सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिला को सोना चाहिए या नहीं? आइए जाने

सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को क्या क्या नहीं करना चाहिए

आज हम आपको बताएँगे कि सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को क्या क्या नहीं करना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना चाहिएसूर्य ग्रहण को हिंदू धर्म में अनिष्टकारी माना गया है क्योंकि उस समय वातावरण में हानिकारक किरणों का प्रभाव अत्यधिक बढ़ जाता है। इसका नकारात्मक प्रभाव मनुष्य के स्वास्थ्य पर पड़ता है। ऐसे समय में गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखने को कहा जाता है क्योंकि किसी भी प्रकार की असावधानी उनके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए अत्यंत हानिकारक सिद्ध हो सकती है।

गर्भवती महिलाओं के भी इससे संबंधित कई प्रश्न होते हैं। इसमें सबसे मुख्य प्रश्न है सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिला को सोना चाहिए या नहीं। ऐसे में आज हम आपको बताएँगे कि सूर्य ग्रहण में प्रेग्नेंट लेडी क्या करे (Surya Grahan Me Pregnant Lady Kya Kare) और क्या ना करे। आइए जानते हैं।

सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को क्या क्या नहीं करना चाहिए?

वैसे तो सूर्य ग्रहण का प्रभाव सभी के लिए बुरा रहता है। वह इसलिए क्योंकि उसकी किरणों को चंद्रमा रोक लेता है और इस कारण चारों ओर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ जाता है। ऐसे में जिस पर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिलता है वह होता है एक महिला की कोख में पल रहा बच्चा।

इस दौरान यदि प्रेग्नेंट लेडी थोड़ी से भी कोताही बरतती है तो इसका दुष्प्रभाव उसके अजन्मे बच्चे पर देखने को मिलता है। ऐसे में प्रेग्नेंट लेडी को सूर्य ग्रहण में क्या करना चाहिए (Pregnant Lady Ko Surya Grahan Me Kya Karna Chahiye) और क्या नहीं, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है। आइए इससे जुड़ी 10 सावधानियाँ जान लेते हैं।

  1. सबसे मुख्य तथा महत्वपूर्ण बात, गर्भवती महिला ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ होने से लेकर ग्रहण समाप्ति तक घर से बिल्कुल भी बाहर न निकले। जब ग्रहण लगा हो तब ग्रहण की छाया बिल्कुल भी अपने गर्भ पर न पड़ने दें। ऐसे समय में घर की खिड़कियाँ तथा दरवाजे बंद रखें तथा हो सके तो उन पर पर्दा इत्यादि कर दें।
  2. ग्रहण के समय कोई भी कार्य करने से बचें विशेषकर नुकीली वस्तुओं का प्रयोग बिल्कुल भी ना करें जैसे कि सुई, चाकू इत्यादि। एक मान्यता के अनुसार ग्रहण के समय गर्भवती महिला का नुकीली वस्तुओं का इस्तेमाल करने से शिशु के शरीर के अंग भी कट सकते हैं।
  3. किसी भी प्रकार का भोजन करने से बचें तथा ग्रहण लगने से 2-3 घंटे पूर्व ही भोजन कर लें। इसके बाद ग्रहण समाप्ति के पश्चात ही कुछ खाएं। ग्रहण लगने से पहले भोजन को बचाकर न रखें तथा न ही बचा हुआ भोजन ग्रहण के बाद खाएं।
  4. ग्रहण के समय मंदिर तो बंद रहते हैं लेकिन आप अपने घर के पूजा स्थल पर भी ना जाएं तथा भगवान की मूर्तियों को ना छुएं। घर के पूजा स्थल को ग्रहण के समय बंद रखें तथा ग्रहण समाप्ति के पश्चात वहाँ का शुद्धिकरण करें।
  5. इस दौरान जितना हो सके आराम करें तथा कोई भी कठिन कार्य करने से बचें। इस समय आप अपना समय टीवी देखने या कुछ पढ़ने में व्यतीत कर सकती हैं।
  6. ग्रहण के समय पूजा स्थल पर जाने की अनुमति तो नहीं होती है लेकिन आप इस समय मंत्रों का जाप कर सकती हैं जिससे ग्रहण का प्रभाव कम हो जाता है।
  7. वातावरण में नकारात्मक किरणें प्रबल होती हैं जिस कारण इसका मन पर भी बुरा असर पड़ता है। इसलिए ऐसे समय में बुरे विचार अपने मन में ना आने दें अन्यथा इसका बुरा प्रभाव आपके अजन्मे शिशु पर भी पड़ेगा।
  8. यदि प्यास लगे तो उसके लिए पहले से ही जल में तुलसी का पत्ता डालकर रखें। तुलसी के पत्ते के प्रभाव से जल शुद्ध रहता है जिसका सेवन आप कर सकती हैं।
  9. आपको डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल करने की मनाही होती है। ऐसे में टीवी, मोबाइल, लैपटॉप इत्यादि को अपने से दूर रखें। आप चाहें तो कोई पुस्तक पढ़ सकती हैं।
  10. ग्रहण समाप्ति के पश्चात स्नान अवश्य करें ताकि उसका प्रभाव समाप्त किया जा सके अन्यथा शिशु को त्वचा संबंधी रोग होने की संभावना रहती है।

इस तरह से आपने जान लिया है कि सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को क्या क्या नहीं करना चाहिए (Surya Grahan Me Pregnant Lady Kya Kare) और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए अब जान लेते हैं कि सूर्य ग्रहण में प्रेग्नेंट लेडी को सोना चाहिए या नहीं।

सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिला को सोना चाहिए या नहीं?

आपने ऊपर पढ़ा कि जब सूर्य ग्रहण लगे तो उस समय आपको कोई भी भारी काम नहीं करना चाहिए। भारी काम तो क्या बल्कि आपको कोई भी और काम नहीं करना चाहिए। मुख्य तौर पर इस दौरान सभी प्रेग्नेंट लेडी को आराम करने की सलाह दी जाती है। अब आपने यह भी पढ़ा कि आपको ना तो मोबाइल, टीवी चलाना है और ना ही बैठे-बैठे कुछ काम करना है। तो बहुत महिलाएं सोच रही होंगी कि क्यों ना इस दौरान सो लिया जाए।

ऐसे में आज हम आपको यह बात पहले ही स्पष्ट कर दें कि सूर्य ग्रहण के समय प्रेग्नेंट लेडी को सोना तो दूर बल्कि लेटना भी नहीं चाहिए। वह इसलिए क्योंकि ऐसे में समय में चारों ओर नकारात्मक शक्तियां बहुत ज्यादा होती है। यदि आप सो जाती हैं तो आपके मन पर आपका कोई नियंत्रण नहीं रहता है। ऐसे में आपको कई तरह के बुरे और भयानक सपने आ सकते हैं। यह सपने आपके अजन्मे बच्चे को बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं और साथ ही आपकी मनोस्थिति को भी बिगाड़ सकते हैं।

अब हम आपको बता देते हैं कि प्रेग्नेंट लेडी को सूर्य ग्रहण में क्या करना चाहिए (Pregnant Lady Ko Surya Grahan Me Kya Karna Chahiye) हिंदू धर्म के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिला को अपने घर के सबसे अंदर वाले कमरे में बिस्तर पर चौकड़ी मारकर बैठ जाना चाहिए। उसके बाद उसे अपनी गोद में नारियल रखना चाहिए। अब उसे सूर्य ग्रहण की समाप्ति तक ऐसे ही बैठे रहना है और वैदिक मंत्रों का जाप करना है। इसमें ॐ और गायत्री मंत्र का जाप प्रमुख है। ऐसा करने से आपके बच्चे पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव ना के बराबर होता है।

सूर्यग्रहण के ऊपर प्रश्नोत्तर

प्रश्न: गर्भवती महिला को ग्रहण में कैसे रहना चाहिए?

उत्तर: गर्भवती महिला को ग्रहण के समय घर के अंदर वाले कमरे में बैठ जाना चाहिए उसे अपनी गोद में नारियल को रखकर वैदिक मंत्रों का जाप करना चाहिए

प्रश्न: सूतक काल में गर्भवती महिला सो सकती है?

उत्तर: जी हाँ, सूतक काल में गर्भवती महिला सो सकती है हालाँकि ग्रहण शुरू होने से पहले और उसकी समाप्ति तक सोने की पूर्णतया मनाही होती है

प्रश्न: सूर्य ग्रहण के दिन गर्भवती महिला को क्या क्या नहीं करना चाहिए?

उत्तर: सूर्य ग्रहण के दिन गर्भवती महिला को बाहर नहीं निकलना चाहिए, मंदिर या पूजा स्थल नहीं जाना चाहिए और ना ही किसी नुकीली या धारदार वस्तु का इस्तेमाल करना चाहिए

प्रश्न: सूर्य ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को बाहर क्यों नहीं निकलना चाहिए?

उत्तर: सूर्य ग्रहण के समय चारों ओर नकारात्मक व हानिकारक शक्तियों व किरणों का प्रभाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है इस कारण गर्भवती महिलाओं को मुख्य तौर पर बाहर नहीं जाने को कहा जाता है

प्रश्न: गर्भवती होने पर सूर्य ग्रहण के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?

उत्तर: यदि कोई महिला गर्भवती है तो सूर्य ग्रहण के समय उसे बाहर निकलने, मंदिर या पूजा स्थल जाने, भारी काम करने या नुकीली या धारदार वस्तु का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए

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लेखक के बारें में: कृष्णा

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