चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिला को क्या करना चाहिए (Chandra Grahan Me Pregnant Lady Kya Kare) और क्या नहीं करना चाहिए। हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण को एक विशेष भोगौलिक घटना माना गया है जिसमें सभी को अपना विशेष ध्यान रखना होता है। इस समय चारों ओर नकारात्मक किरणें बहुतायत में होती है।
ऐसे में जो स्त्रियाँ गर्भवती हैं उन्हें तो अपना सबसे ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। उनकी असावधानी से गर्भ में पल रहे शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए आज हम आपको बताएँगे कि चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिला को क्या नहीं करना चाहिए (Pregnant Lady Ko Grahan Me Kya Karna Chahiye) और किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिला को क्या नहीं करना चाहिए?
वैसे तो चंद्र ग्रहण के समय हम सभी को ही अपना ध्यान रखने की आवश्यकता होती है लेकिन प्रेग्नेंट महिलाओं को तो मुख्य तौर पर सतर्क रहना चाहिए। वह इसलिए क्योंकि उनके द्वारा थोड़ी सी भी असावधानी बरती जाती है तो इसका प्रभाव उनके अजन्मे बच्चे पर पड़ता है। यदि उस दौरान नियमों का ध्यान नहीं रखा जाता है तो होने वाला बच्चा विसंगति के साथ पैदा होने की संभावना बनी रहती है।
इसलिए आज का हमारा यह लेख चंद्र ग्रहण में प्रेग्नेंट लेडी क्या करें (Chandra Grahan Me Pregnant Lady Kya Kare) और क्या ना करें, विषय के ऊपर ही लिखा गया है। आपको भी यहाँ दी गई हरेक बात को ध्यान से पढ़ना चाहिए और चन्द्र ग्रहण के समय उनका पालन करना चाहिए।
#1. घर से बाहर ना निकलें
सबसे पहली तथा मुख्य बात, ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं ना तो घर से बाहर निकलें तथा न ही इसे किसी प्रकार से देखने का प्रयास करें। इस समय आप घर के अंदर ही रहें तथा ग्रहण की छाया अपने ऊपर न पड़ने दें। यदि पेट पर ग्रहण की थोड़ी सी भी छाया पड़ जाती है तो यह बच्चे के लिए अत्यधिक हानिकारक हो सकती है। इसलिए इस दौरान चाहे कितना भी जरुरी काम हो, घर से ना निकलें और यदि बहुत ज्यादा जरुरी हो तो पूरी तरह से शरीर को ढककर और कार में ही निकलें।
#2. भोजन ना करें
इस समय आप किसी भी प्रकार का अन्न ग्रहण न करें तथा न ही उसे पकाएं। चंद्रग्रहण के समय भोजन दूषित हो जाता है जिसका आप पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में किसी भी तरह के खाने की मनाही होती है। मुख्य तौर पर प्रेग्नेंट लेडी को तो कुछ भी नहीं खाना चाहिए।
#3. जल में तुलसी का पत्ता
चंद्र ग्रहण लगने से पहले जल में तुलसी का पत्ता डालकर रखें जिसे आप ग्रहण के समय पी सकती हैं। तुलसी के पत्ते से ग्रहण का प्रभाव उस पर नहीं पड़ता है या बहुत कम पड़ता है। वैसे तो आप पानी नहीं पीने का प्रयास करें लेकिन यदि पीना भी पड़े तो उसमें तुलसी का पत्ता अवश्य होना चाहिए।
#4. नुकीली वस्तु को ना
इस समय आप किसी भी नुकीली वस्तु के इस्तेमाल से बचें। जैसे कि सिलाई करना, सुई या चाकू का इस्तेमाल करना इत्यादि। कहते हैं कि ऐसा करने से पेट के अंदर बच्चे के अंग भी कट सकते हैं और वह अपंग हो सकता है। वहीं इस दौरान प्रकाश की किरणें परावर्तित होती है जिससे आपकी आँखें चौंधिया सकती है और चोट लग सकती है।
#5. गोद में रखें नारियल
अपने ऊपर पड़ने वाली नकारात्मकता को दूर करने के लिए आप अपने पास नारियल रख सकती हैं। साथ ही नारियल पानी पीने से भी आपके ऊपर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इसके लिए आपको बिस्तर पर चौकड़ी मारकर बैठना होता है और अपनी गोद में एक नारियल रखना होता है। आमतौर पर हर गर्भवती महिला के द्वारा चंद्र ग्रहण के समय यही किया जाता है।
ऐसा करने से उसके बच्चे पर चंद्रग्रहण का बिल्कुल भी प्रभाव नहीं पड़ता है। नारियल सभी तरह की नकारात्मक शक्तियों व किरणों को दूर कर देता है या उसे अपने अंदर खींच लेता है।
#6. मंदिर ना जाएं
ग्रहण के समय आप भगवान के मंदिर या पूजा स्थल में जाने से बचें तथा उनकी मूर्तियों को भी न छुएं। बहुत महिलाओं को लगता है कि इस दौरान उन्हें अपने घर के पूजा स्थल में बैठकर ईश्वर का ध्यान करना चाहिए। हालाँकि यह बिल्कुल ही गलत है। इस दौरान ईश्वर की मूर्ति को स्पर्श करना तो दूर बल्कि पूजा स्थल पर पर्दा कर देना चाहिए और वहाँ पैर भी नहीं रखना चाहिए। ग्रहण समाप्ति के पश्चात मंदिर स्थल को गंगा जल से शुद्ध करें।
#7. मंत्रों का जाप करें
इस दौरान ईश्वर की मूर्ति को नहीं छूना होता है और ना ही मंदिर में जाना होता है लेकिन मंत्रों का जाप किया जा सकता है। ऐसे में आप स्वयं पर ग्रहण का प्रभाव कम करने के लिए भगवान का ध्यान कर सकती हैं। इस समय आप मंत्रों का जाप करें। मुख्यतया ॐ मंत्र और गायत्री मंत्र का जाप लाभकारी माना गया है।
#8. आराम करें
ग्रहण के समय कोई भी भारी काम करने से बचें तथा अपने शरीर को पूर्णतया आराम दें। आपका गर्भ चाहे कितने भी माह का हो, उससे अंतर नहीं पड़ता है। आपको इस दौरान अपने बिस्तर पर बैठकर बस आराम करना चाहिए। हालाँकि ना तो आपको सोना होगा और ना ही लेटना होगा। आप टीवी या मोबाइल भी ना देखें।
#9. सकारात्मक रहें
इस समय नकारात्मकता हावी होती है। इसलिए अपने मन में किसी भी प्रकार के बुरे विचार न आने दें अन्यथा इसका बुरा प्रभाव आपके बच्चे पर पड़ेगा। वैसे भी प्रेगनेंसी में नकारात्मकता बहुत ज्यादा हावी हो जाती है। इसलिए चंद्र ग्रहण के समय आपको सकारात्मक सोचना चाहिए, वैसे ही लोगों से बातचीत करनी चाहिए और सकारात्मक चीजें ही पढ़नी चाहिए।
#10. ग्रहण समाप्ति पर स्नान
ग्रहण समाप्ति के बाद किसी भी प्रकार के नकारात्मक प्रभाव को समाप्त करने के लिए गंगाजल से स्नान अवश्य करें। इससे आप पर पड़ा चंद्र ग्रहण का प्रभाव समाप्त हो जाएगा। आप अपने नहाने की बाल्टी में गंगाजल की कुछ बूँद मिला सकती हैं। स्नान करने के पश्चात कपड़े भी नए और धुले हुए पहने और पुराने कपड़ों को धोने में डाल दें।
चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिला को क्या करना चाहिए?
ऊपर आपने जान लिया है कि चंद्र ग्रहण के समय प्रेग्नेंट लेडी को क्या कुछ करना चाहिए हालाँकि अब हम आपको स्पष्ट रूप से यह बताने वाले हैं कि उस दौरान आपको किस तरह की गतिविधि (Pregnant Lady Ko Grahan Me Kya Karna Chahiye) करनी चाहिए।
पहली बात तो आपको ग्रहण से पहले ही सभी आवश्यक काम निपटा लेने चाहिए। उदाहरण के तौर पर घर के सभी काम, खाना खाना, मल-मूत्र का त्याग, पानी पीना, सो लेना इत्यादि सबकुछ। वह इसलिए क्योंकि चंद्र ग्रहण लगते ही उसके समाप्त होने तक आपको सख्त नियम का पालन करना होगा। यदि आप नियमानुसार चलेंगी तो आपके अजन्मे बच्चे पर चन्द्र ग्रहण का कोई भी दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा।
ग्रहण लगते ही आपको अपने घर के अंदर के कमरे में दरवाजे को ढाल कर चौकड़ी मार कर बैठ जाना चाहिए और अपनी गोद में नारियल को रखना चाहिए। इस दौरान ना तो सोना है, ना लेटना है, ना कुछ खाना या पीना है और ना ही इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल करना है। आप इस दौरान ॐ या गायत्री मंत्र या अन्य किसी वैदिक मंत्र का जाप करें। ध्यान लगाएं या ईश्वर का ध्यान करें। पुस्तकें पढ़ें या लोगों से बातचीत करें, लेकिन मोबाइल पर नहीं।
ग्रहण की समाप्ति होने पर आप नहाने के पानी में गंगाजल डालकर उससे स्नान करें। इसके बाद ही आप भोजन या जल ग्रहण करें, उससे पहले नहीं। इस तरह से आप चंद्र ग्रहण के प्रभाव से स्वयं को और अपने बच्चे को बचाए रख सकती हैं। तो इस तरह से आपने जान लिया है कि चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिला को क्या करना चाहिए (Chandra Grahan Me Pregnant Lady Kya Kare) और क्या नहीं करना चाहिए।
चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिला से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: चंद्र ग्रहण में गर्भवती को क्या करना चाहिए?
उत्तर: चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिला को अपने बिस्तर पर चौकड़ी मारकर बैठना चाहिए और गोद में नारियल रखना चाहिए। इस दौरान उसे मंत्रों का जाप करना चाहिए।
प्रश्न: चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं क्या करें?
उत्तर: चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं अपने घर के अंदर वाले कमरे में आराम करें। हालाँकि इस दौरान वे सो या लेट नहीं सकती हैं और ना ही उन्हें डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल करना है।
प्रश्न: चन्द्र ग्रहण में प्रेग्नेंट लेडी को क्या नहीं करना चाहिए?
उत्तर: चन्द्र ग्रहण में प्रेग्नेंट लेडी को ना तो सोना चाहिए, ना ही लेटना चाहिए, ना ही मोबाइल या टीवी का इस्तेमाल करना चाहिए और ना ही मंदिर या पूजा स्थल में जाना चाहिए।
प्रश्न: चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाएं क्या करें?
उत्तर: चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाएं ॐ व गायत्री मंत्र का जाप करें। वह अपनी गोद में नारियल को रखें और मन सकारात्मक बनाए रखें।
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