श्री हनुमान चालीसा पीडीएफ फाइल और फोटो सहित पढ़ें

हनुमान चालीसा हिंदी में

श्री हनुमान चालीसा (Shree Hanuman Chalisa) की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा पंद्रहवीं सदी में की गई थी। हनुमान चालीसा में कुल 3 दोहों समेत चालीस चौपाईयां आती हैं। इसमें प्रथम 10 चौपाईयां हनुमान जी की वीरता, फिर 10 चौपाईयां हनुमान जी की श्रीराम के प्रति भक्ति भावना व अंतिम 20 चौपाईयां हनुमान जी की अपने भक्तों के ऊपर कृपा रूप में समर्पित हैं।

आज हम आपके साथ श्री हनुमान चालीसा (Shri Hanuman Chalisa) का पाठ करने जा रहे हैं। इसी के साथ ही आपको इस लेख में हनुमान चालीसा पीडीएफ फाइल और फोटो दोनों मिलेगी ताकि आप उसे आगे के लिए सेव कर सकें।

Shree Hanuman Chalisa | श्री हनुमान चालीसा

॥ दोहा ॥

श्री गुरु चरन सरोज रज,
निज मन मुकुरु सुधारि।
बरनऊँ रघुबर बिमल जसु,
जो दायकु फल चारि॥

बुद्धिहीन तनु जानिके,
सुमिरौं पवन कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं,
हरहु कलेश
 विकार॥

॥ चौपाई ॥

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥

रामदूत अतुलित बलधामा।
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥

महावीर विक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी॥

कंचन बरन विराज सुवेसा।
कानन कुण्डल कुंचित केसा॥

हाथ ब्रज औ ध्वजा बिराजै।
काँधे मूँज जनेऊ साजै॥

शंकर सुवन केसरी नन्दन।
तेज प्रताप महाजग वन्दन॥

विद्यावान गुणी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर॥

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया॥

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
विकट रूप धरि लंक जरावा॥

भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचन्द्र के काज संवारे॥

लाय संजीवन लखन जियाये।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये॥

रघुपति कीन्हीं बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई॥

सहस बदन तुम्हरो यश गावैं।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं॥

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा॥

यम कुबेर दिगपाल जहाँ ते।
कवि कोविद कहि सके कहाँ ते॥

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राजपद दीन्हा॥

तुम्हरो मंत्र विभीषण माना।
लकेंश्वर भए सब जग जाना॥

जुग सहस्त्र योजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लांघि गए अचरज नाहीं॥

दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥

राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे॥

सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रक्षक काहू को डरना॥

आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हाँक ते कांपै॥

भूत पिशाच निकट नहिं आवै।
महावीर जब नाम सुनावै॥

नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा॥

संकट ते हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम वचन ध्यान जो लावै॥

सब पर राम तपस्वी राजा।
तिनके काज सकल तुम साजा॥

और मनोरथ जो कोई लावै।
सोई अमित जीवन फल पावै॥

चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा॥

साधु संत के तुम रखवारे।
असुर निकंदन राम दुलारे॥

अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता।
अस वर दीन जानकी माता॥

राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा॥

तुम्हरे भजन राम को पावैं।
जनम जनम के दुःख बिसरावै॥

अन्त काल रघुवर पुर जाई।
जहाँ जन्म हरि भक्त कहाई॥

और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेई सर्व सुख करई॥

संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥

जय जय जय हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाई॥

जो शत बार पाठ कर कोई।
छूटहिं बंदि महासुख होई॥

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा॥

तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय महँ डेरा॥

॥ दोहा ॥

पवनतनय संकट हरन,
मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित,
हृदय बसहु सुर भूप॥

वैसे तो हर सनातनी को हनुमान चालीसा (Shri Hanuman Chalisa) कंठस्थ होती है लेकिन फिर भी इसे सामने रखकर पढ़ना उचित समझा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे ध्यान भटकने व किसी प्रकार की त्रुटी होने की संभावना बहुत कम होती है। आइए अब हम हनुमान चालीसा फोटो और पीडीएफ फाइल भी आपके साथ सांझा कर देते हैं।

हनुमान चालीसा फोटो

यह लीजिए हनुमान चालीसा की फोटो:

श्री हनुमान चालीसा
श्री हनुमान चालीसा

यदि आप मोबाइल में इसे देख रहे हैं तो फोटो पर क्लिक करके रखिए। उसके बाद आपको फोटो डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा। वहीं यदि आप लैपटॉप या कंप्यूटर में इसे देख रहे हैं तो फोटो पर राईट क्लिक करें। इससे आपको फोटो डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।

हनुमान चालीसा पीडीएफ फाइल

अब हम हनुमान चालीसा की पीडीएफ फाइल भी आपके साथ सांझा कर देते हैं

यह रहा उसका लिंक: हनुमान चालीसा पीडीएफ फाइल

ऊपर आपको लाल रंग में हनुमान चालीसा की पीडीएफ फाइल का लिंक दिख रहा होगा। आपको बस उस पर क्लिक करना है और उसके बाद आपके मोबाइल या लैपटॉप में पीडीएफ फाइल खुल जाएगी। फिर आपके सिस्टम में इनस्टॉल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर के हिसाब से डाउनलोड करने का विकल्प भी ऊपर ही मिल जाएगा।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने श्री हनुमान चालीसा (Shree Hanuman Chalisa) पढ़ ली है। साथ ही हमने आपको इसकी फोटो और पीडीएफ फाइल भी उपलब्ध करवा दी है। यदि आपको फोटो या पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने में किसी तरह की समस्या होती है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट करें। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देंगे।

श्री हनुमान चालीसा से संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न: असली हनुमान चालीसा क्या है?

उत्तर: असली हनुमान चालीसा हमने इस लेख में दी है साथ ही हनुमान चालीसा की पीडीएफ फाइल और इमेज भी दी गई है आप चाहें तो आगे के लिए इसे डाउनलोड कर सकते हैं

प्रश्न: हनुमान चालीसा की पहली चौपाई क्या है?

उत्तर: हनुमान चालीसा की पहली चौपाई “जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर; रामदूत अतुलित बलधामा, अंजनि पुत्र पवनसुत नामा” है

प्रश्न: हनुमान जी की कृपा कब होती है?

उत्तर: यदि आप धर्म कार्य करते हैं, श्रीराम का नाम लेते हैं, निर्धन लोगों की सेवा करते हैं और बुजुर्गों का सम्मान करते हैं तो अवश्य ही आप पर हनुमान जी की कृपा होगी

प्रश्न: हनुमान जी खुश होते हैं तो क्या संकेत देते हैं?

उत्तर: यदि हनुमान जी आपसे खुश होते हैं तो आपके सभी संकट स्वतः ही दूर होने लगते हैं आपका रुका हुआ काम बनने लगता है और शत्रु भी मित्र बन जाते हैं

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लेखक के बारें में: कृष्णा

सनातन धर्म व भारतवर्ष के हर पहलू के बारे में हर माध्यम से जानकारी जुटाकर उसको संपूर्ण व सत्य रूप से आप लोगों तक पहुँचाना मेरा उद्देश्य है। यदि किसी भी विषय में मुझसे किसी भी प्रकार की कोई त्रुटी हो तो कृपया इस लेख के नीचे टिप्पणी कर मुझे अवगत करें।

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