आदिनाथ भगवान (Adinath Bhagwan) को जैन धर्म का संस्थापन तथा प्रथम तीर्थंकर माना जाता है। उनका जन्म भारतभूमि में ही हुआ था। इनको ऋषभदेव या वृषभदेव के नाम से भी जाना जाता है।... Read more »
नवरात्र के नौवें दिन नवदुर्गा के नवम रूप सिद्धिदात्री माता (Siddhidatri Mata) की पूजा करने का विधान है। माँ सिद्धिदात्री की पूजा नवरात्र के आखिरी दिन इसलिए की जाती हैं क्योंकि इनकी... Read more »
नवरात्र के आठवें दिन नवदुर्गा के अष्टम रूप महागौरी माता (Mahagauri Mata) की पूजा करने का विधान है। अब मातारानी के इस रूप की आठवें दिन पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि... Read more »
नवरात्र के सातवें दिन नवदुर्गा के सप्तम रूप कालरात्रि माता (Kalratri Mata) की पूजा करने का विधान है। मां कालरात्रि का रूप अंधकार के समान एक दम काला तथा भयानक है जिनकी... Read more »
नवरात्र के छठे दिन नवदुर्गा के छठम रूप मां कात्यायनी (Maa Katyayani) की पूजा की जाती है। यह माँ दुर्गा के 9 रूपों में एक प्रमुख रूप है। कात्यायनी देवी को त्रिदेव... Read more »
नवरात्रि के पांचवें दिन नवदुर्गा के पंचम रूप मां स्कंद माता (Maa Skandmata) की पूजा करने का विधान है। यह हिमालय की पुत्री तथा माता पार्वती का ही एक रूप है। स्कंद... Read more »
नवरात्र के चौथे दिन नवदुर्गा के चतुर्थ रूप माता कुष्मांडा की पूजा (Mata Kushmanda) करने का विधान है। ब्रह्मांड की रचना करने के कारण इन्हें कूष्मांडा कहा गया। जब सृष्टि में कुछ... Read more »
नवदुर्गा का तृतीय रूप मां चंद्रघंटा (Maa Chandraghanta) होती है। इनकी नवरात्र के तीसरे दिन पूजा की जाती है। मातारानी के पहले दो रूप शांत स्वभाव के थे किंतु यह रूप अत्यंत... Read more »
नवरात्र में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करने का विधान है जिनमें उनका दूसरा रूप ब्रह्मचारिणी माता (Brahmacharini Mata) के नाम से विख्यात है। माँ दुर्गा का यह रूप हमें... Read more »
नवरात्रि में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करने का प्रावधान है जिनमें से प्रथम रूप शैलपुत्री माता (Shailputri Mata) है। इनके अन्य नाम माँ पार्वती, सती, हेमवती, भवानी व वृषारूढा... Read more »