Ram Ki Behen Ka Naam: राम की बहन की शादी किससे हुई थी?

Ram Ki Bahan Ka Kya Naam Tha

क्या आप जानते हैं कि भगवान राम की एक बहन भी थी? ऐसे में सबसे पहला प्रश्न जो आपके दिमाग में उठेगा, वह यही होगा कि भगवान राम की बहन का क्या नाम था (Ram Ki Bahan Ka Kya Naam Tha)!! ऐसे में आज के इस लेख में हम आपके श्री राम की बहन का नाम (Ram Ki Behen Ka Naam) सहित उनके जीवन से जुड़े कई अन्य प्रश्नों का भी समाधान करेंगे

उदाहरण के तौर पर, श्रीराम की बहन के बारे में रामायण में बताया क्यों नहीं गया है, राम की बहन की शादी किससे हुई थी इत्यादि। आइए भगवान श्रीराम की बहन के बारे में संपूर्ण जानकारी ले लेते हैं।

भगवान राम की बहन का क्या नाम था? (Ram Ki Bahan Ka Kya Naam Tha)

हम सभी भगवान श्रीराम के जीवन, माता सीता से विवाह, रावण से युद्ध इत्यादि के बारे में तो जानते हैं। रामायण में भी भगवान श्रीराम व उनके परिवार की विस्तृत जानकारी दी गई है लेकिन क्या आप यह भी जानते हैं कि भगवान राम से बड़ी उनकी एक बहन भी थी? भगवान राम की बहन का नाम (Ram Ki Behen Ka Naam) शांता है।

इनका वर्णन वाल्मीकि रचित रामायण या तुलसीदास जी की रामचरितमानस में तो नहीं है किंतु कुछ अन्य रामायण में इनका उल्लेख देखने को मिलता है। यही कारण है कि रामायण के मुख्य पात्रों या धारावाहिकों में शांता के बारे में नहीं दिखाया जाता है।

शांता का जन्म भगवान श्रीराम से पहले हुआ था। इस तरह से वह चारों भाइयों की बड़ी बहन कहलाई। इतना ही नहीं, बल्कि शांता के कारण ही उनके चारों भाइयों अर्थात दशरथ के चारों पुत्रों का जन्म हो पाया था। जब शांता की रामायण में इतनी बड़ी भूमिका थी तो उनके बारे में दिखाया क्यों नहीं गया है। इसके बारे में आपको यह लेख पढ़कर पता चल जाएगा।

शांता किसकी बेटी थी?

राजा दशरथ की सबसे बड़ी रानी थी कौशल्या जिनसे एक दिन उन्हें पुत्री की प्राप्ति हुई। उसका नाम उन्होंने शांता रखा। शांता संगीत व कला में निपुण थी व दिखने में भी सुंदर थी। वह स्वभाव से बहुत शालीन थी व वेदों की अच्छी ज्ञाता थी।

अंगदेश के राजा रोमपद थे जिनकी पत्नी का नाम वर्षिणी था। वर्षिणी रानी कौशल्या की बहन थी। रोमपद व वर्षिणी की कोई संतान नहीं थी इसलिए वे हमेशा दुखी रहते थे। एक दिन वे अयोध्या आए हुए थे तो उन्होंने शांता को देखा। शांता के स्वभाव को देखकर वे दोनों बहुत खुश हो गए।

जब महाराज दशरथ ने रोमपद व वर्षिणी के व्याकुल मन व संतान प्राप्ति के लिए दुखी देखा तो उन्होंने कौशल्या से विचार-विमर्श कर शांता को उन्हें गोद दे दिया। संतान के रूप में शांता को पाकर दोनों बहुत खुश थे व वे उसे अपने साथ अंगदेश लेकर चले गए।

शांता बनी अंगदेश की राजकुमारी

राजा रोमपद व वर्षिणी शांता को पाकर अत्यंत प्रसन्न थे व उन्होंने जाते ही शांता को अंगदेश की राजकुमारी घोषित कर दिया। दोनों बड़े ही लालन पालन से उसका भरण पोषण कर रहे थे। एक दिन राजा रोमपद अपनी पुत्री शांता के साथ बैठे बात कर रहे थे तभी एक ऋषि उनके राजमहल में आया। अपनी पुत्री के साथ बातचीत में व्यस्त होने के कारण राजा ने उस ऋषि पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। इससे ऋषि वहां से क्रोधित होकर चले गए।

इंद्र का अंगदेश राज्य पर प्रकोप

ऋषि ने जब यह बात राजा इंद्र को बताई तो वे इस बात से अत्यंत क्रोधित हो गए। उस समय मानसून का मौसम था तो इंद्र ने अंगदेश पर वर्षा करने से मना कर दिया। वर्षा के ना होने से अंगदेश पर भयानक अकाल पड़ा जिससे देश का धन धान्य समाप्त होने की कगार पर आ पहुंचा। इससे व्यथित होकर राजा रोमपद किसी सिद्ध ऋषि की खोज में थे ताकि इस समस्या का निवारण किया जा सके।

राम की बहन की शादी किससे हुई थी?

उसी समय रोमपद के एक सिद्ध ऋषि श्रृंग मुनि (Rishyasringa) से उनकी भेंट हुई जिनको उन्होंने अपनी समस्या बताई। ऋषि श्रृंग ने राज्य को इस समस्या से निकालने के लिए एक यज्ञ का आयोजन किया। उस यज्ञ के फलस्वरूप इंद्र देव प्रसन्न हो गए व अंगदेश पर वर्षा की। अब अंगदेश पहले के जैसे खुशहाल हो गया था व राजा रोमपद भी ऋषि श्रृंग से बहुत ज्यादा प्रभावित थे।

ऋषि श्रृंग के द्वारा राज्य को इस समस्या से निकालने के लिए राजा रोमपद ने उन्हें अपनी पुत्री शांता को पत्नी रूप में भेंट किया। बड़ी धूमधाम से शांता व ऋषि श्रृंग का विवाह संपन्न करवाया गया। अब ऋषि श्रृंग एक तरह से राजा दशरथ व रानी कौशल्या के दामाद भी बन चुके थे।

ऋषि श्रृंग के द्वारा दशरथ का पुत्र कामेष्टि यज्ञ

कुछ समय बाद जब राजा दशरथ अयोध्या का उत्तराधिकारी ना मिलने के कारण दुखी थे और वे पुत्र प्राप्ति के लिए महर्षि वशिष्ठ के पास गए थे तो उन्होंने ऋषि श्रृंग से पुत्र कामेष्टि यज्ञ करवाने का परामर्श दिया था। तब अपनी पत्नी शांता के कहने व अपने ससुर दशरथ के द्वारा अनुरोध करने पर ऋषि श्रृंग मुनि पुत्र कामेष्टि यज्ञ करने को तैयार हो गए थे। फलस्वरूप दशरथ को चार पुत्रों श्रीराम, भरत, लक्ष्मण व शत्रुघ्न की प्राप्ति हुई।

इस तरह से आज आपने भगवान राम की बहन का क्या नाम था (Ram Ki Bahan Ka Kya Naam Tha) और राम की बहन की शादी किससे हुई थी, सहित कई प्रश्नों के उत्तर जान लिए हैं।

राम की बहन शांता से जुड़े प्रश्नोत्तर

प्रश्न: शांता का विवाह किससे हुआ?

उत्तर: शांता का विवाह प्रसिद्ध सिद्ध ऋषि श्रृंग मुनि से हुआ था इन्होंने ही बाद में चलकर राजा दशरथ का पुत्र कामेष्टि यज्ञ करवाया था

प्रश्न: राम की बहन शांता के कितने पुत्र थे?

उत्तर: राम की बहन शांता के कोई पुत्र नहीं था इस तरह से श्रृंग मुनि व उनकी पत्नी शांता के कोई संतान नहीं थी

प्रश्न: लक्ष्मण की बहन का क्या नाम था?

उत्तर: लक्ष्मण की बहन का नाम शांता था वह उनकी सगी बहन नहीं थी शांता माता कौशल्या की संतान थी जो श्रीराम की सगी बहन थी

प्रश्न: राजा दशरथ की पुत्री का जन्म कैसे हुआ?

उत्तर: सबसे पहले राजा दशरथ को एक पुत्री का ही जन्म हुआ था उसका नाम शांता था जो कौशल्या के गर्भ से जन्मी थी

प्रश्न: देवी शांता कौन थी?

उत्तर: देवी शांता राजा दशरथ व रानी कौशल्या की प्रथम संतान थी इस तरह से वह श्रीराम की बहन भी थी

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लेखक के बारें में: कृष्णा

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