क्या आपने कभी सोचा है कि भारत के कितने नाम है (Bharat Ke Kitne Naam Hai) और वह नाम किसने दिए? भारत वह भूमि है जहाँ सनातन संस्कृति फली फूली है तथा लाखों वर्षों तक मानव जाति व विश्व का कल्याण किया है। इसी सनातन संस्कृति ने मनुष्य को जीवन जीने के उच्च मूल्यों से अवगत करवाया तथा एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
संपूर्ण भारत भूमि पर कभी भी एक राजा या व्यक्ति का शासन नहीं रहा तथा यह विभिन्न जनपदों में बंटी थी जिस पर अलग-अलग राजा हुए तथा सबसे शक्तिशाली राजा को भारत का मुख्य राजा कहा जाता था। इस भारत भूमि ने संपूर्ण विश्व को अपना परिवार समझा तथा सभी की भलाई को ही अपना उद्देश्य बताया। लेकिन समय के कुचक्र के साथ-साथ कई लोगों के द्वारा विश्व के अन्य हिस्सों में अलग धर्म बना दिए गए जिसमें शत्रुता का भाव ज्यादा था।
इसी के फलस्वरुप उन्होंने मानव जाति के कल्याण में लगी धर्म की भूमि भारत पर कई आक्रमण किए तथा अपनी सुविधा के अनुसार कई नाम भी दिए। आज हम भारत के नाम (Bharat Ke Naam) तथा दूसरों के दिए गए नामों के बारे में जानेंगे।
Bharat Ke Kitne Naam Hai | भारत के कितने नाम है?
वैसे तो भारत देश के कई नाम रहे हैं लेकिन मुख्य रूप से इसके पांच नाम रहे हैं। यह नाम हैं भारत, आर्यवर्त, मेलुहा, हिंदुस्तान और इंडिया। आज के समय में मुख्य तौर पर भारत और इंडिया ही प्रचलन में है और यही दोनों नाम देश के संविधान में भी दर्ज हैं। इसमें से भारत नाम हमारे देश का मुख्य नाम है जबकि इंडिया अंग्रेजों के द्वारा दिया गया है।
ऐसे में देश का नाम भारत ही है जबकि इंडिया तो हमारी गुलाम मानसिकता को प्रदर्शित करता है। भारत के जो बाकि नाम हैं, उनके पीछे भी कुछ ना कुछ इतिहास जुड़ा हुआ है। आज हम आपके सामने भारत के इन पाँचों नामों का इतिहास रखने जा रहे हैं।
#1. भारत
भारत का सबसे प्राचीन तथा मुख्य नाम भारत माना जाता है जिसका उल्लेख कई पुराणों, ग्रंथों तथा महाकाव्यों में उल्लेखित है। इसे भारत देश, भारतवर्ष, भारत गणराज्य, भारत महाद्वीप इत्यादि कई नामों की संज्ञा दी गई है। जब हम पूजा-पाठ करते हैं तब पंडित जी के द्वारा इसी भारतवर्ष नाम का उल्लेख किया जाता है। वहीं एशिया महाद्वीप को जम्बूद्वीप के नाम से जाना जाता है।
भारत नाम पड़ने के ऊपर अलग-अलग पुराणों में विभिन्न बातें लिखी हुई है लेकिन मुख्यतया सभी में इसे महाराज ऋषभराज के पुत्र भरत के नाम पर रखा नाम मानते हैं। इसके अलावा इसे महाभारत काल के समय के अनुसार महाराज दुष्यंत के पुत्र भरत के नाम पर रखना भी मानते हैं लेकिन यह कथा बहुत बाद की है।
#2. आर्यवर्त
मुख्यतया त्रेतायुग या भगवान राम के समय भारत की भूमि को आर्यवर्त के नाम से जाना जाता था। इसका उल्लेख कई बार वाल्मीकि रचित रामायण में किया गया है। आर्य का अर्थ हुआ जो आर्यों की भूमि है। वैसे यह संपूर्ण भारत भूमि को नहीं दिखाता है। आर्यवर्त में मुख्यतया उत्तर, पश्चिम व मध्य भारत की भूमि आती है जबकि पूर्वी और दक्षिण भारत को मिलाकर यह भारत नाम ही बनता है। आर्यवर्त को आर्यावर्त कहकर भी लिखा जाता है।
#3. मेलुहा
यह अधिकारिक नाम कभी नहीं था। मिस्र देश की पास की धरती को इस नाम से जाना जाता था। इसमें मुख्यतया गुजरात, राजस्थान तथा उसके आसपास की भूमि आती थी। बहुत पहले जब चीन और अफ्रीका देश के लोग भारत भूमि में आते थे तब वे इसे मेलुहा नाम से बुलाते थे। मेलुहा के साथ ही इसे मालवा और मलुहा के नाम से भी जाना जाता है।
#4. हिंदुस्तान
यह नाम हमें विदेशियों मुख्यतया फारसियों के द्वारा दिया गया। भारत की मुख्य पहचान सिंधु नदी थी तथा उसके उस पार की धरती को सिंध कहा जाता था। फारसी लोग जब भारत में आए तब उन्होंने सिंध की बजाए हिंद नाम दिया तथा यहाँ रहने वाले लोगों को हिंदू कहा जाने लगा। इसके साथ ही हमारा देश गुलाम हो गया और अफगान और मुगल आक्रांताओं ने भारत देश में रक्त की नदियाँ बहा दी थी।
उस समय भारत के नाम (Bharat Ke Naam) को तो क्या बल्कि उसकी पहचान को भी बदल दिया गया। यहाँ पर असंख्य हिन्दू, जैन व बौद्ध मंदिरों को तोड़ डाला गया, करोड़ों हिन्दुओं को मार दिया गया या उनका धर्म परिवर्तन करवा दिया गया और सिख गुरुओं की भी बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई थी। उस समय देश का हिंदुस्तान नाम विदेशों में भी प्रचलित हो गया।
#5. इंडिया
यह नाम हमें अंग्रेजों के द्वारा मिला जिनका भारत भूमि पर लगभग दो सौ वर्षों तक राज रहा। वे भारत को इंडस वैली के नाम से पहचानते थे तथा यहाँ रहने वाले लोगों को इंडियन कहते थे। इसलिए उन्होंने इस देश का नाम इंडिया रख दिया।
जब भारत देश को सभी प्रकार की अधीनता से स्वतंत्रता मिली तथा यहाँ लोकतंत्र आया तब जवाहर लाल नेहरु के नेतृत्व में भारत सरकार ने हमारे संविधान के भाग एक में देश के नाम की व्याख्या की जिसमें हिंदी में देश का नाम भारत तथा अंग्रेजी में रिपब्लिक ऑफ इंडिया दिया गया।
यह इतिहास की एक बहुत बड़ी भूल थी कि स्वतंत्रता के बाद देश का अंग्रेजी भाषा में भारत नाम न चुनकर ऐसा नाम चुना गया जो हमारी अधीनता की पहचान था। ऐसे में आपके प्रश्न भारत के कितने नाम है (Bharat Ke Kitne Naam Hai), का उत्तर आधिकारिक तौर पर दो है जबकि इतिहास के तौर पर पांच है।
भारत के नाम से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: भारत देश का 5 नाम क्या है?
उत्तर: भारत देश का 5 नाम भारतवर्ष, आर्यावर्त, मेलुहा, हिंदुस्तान व इंडिया है। इसमें से भारत नाम अपने देश का असली नाम है जबकि हिंदुस्तान और इंडिया आक्रांताओं के दिए नाम हैं।
प्रश्न: भारत के 7 नाम कौन कौन है?
उत्तर: भारत के 7 नाम भारतवर्ष, आर्यावर्त, मेलुहा, हिंदुस्तान, इंडिया, मालवा और हिंद है। इसमें से भारत या भारतवर्ष ही भारत देश का असली नाम है।
प्रश्न: भारत का पहला नाम कौन है?
उत्तर: भारत का पहला नाम आर्यावर्त है जबकि बाद में इसे राजा भरत के कारण भारत नाम दिया गया था। तब से यही नाम सर्वप्रसिद्ध है।
प्रश्न: Bharat ke char Naam कौन कौन se hain?
उत्तर: Bharat ke char Naam भारतवर्ष, आर्यावर्त, हिंदुस्तान व इंडिया है। इसमें से भारत नाम को ही हमारे देश की असली पहचान माना जाता है।
प्रश्न: इंडिया का पूरा नाम क्या है?
उत्तर: इंडिया का पूरा नाम रिपब्लिक ऑफ इंडिया है। यह भारत के संविधान में एक धब्बे के समान है क्योंकि यह नाम हमारे देश पर 200 वर्षों तक शासन करने वाले विदेशी आक्रांताओं ने दिया था।
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