गौ माता की आरती PDF फाइल सहित डाउनलोड करें

Gau Mata Ki Aarti

आज हम गौ माता की आरती (Gau Mata Ki Aarti) का पाठ करेंगे। सनातन धर्म में गौ माता का प्रमुख स्थान है और सभी तरह के पशुओं में केवल उन्हें ही हमारी माता का स्थान दिया गया है। धर्म के अनुसार गौ माता में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसे में गौ माता की आरती करने से सभी देवी-देवताओं की भी आरती हो जाती है और नारायण भी अत्यधिक प्रसन्न होते हैं।

इसी के साथ ही आपको गौ माता की आरती लिरिक्स (Gau Mata Ki Aarti Lyrics) का हिंदी में अर्थ भी पढ़ने को मिलेगी ताकि आप इसका भावार्थ समझ सकें। फिर गौ माता की आरती PDF फाइल भी साझा की जाएगी। लेख के अंत में हम आपके साथ गौ माता आरती का महत्व व लाभ भी साझा करेंगे। तो आइए सबसे पहले करते हैं गौ माता की आरती हिंदी में।

Gau Mata Ki Aarti | गौ माता की आरती

ॐ जय जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता।
जो कोई तुमको ध्याता, त्रिभुवन सुख पाता॥

सुख समृद्धि प्रदायनी, गौ की कृपा मिले।
जो करे गौ की सेवा, पल में विपत्ति टले॥

आयु ओज विकासिनी, जन जन की माई।
शत्रु मित्र सुत जाने, सब की सुख दाई॥

सुर सौभाग्य विधायिनी, अमृती दुग्ध दियो।
अखिल विश्व नर नारी, शिव अभिषेक कियो॥

ममतामयी मन भाविनी, तुम ही जग माता।
जग की पालनहारी, कामधेनु माता॥

संकट रोग विनाशिनी, सुर महिमा गाई।
गौ शाला की सेवा, संतन मन भाई॥

गौ मां की रक्षा हित, हरी अवतार लियो।
गौ पालक गौपाला, शुभ संदेश दियो॥

श्री गौमाता की आरती, जो कोई सुत गावे।
पदम् कहत वे तरणी, भव से तर जावे॥

ॐ जय जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता॥

Gau Mata Ki Aarti Lyrics | गौ माता की आरती लिरिक्स – अर्थ सहित

ॐ जय जय गौमाता, मैया जय जय गौमाता।
जो कोई तुमको ध्याता, त्रिभुवन सुख पाता॥

गौ माता की जय हो, जय हो। हम सभी की मैया गौमाता की जय हो, जय हो। जो कोई भी गौ माता का ध्यान करता है और उनकी सेवा करता है, उसे तीनों लोकों में सुखों की प्राप्ति होती है।

सुख समृद्धि प्रदायनी, गौ की कृपा मिले।
जो करे गौ की सेवा, पल में विपत्ति टले॥

जिस किसी पर भी गौ माता की कृपा हो जाती है, उसे इस विश्व में सभी प्रकार के सुख व समृद्धि की प्राप्ति होती है। जिस किसी के द्वारा गौ माता की सेवा की जाती है, उसकी हर विपत्ति एक पल में ही दूर हो जाती है।

आयु ओज विकासिनी, जन जन की माई।
शत्रु मित्र सुत जाने, सब की सुख दाई॥

गौ माता के द्वारा हमारी आयु में भी वृद्धि देखने को मिलती है और वे इस विश्व के हरेक प्राणी का पालन-पोषण करती हैं। वे शत्रु, मित्र और अपनी संतान हर किसी को सुख प्रदान करने वाली हैं।

सुर सौभाग्य विधायिनी, अमृती दुग्ध दियो।
अखिल विश्व नर नारी, शिव अभिषेक कियो॥

गौमाता के द्वारा देवताओं को भी सौभाग्य प्रदान किया जाता है और अमृत रूप में दूध भी वही प्रदान करती हैं। समस्त विश्व के नर-नारी व शिव जी ने मिलकर उनका अभिषेक किया है।

ममतामयी मन भाविनी, तुम ही जग माता।
जग की पालनहारी, कामधेनु माता॥

वे हमें ममता प्रदान करने वाली और मन को सुख देने वाली हैं। वे ही इस जगत की माता हैं। कामधेनु के रूप में वे ही इस जगत की पालनहार हैं।

संकट रोग विनाशिनी, सुर महिमा गाई।
गौ शाला की सेवा, संतन मन भाई॥

गौमाता हम सभी के संकटों व रोग का नाश कर देती हैं। देवताओं के द्वारा भी उनकी महिमा का वर्णन किया गया है। जो कोई भी गौशाला जाकर गौमाता की सेवा करता है, उसे अपनी संतान से सुख की प्राप्ति होती है।

गौ मां की रक्षा हित, हरी अवतार लियो।
गौ पालक गौपाला, शुभ संदेश दियो॥

गौमाता की रक्षा करने के लिए ही श्रीहरि ने श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया था। गौ माता की सेवा करते हुए उन्हें गोपाल नाम दिया गया और इस रूप में उन्होंने गौमाता की सेवा करने का शुभ संदेश दिया है।

श्री गौमाता की आरती, जो कोई सुत गावे।
पदम् कहत वे तरणी, भव से तर जावे॥

पद्म जी कहते हैं कि जो कोई भी सच्चे मन के साथ गौमाता की आरती गाता है और उनकी सेवा करता है, वह भवसागर को पार कर जाता है और मोक्ष को प्राप्त करता है।

गौ माता की आरती PDF | Gau Mata Ki Aarti PDF

अब हम Gau Mata Ki Aarti PDF फाइल भी आपके साथ साझा कर देते हैं

यह रहा उसका लिंक: गौ माता की आरती PDF

ऊपर आपको लाल रंग में गौ माता की आरती की PDF फाइल का लिंक दिख रहा होगा। आपको बस उस पर क्लिक करना है और उसके बाद आपके मोबाइल या लैपटॉप में पीडीएफ फाइल खुल जाएगी। फिर आपके सिस्टम में इनस्टॉल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर के हिसाब से डाउनलोड करने का विकल्प भी ऊपर ही मिल जाएगा।

गौ माता आरती का महत्व

गौ माता का महत्व शायद ही किसी सनातनी या भारतवासी को बताने की आवश्यकता हो। भारत देश के हर शहर और ग्राम में गौशालाओं का निर्माण किया गया है। हर दिन लाखों भक्त उन गौशाला में गौ माता की सेवा करने जाते हैं और देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। गौ माता में ना केवल सभी देवी-देवताओं का वास होता है बल्कि यह श्रीहरि के प्रमुख अवतार श्रीकृष्ण को अत्यधिक प्रिय भी है।

ऐसे में गौ माता की आरती के माध्यम से गौ माता के गुणों और महत्व के बारे में बात की गयी है। इसी के साथ ही क्यों हमें उनकी पूजा और सेवा करनी चाहिए और उनकी सेवा के फलस्वरूप हमें क्या मिलता है, इसके बारे में गौ आरती में बताया गया है। यही गौ माता आरती का महत्व होता है।

गौ माता की आरती के लाभ

जो भी भक्तगण सच्चे मन के साथ गौ आरती का पाठ करता है, गौ माता की सेवा करता है और उसके लिए तन, मन व धन लगाता है, उसे कुछ और करने की आवश्यकता ही नहीं होती है। केवल गौ माता की पूजा और सेवा करने से ही उसे सभी देवताओं व ईश्वर का आशीर्वाद मिल जाता है और सभी तरह के पाप नष्ट हो जाते हैं। यदि सच्चे मन के साथ प्रतिदिन गौ माता की आरती व गौ माता की सेवा की जाए तो उस व्यक्ति का उद्धार हो जाता है।

उसे ना केवल इस मनुष्य जीवन में सुख मिलता है बल्कि आत्मा भी तृप्त होती है। मृत्यु के पश्चात उसे जीवन-मरण के चक्र से मुक्ति मिल जाती है और वह विष्णु लोक में स्थान प्राप्त करता है अर्थात उसे मोक्ष प्राप्ति हो जाती है। अब इसे बढ़कर गौ माता की आरती करने से मिलने वाला लाभ और क्या ही हो सकता है। ऐसे में हम में से हर किसी को प्रतिदिन गौ माता की आरती और सेवा करनी चाहिए।

निष्कर्ष

आज के इस लेख के माध्यम से आपने गौ माता की आरती हिंदी में अर्थ सहित (Gau Mata Ki Aarti) पढ़ ली हैं। साथ ही आपने गौ माता आरती के लाभ और महत्व के बारे में भी जान लिया है। यदि आपको गौ माता की आरती PDF डाउनलोड करने में किसी तरह की समस्या आती है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट कर सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

गौ माता की आरती से संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न: गौ माता का मंत्र क्या है?

उत्तर: वैसे तो गौ माता के नाम के 108 मंत्र होते हैं लेकिन सभी मंत्रों के सार के रूप में आप “ॐ गोविन्दाय नमः॥” का जाप कर सकते हैं क्योंकि श्रीकृष्ण को गाय माता और गाय माता को श्रीकृष्ण अत्यधिक प्रिय थे।

प्रश्न: गौ माता की पूजा कैसे की जाती है?

उत्तर: गौ सेवा ही सच्चे अर्थों में गौ माता की पूजा होती है। इसके लिए आपको अपने घर के आसपास की गौ माता या फिर गौशाला में जाकर उनकी सेवा करनी चाहिए।

प्रश्न: गौ माता की पूजा करने से क्या फल मिलता है?

उत्तर: जो फल आपको गौ माता की पूजा करने से मिलता है, वह शायद ही आपको किसी अन्य देवी-देवता की पूजा करने से मिलता हो। ऐसा इसलिए क्योंकि गौ माता में ही सभी देवी-देवताओं का वास होता है।

प्रश्न: गाय को रोटी खिलाते समय कौन सा मंत्र पढ़ना चाहिए?

उत्तर: गाय को रोटी खिलाते समय “ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना।। ॐ सह नाववतु। सह नौ भुनक्तु।” मंत्र पढ़ना चाहिए।

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लेखक के बारें में: कृष्णा

सनातन धर्म व भारतवर्ष के हर पहलू के बारे में हर माध्यम से जानकारी जुटाकर उसको संपूर्ण व सत्य रूप से आप लोगों तक पहुँचाना मेरा उद्देश्य है। यदि किसी भी विषय में मुझ से किसी भी प्रकार की कोई त्रुटी हो तो कृपया इस लेख के नीचे टिप्पणी कर मुझे अवगत करें।

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