रावण ने माता सीता का अपहरण क्यों किया?

Why Ravana Kidnapped Sita In Hindi

रावण लंका का राजा था जिसने भगवान ब्रह्मा व महादेव से अनेक शक्तियां व वर प्राप्त किये थे (Ravan Ne Sita Ka Haran Kyu Kiya) जिस कारण उसे जीतना किसी के लिए भी लगभग असंभव था। वह स्वयं को तीनों लोकों में सर्वश्रेष्ठ समझता था व इसी घमंड में उसने माता सीता के अपहरण का निर्णय लिया था (Ravan Ne Sita Ko Kyu Churaya) लेकिन यह परिस्थियाँ कैसे आ पड़ी व क्यों उसने माता सीता के अपहरण का विचार किया? आइये जानते हैं।

रावण के द्वारा माता सीता का अपहरण करना (Why Ravana Kidnapped Sita In Hindi)

शूर्पनखा की नाक काटना (Shurpnakha Ki Naak Katna)

रावण की एक बहन शूर्पनखा थी जो समुंद्र के उस पार दंडकारण्य के वनों में अपने भाई खर-दूषण के साथ रहती थी। एक दिन वह रावण के दरबार में आई व सभी के सामने प्रलाप करने लगी। श्रीराम व लक्ष्मण ने उसकी नाक काट दी थी जो उसकी बहन का अपमान था। भरे दरबार में स्वयं की बहन का यह अपमान वह भी किसी मनुष्य के द्वारा रावण को यह बात सहन नही हुई थी। साथ ही सूर्पनखा ने इस बात को बढ़ा चढ़ाकर रावण की प्रतिष्ठा के साथ जोड़कर सभी के सामने प्रस्तुत किया था।

खर दूषण का वध (Khar Dooshan Ka Vadh Hona)

खर व दूषण रावण के सौतेले भाई थे जो समुंद्र के उस पार दंडकारण्य में रावण का राज्य सँभालते थे। रावण का राज्य केवल लंका तक ही सीमित नही था अपितु वह दक्षिण भारत में भी फैला हुआ था। श्रीराम व लक्ष्मण ने उस ओर के सभी राक्षसों व खर दूषण का वध करके रावण को सीधे चुनौती दे डाली थी।

सीता को पाने की लालसा (Ravan Wanted To Marry Sita)

रावण एक दुष्ट चरित्र का प्राणी थी हालाँकि उसने वेदों व शास्त्रों का अध्ययन किया हुआ था लेकिन वह परायी स्त्री को उसकी इच्छा के विरुद्ध पाने की इच्छा भी रखता था। जब शूर्पनखा ने रावण के सामने माता सीता के रूप का बखान किया तो रावण कामातुर हो उठा। शूर्पनखा ने सीता को सृष्टि की सबसे सुंदर नारी व रावण के लिए उपयुक्त स्त्री बताया जिसे सुनकर रावण गदगद हो उठा।

सीता के रूप का ऐसा बखान सुनकर रावण के मन में उसे पाने के लिए लालसा उमड़ पड़ी। इस कारण उसने श्रीराम व लक्ष्मण का वध कर सीता को हरने का सोचा।

मंत्रियों द्वारा बुद्धि भ्रष्ट करना (Sita Apharan By Ravan)

जब रावण ने श्रीराम व लक्ष्मण पर आक्रमण करके सीता को हरने का निश्चय कर लिया तब उसके मंत्रियों ने उसे परामर्श दिया कि दो तुच्छ मानवों पर आक्रमण करके उसे कुछ नही मिलेगा (Why Did Ravana Kidnap Sita)। इसलिये वह छल से सीता का अपहरण कर ले जिससे राम उसके दुःख में ही अपने प्राण त्याग दे। यह प्रस्ताव रावण को पसंद आया व इससे वह सीता को आसानी से पा भी सकता था। इसलिये रावण ने अंत में सीता का छल से अपहरण करने का निश्चय किया।

लेखक के बारें में: कृष्णा

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