त्रिशूल हाथ में,
शस्त्र बहुत धरे, स्वामी शस्त्र बहुत धरे।
दुःख भय संकट मोचन,
धनुष टंकार करे॥
ॐ जय यक्ष कुबेर हरे…

भांति भांति के व्यंजन बहुत बने,
स्वामी व्यंजन बहुत बने।
मोहन भोग लगावैं,
साथ में उड़द चने॥
ॐ जय यक्ष कुबेर हरे…

बल बुद्धि विद्या दाता,
हम तेरी शरण पड़े, स्वामी हम तेरी शरण पड़े।
अपने भक्त जनों के,
सारे काम संवारे॥
ॐ जय यक्ष कुबेर हरे…

मुकुट मणी की शोभा,
मोतियन हार गले, स्वामी मोतियन हार गले।
अगर कपूर की बाती,
घी की जोत जले॥
ॐ जय यक्ष कुबेर हरे…

यक्ष कुबेर जी की आरती,
जो कोई नर गावे, स्वामी जो कोई नर गावे।
कहत प्रेमपाल स्वामी,
मनवांछित फल पावे॥

ॐ जय यक्ष कुबेर हरे,
स्वामी जय यक्ष जय यक्ष कुबेर हरे।
शरण पड़े भगतों के,
भण्डार कुबेर भरे॥
ॐ जय यक्ष कुबेर हरे…

कुबेर आरती इमेज

यह रही कुबेर आरती की इमेज:

कुबेर जी की आरती
कुबेर जी की आरती

यदि आप मोबाइल में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर क्लिक करके रखिए। उसके बाद आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा। वहीं यदि आप लैपटॉप या कंप्यूटर में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर राईट क्लिक करें। इससे आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।

कुबेर जी की आरती PDF | Kuber Ji Ki Aarti PDF

अब हम Kuber Ji Ki Aarti PDF फाइल भी आपके साथ साझा कर देते हैं

यह रहा उसका लिंक: कुबेर जी की आरती PDF

ऊपर आपको लाल रंग में कुबेर जी की आरती PDF फाइल का लिंक दिख रहा होगा। आपको बस उस पर क्लिक करना है और उसके बाद आपके मोबाइल या लैपटॉप में पीडीएफ फाइल खुल जाएगी। फिर आपके सिस्टम में इनस्टॉल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर के हिसाब से डाउनलोड करने का विकल्प भी ऊपर ही मिल जाएगा।

निष्कर्ष

आज के इस लेख के माध्यम से आपने कुबेर जी की आरती (Kuber Ji Ki Aarti) कर ली हैं। यदि आपको कुबेर जी की आरती PDF फाइल या इमेज डाउनलोड करने में किसी तरह की समस्या आती है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट कर सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

कुबेर आरती से संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न: भगवान कुबेर की स्तुति कैसे करें?

उत्तर: यदि आप भगवान कुबेर की स्तुति करना चाहते हैं तो उसके लिए उत्तर दिशा की ओर मुख करती हुई कुबेर जी की मूर्ति या चित्र रख कर उसके समक्ष प्रतिदिन कुबेर आरती व चालीसा का पाठ करना चाहिए।

प्रश्न: कुबेर जी की पूजा कैसे की जाती है?

उत्तर: कुबेर जी की पूजा करने के लिए कुबेर यंत्र को दक्षिण दिशा में रख दें और उसके साथ ही कुबेर जी की मूर्ति को भी स्थापित करें। मूर्ति का मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। अब इसके समक्ष कुबेर आरती व चालीसा का पाठ करें।

प्रश्न: कुबेर जी को क्या चढ़ाना चाहिए?

उत्तर: हम लोग कुबेर जी की पूजा में लौंग, इलायची, सुपारी, इत्र इत्यादि चढ़ा सकते हैं और उनका आशीर्वाद ग्रहण कर सकते हैं।

प्रश्न: कुबेर जी की मूर्ति का मुंह किधर होना चाहिए?

उत्तर: कुबेर जी को उत्तर दिशा का स्वामी व रक्षक माना जाता है। ऐसे में जब भी आप अपने घर या दुकान में कुबेर जी की मूर्ति रखें तो उसका मुहं हमेशा उत्तर दिशा की ओर किया हुआ होना चाहिए।

प्रश्न: कुबेर जी को कौन सा प्रसाद चढ़ाना चाहिए?

उत्तर: आप अपनी इच्छा अनुसार कुबेर जी को किसी भी चीज़ का प्रसाद भोग लगा सकते हैं लेकिन वह भोग शुद्ध व स्वच्छ होना चाहिए।

नोट: यदि आप वैदिक ज्ञान 🔱, धार्मिक कथाएं 🕉️, मंदिर व ऐतिहासिक स्थल 🛕, भारतीय इतिहास, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य 🧠, योग व प्राणायाम 🧘‍♂️, घरेलू नुस्खे 🥥, धर्म समाचार 📰, शिक्षा व सुविचार 👣, पर्व व उत्सव 🪔, राशिफल 🌌 तथा सनातन धर्म की अन्य धर्म शाखाएं ☸️ (जैन, बौद्ध व सिख) इत्यादि विषयों के बारे में प्रतिदिन कुछ ना कुछ जानना चाहते हैं तो आपको धर्मयात्रा संस्था के विभिन्न सोशल मीडिया खातों से जुड़ना चाहिए। उनके लिंक हैं:

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लेखक के बारें में: कृष्णा

सनातन धर्म व भारतवर्ष के हर पहलू के बारे में हर माध्यम से जानकारी जुटाकर उसको संपूर्ण व सत्य रूप से आप लोगों तक पहुँचाना मेरा उद्देश्य है। यदि किसी भी विषय में मुझ से किसी भी प्रकार की कोई त्रुटी हो तो कृपया इस लेख के नीचे टिप्पणी कर मुझे अवगत करें।

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