
आज हम जानेंगे कि शिवलिंग का अर्थ क्या है (Shivling Ka Arth Kya Hai) व यह कैसे बना। भगवान शिव का सबसे बड़ा प्रतीक जिसकी हम पूजा करते हैं वह है शिवलिंग।... Read more »

रामायण में लवणासुर कौन था (Lavnasur Kaun Tha) और उसका उल्लेख कब देखने को मिलता है? जब भगवान श्रीराम अयोध्या के राजा बन चुके थे तब राजदरबार सभी के लिए खोल दिया... Read more »

आखिरकार भृगु ऋषि ने विष्णु को श्राप क्यों दिया था? ऐसा क्या हो गया था कि भृगु ऋषि को भगवान विष्णु को ही श्राप देना पड़ गया था। दरअसल भृगु ऋषि की... Read more »

नवग्रह चालीसा (Navgrah Chalisa) का अत्यधिक महत्व है क्योंकि नवग्रहों से हमारी कुंडली, भाग्य, तीनों काल, स्वास्थ्य इत्यादि जुड़े हुए हैं। नवग्रह की चालीसा में सभी नौ ग्रहों के बारे में विस्तार... Read more »

आज हम कृष्ण जी की आरती कुंज बिहारी की (Aarti Kunj Bihari) का पाठ करेंगे। कृष्ण जी की सभी आरतियों में सबसे प्रसिद्ध आरती यहीं है। भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते समय... Read more »

कृष्ण भगवान की आरती में आरती कृष्ण कन्हैया की (Aarti Krishna Kanhaiya Ki) बहुत प्रसिद्ध है। इसलिए आज हम आरती कृष्ण कन्हैया की अधर धर मुरली बजैया की का पाठ करने जा रहे... Read more »

आज हम कन्हैया जी की आरती (Kanhaiya Ji Ki Aarti) का पाठ करेंगे। कन्हैया की आरती जो सभी में प्रसिद्ध है वह है आरती कृष्ण कन्हैया की। इसलिए इस लेख में आपको सर्वप्रथम... Read more »

आज हम चौदह वर्ष के वनवास के बाद राम अयोध्या आगमन (Shri Ram Ayodhya Aagman) के बारे में बात करेंगे। जब भगवान श्रीराम ने रावण से युद्ध करके उसका वध कर माता... Read more »

आज हम आपको आरती कृष्ण भगवान की (Aarti Krishna Ki) पढ़ने को देंगे। कृष्ण भगवान की आरती में एक प्रसिद्ध आरती आरती युगल किशोर की कीजै है। इस आरती को करने में जो... Read more »

आज हम आपको कृष्ण भगवान की आरती लिखित में (Krishna Bhagwan Ki Aarti) देंगे। ओम जय श्री कृष्ण हरे आरती कृष्ण भगवान की आरती में एक मुख्य आरती है जिसका लिखित रूप... Read more »