करवा चौथ की सरगी में क्या खाना चाहिए और क्या नही

What Is Karwa Chauth Sargi In Hindi

करवाचौथ का व्रत हर सुहागिन स्त्री रखती हैं व अपने पति की लंबी आयु के लिए कामना करती हैं। यह व्रत मुख्यतया उत्तर भारत की महिलाओं (Karwa Chauth Sargi In Hindi) के द्वारा प्रमुखता के साथ मनाया जाता हैं। इस दिन महिलाओं को सूर्योदय होने के बाद व संध्या में चंद्रमा को देखने से पहले तक (Karva Chauth Sargi Details In Hindi) अन्न तो क्या जल का भी ग्रहण नही करना होता। हालाँकि अलग-अलग समाज में इसको लेकर अलग-अलग रीतियाँ व मान्यताएं हैं।

करवा चौथ के त्यौहार में जो चीज़ सबसे महत्वपूर्ण होती हैं वह हैं सरगी (What Is Karwa Chauth Sargi In Hindi)। करवाचौथ के दिन महिलाएं सूर्योदय से पहले उठ जाती हैं तथा स्नान आदि करके सरगी के भोजन का सेवन करती हैं जिससे पूरा दिन उनके अंदर भूखे व प्यासे रहने की शक्ति (Sargi Kya Hoti Hai) आए। इसी भोजन को सरगी के नाम से जाना जाता हैं। आइए जानते हैं सरगी के बारे में।

करवा चौथ की सरगी (Sargi For Karwa Chauth In Hindi)

कौन देता हैं सरगी? (Who Gives Sargi In Karva Chauth In Hindi)

सरगी को हमेशा सास अपनी बहु को देती हैं क्योंकि उसका पति उसकी सास का पुत्र होता हैं। सास ही उसके पति को जन्म देने से लेकर अब तक उसका पालन-पोषण करती हैं। इसलिये अपनी बहु के द्वारा अपने पुत्र की लंबी आयु की कामना करने के लिए सास का ही उत्तर दायित्व होता हैं कि वह अपनी बहु को सरगी (Sargi Ki Thali) दे। इसी के साथ सास अपनी बहु को सोलह श्रृंगार का सामान भी देती है।

सास के ना होने पर कौन देता हैं सरगी

यदि किसी कारणवश सास कही और गयी हुई हैं या वहां उपस्थित नही हैं या बीमार हैं या उनकी मृत्यु हो चुकी हैं तो ऐसी स्थिति में घर की कोई भी बड़ी या बुजुर्ग महिला उसे अपनी बहु मानकर सरगी (Sargi Me Kya Kya Hota Hai) देती हैं। यदि सास दूर भी हैं तो वह सरगी के लिए आवश्यक पैसे बहु को भिजवा सकती हैं जिससे बहु सरगी बनाने का सामान खरीद सके।

सरगी का भोजन कब करे? (Karva Chauth Sargi Khane Ka Time)

इस बात का आवश्यक रूप से ध्यान रखे कि आप करवा चौथ के दिन सूर्योदय होने से पहले ही उठकर, स्नान आदि करके सरगी कर ले। सूर्योदय होने के बाद सरगी का भोजन नही किया जा सकता क्योंकि सूर्योदय होते ही करवा चौथ का व्रत (Sargi Kab Khana Chahiye) शुरू हो जाता हैं। आप इसे ऐसे भी कह सकते हैं कि सरगी का भोजन ग्रहण करने के पश्चात आपको कुछ भी ग्रहण नही करना होता व इसके बाद आप अन्न-जल शाम में चंद्रमा को देखने के पश्चात ही ग्रहण कर सकती हैं।

सरगी में क्या खाएं? (Sargi Kya Hai)

अब सबसे महत्वपूर्ण बात कि सरगी में ऐसा क्या खाया जाये जिससे आपके अंदर पूरे दिन भूखा रहने की शक्ति आ सके व आपके शरीर में पर्याप्त ऊर्जा बनी रहे। इसके लिए भी सरगी में पहले से ही परंपरा के अनुसार कुछ ऐसी चीज़े सम्मिलित की गयी हैं (Sargi Me Kya Khana Chahiye) जो आपको पूरा दिन भूखा रहने की शक्ति देता हैं, जैसे कि:

  • मेवे: मेवे ऊर्जा का स्रोत होते हैं जैसे कि काजू, बादाम, किशमिश, पिस्ता, अंजीर इत्यादि। इसलिये सरगी में मेवो को अवश्य सम्मिलित करे जिससे आपके शरीर में पर्याप्त ऊर्जा बनी रहे।
  • खीर: आप सेवइयों या फैनी की खीर खाए। इनमे कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होने के कारण आपको ऊर्जा मिलती हैं व साथ में दूध में प्रोटीन भी होता हैं।
  • फल: फलो का सेवन भी आप आवश्यक रूप से करे जैसे कि केला, सेब, नाशपाती (Sargi Me Kya Khaye) इत्यादि। फलो में फाइबर की मात्रा अधिक होती हैं जो आपको पूरा दिन हाइड्रेट रखने में सहायक होगी।
  • मिठाई: मिठाई का सेवन भी आप अवश्य करे चाहे आप एक आधी ही मिठाई खाए लेकिन खाए जरुर। मिठाई में चीनी आदि आपको पेट से संबंधित समस्या नही होने देगी व गैस, अपच इत्यादि नही होगा।
  • नारियल पानी: लगभग सभी महिलाएं इस दिन के लिए सरगी में नारियल पानी अवश्य मंगाकर रखती हैं मुख्यतया जो निर्जला व्रत रखती हैं। दरअसल नारियल पानी की तासीर ठंडी होती हैं जो पूरा दिन आपको प्यास लगने से बचाने में सहायक हैं। साथ ही इससे शरीर को ठंडक भी मिलती हैं।

इन सबके अलावा आप अपनी पसंद के अनुसार सरगी में कोई भी व्यंजन ले सकती हैं बस प्याज, लहसुन इत्यादि चीजों से बचकर।

सरगी में ना खाएं ये चीज़े (Karva Chauth Mein Kya Khana Chahie Kya Nahin)

कुछ चीज़े हैं जो आपको आवश्यक रूप से सरगी में नही खानी चाहिए अन्यथा पूरे दिन में आपको समस्या हो सकती हैं जिससे आपका व्रत भी टूट सकता हैं। इसलिये आप सरगी के समय इन चीज़ों को खाने से परहेज करे:

  • तला-फला भोजन
  • चाय
  • कॉफी
  • भुजिया इत्यादि।

ऐसी कई चीज़े हैं जिससे आपको अपच, निर्जलीकरण/ डिहाइड्रेशन, गैस इत्यादि बनने की समस्या हो सकती हैं। तली-फली कोई भी चीज़ या चाय-कॉफी आपके लिए दिनभर में समस्या कर सकती हैं। हालाँकि कई महिलाओं को बिना चाय पिए सिर दर्द की समस्या होती हैं, ऐसी स्थिति में आप चाय का सेवन अपनी सुविधानुसार कर सकती हैं।

लेखक के बारें में: कृष्णा

सनातन धर्म व भारतवर्ष के हर पहलू के बारे में हर माध्यम से जानकारी जुटाकर उसको संपूर्ण व सत्य रूप से आप लोगों तक पहुँचाना मेरा उद्देश्य है। यदि किसी भी विषय में मुझसे किसी भी प्रकार की कोई त्रुटी हो तो कृपया इस लेख के नीचे टिप्पणी कर मुझे अवगत करें।

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