रामायण: रुमा का जीवन परिचय

Ruma In Ramayan In Hindi

रुमा की रामायण (Ruma In Ramayan In Hindi) में महत्वपूर्ण भूमिका थी क्योंकि उसी के कारण श्रीराम ने बालि का वध किया था तथा सुग्रीव को पुनः किष्किन्धा (Sugriv’s Wife Ruma In Hindi) का राजा बनाया था। रुमा सुग्रीव की पत्नी थी जिसका सुग्रीव से गन्धर्व विवाह हुआ था। आज हम आपको रुमा के बारे में बताएँगे।

रामायण में रुमा का जीवन परिचय (Ruma In Ramayan In Hindi)

रुमा का सुग्रीव से विवाह (Ruma Ka Sugriv Se Vivah)

रुमा के जन्म को लेकर दो प्रचलित मान्यताएं हैं। पहली मान्यता के अनुसार सतयुग में जब देवताओं व दानवो के बीच समुंद्र मंथन चल रहा था तब उसमे से कई अप्सराएँ भी निकली थी। उन्ही अप्सराओं में से एक रुमा भी थी।

एक अन्य मान्यता के अनुसार रुमा का जन्म सामान्य परिवार में हुआ था। सुग्रीव व रुमा दोनों एक दूसरे से प्रेम करने लगे थे लेकिन रुमा के पिता इसके विरुद्ध थे। तब सुग्रीव ने हनुमान की सहायता से रुमा का हरण किया तथा दोनों का गन्धर्व विवाह हुआ था। विवाह के पश्चात रुमा किष्किन्धा नगरी आ गयी थी तथा वहां रहने लगी थी।

रुमा का बालि की पत्नी बनना (Ruma And Bali In Hindi)

कुछ समय पश्चात सुग्रीव के बड़े भाई बालि ने सुग्रीव को देश निकाला दे दिया लेकिन रुमा को उसके साथ नही जाने दिया। उसने रुमा की इच्छा के विरुद्ध उसे अपनी पत्नी बनाकर राजमहल में रखा।

बालि का रुमा के लिए वध (Bali Vadh In Hindi)

इसके कुछ दिनों के पश्चात जब श्रीराम की सुग्रीव से मित्रता हुई तब उन्हें बालि के द्वारा रुमा की इच्छा के विरुद्ध उसे अपनी पत्नी रूप में रखने की बात पता चली। यह बालि का वध करने के लिए उनके प्रमुख कारणों में से एक कारण बना।

इसके बाद श्रीराम ने बालि का वध कर दिया (Ruma Role In Ramayan In Hindi) तथा सुग्रीव को किष्किन्धा का राजा घोषित कर दिया। उन्होंने पुनः रुमा का सुग्रीव के साथ विवाह करवा दिया। इसके बाद रुमा पहले की भांति किष्किन्धा की महारानी बनकर रहने लगी थी।

बाद में सुग्रीव अपनी वानर सेना के साथ श्रीराम की सहायता करने गए (Ruma Character In Ramayana In Hindi) व लंकापति रावण का वध किया। रुमा अपनी भाभी तारा के साथ किष्किन्धा नगरी में रहने लगी। किष्किन्धा कांड के समाप्त होने व सुग्रीव के श्रीराम के साथ लंका जाने के पश्चात रुमा का कही कोई विवरण नही मिलता है।

लेखक के बारें में: कृष्णा

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