आज हम आपके साथ बगलामुखी आरती (Baglamukhi Aarti) का पाठ करेंगे। माता सती के द्वारा अपने पिता दक्ष के यज्ञ में जाने की अनुमति लेते समय उन्होंने शिवजी को अपना प्रभाव दिखाने के उद्देश्य से दस महाविद्याओं को प्रकट किया था। इसमें से आठवीं महाविद्या बगलामुखी माता थी। माता बगलामुखी के द्वारा हमारे शत्रुओं का नाश किया जाता है तथा वाकशुद्धि भी की जाती है।
इस कारण इसे शत्रु नाशक बगलामुखी आरती भी कह दिया जाता है। आज के इस लेख में हम आपको बगलामुखी आरती PDF (Baglamukhi Aarti PDF) फाइल और इमेज भी देंगे। इसे आप डाउनलोड करके अपने मोबाइल या कंप्यूटर में सेव करके रख सकते हैं और जब मन चाहे तब पढ़ सकते हैं। आइए सबसे पहले करते हैं शत्रु नाशक बगलामुखी आरती का पाठ।
Baglamukhi Aarti | बगलामुखी आरती
जय जय श्री बगलामुखी माता,
आरती करहुँ तुम्हारी।
पीत वसन तन पर तव सोहै,
कुण्डल की छबि न्यारी।
कर-कमलों में मुद्गर धारै,
अस्तुति करहिं सकल नर-नारी।
चम्पक माल गले लहरावे,
सुर नर मुनि जय जयति उचारी।
त्रिविध ताप मिटि जात सकल सब,
भक्ति सदा तव है सुखकारी।
पालत हरत सृजत तुम जग को,
सब जीवन की हो रखवारी।
मोह निशा में भ्रमत सकल जन,
करहु हृदय महँ, तुम उजियारी।
तिमिर नशावहु ज्ञान बढ़ावहु,
अम्बे तुमही हो असुरारी।
संतन को सुख देत सदा ही,
सब जन की तुम प्राण पियारी।
तव चरणन जो ध्यान लगावै,
ताको हो सब भव-भयकारी।
॥ दोहा ॥
बगलामुखी की आरती,
पढ़ै सुनै जो कोय।
विनती कुलपति मिश्र की,
सुख-संपत्ति सब होय॥
बगलामुखी आरती इमेज
यह रही बगलामुखी आरती की इमेज:
यदि आप मोबाइल में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर क्लिक करके रखिए। उसके बाद आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा। वहीं यदि आप लैपटॉप या कंप्यूटर में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर राईट क्लिक करें। इससे आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।
बगलामुखी आरती PDF | Baglamukhi Aarti PDF
अब हम Baglamukhi Aarti PDF फाइल भी आपके साथ साझा कर देते हैं।
यह रहा उसका लिंक: बगलामुखी आरती PDF
ऊपर आपको लाल रंग में बगलामुखी आरती PDF फाइल का लिंक दिख रहा होगा। आपको बस उस पर क्लिक करना है और उसके बाद आपके मोबाइल या लैपटॉप में पीडीएफ फाइल खुल जाएगी। फिर आपके सिस्टम में इनस्टॉल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर के हिसाब से डाउनलोड करने का विकल्प भी ऊपर ही मिल जाएगा।
शत्रु नाशक बगलामुखी आरती
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिरकार क्यों बगलामुखी आरती को शत्रु नाशक बगलामुखी आरती कहा जाता है। तो हम आपको बता दें कि मातारानी ने अपने जो भिन्न-भिन्न रूप लिए हैं उनमें से प्रत्येक रूप अपने अलग गुण का परिचायक होता है। इसमें से जो बगलामुखी माता वाला रूप है वह मुख्य रूप से शत्रुओं का नाश करने के उद्देश्य से ही बनाया गया है।
ऐसे में उनकी आरती को भी शत्रु नाशक बगलामुखी आरती कहकर संबोधित किया जाता है क्योंकि इसके पाठ से व्यक्ति के सभी संकट समाप्त हो जाते हैं और शत्रुओं से उसकी रक्षा होती है। बगलामुखी माता की आरती के लाभों में यह एक मुख्य लाभ है। ऐसे में यदि आपके ऊपर कोई शत्रु हावी होने लगे या आपको उससे निपटने का कोई उपाय ना सूझ रहा हो तो आप सच्चे मन से बगलामुखी माता की आरती या चालीसा का पाठ कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आज के इस लेख के माध्यम से आपने शत्रु नाशक बगलामुखी आरती का पाठ (Baglamukhi Aarti) कर लिया हैं। यदि आपको बगलामुखी आरती PDF फाइल या इमेज डाउनलोड करने में किसी तरह की समस्या आती है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट कर सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।
बगलामुखी आरती से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: मां बगलामुखी का कौन सा वार होता है?
उत्तर: मातारानी के हरेक रूप की पूजा मुख्य तौर पर शुक्रवार के दिन की जाती है। ऐसे में मां बगलामुखी का वार भी शुक्रवार को ही माना जाएगा।
प्रश्न: मां बगलामुखी की पूजा कब करनी चाहिए?
उत्तर: हर वर्ष वैशाख मास के शुल्क पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन माँ बगलामुखी जी की जयंती मनाई जाती है और उनकी पूजा की जाती है।
प्रश्न: बगलामुखी माता का भोग क्या है?
उत्तर: बगलामुखी माँ को पीले रंग की वस्तुएं बहुत पसंद आती है। ऐसे ने उन्हें पीले रंग के चावल, लड्डू, पुष्प इत्यादि का भोग लगाया जा सकता है।
प्रश्न: बगलामुखी की पूजा करने से क्या होता है?
उत्तर: माता बगलामुखी की पूजा करने से व्यक्ति के शत्रुओं का नाश हो जाता है और उसके जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
नोट: यदि आप वैदिक ज्ञान 🔱, धार्मिक कथाएं 🕉️, मंदिर व ऐतिहासिक स्थल 🛕, भारतीय इतिहास, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य 🧠, योग व प्राणायाम 🧘♂️, घरेलू नुस्खे 🥥, धर्म समाचार 📰, शिक्षा व सुविचार 👣, पर्व व उत्सव 🪔, राशिफल 🌌 तथा सनातन धर्म की अन्य धर्म शाखाएं ☸️ (जैन, बौद्ध व सिख) इत्यादि विषयों के बारे में प्रतिदिन कुछ ना कुछ जानना चाहते हैं तो आपको धर्मयात्रा संस्था के विभिन्न सोशल मीडिया खातों से जुड़ना चाहिए। उनके लिंक हैं:
अन्य संबंधित लेख: