गणेश भगवान की आरती – महत्व व लाभ सहित

गणेश आरती (Ganesh Aarti)

आज हम गणेश आरती (Ganesh Aarti) करने जा रहे हैं। गणेश भगवान की कई आरतियां प्रचलन में है। इसमें से सर्वप्रसिद्ध आरती जय गणेश जय गणेश देवा है। यदि आपको यह आरती पढ़नी है तो आप इस लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं। आज के इस लेख में हम आपके साथ गणेश भगवान की गजवदन विनायक वाली आरती साझा करने वाले हैं।

सर्वप्रथम गणेश आरती लिरिक्स (Ganesh Aarti Lyrics) पढ़ने को मिलेंगे। उसके बाद हम गणेश आरती करने के लाभ और महत्व भी आपके साथ साझा करेंगे। इससे आपको गणेश आरती पढ़ने से क्या कुछ लाभ देखने को मिलते हैं, यह समझने में सहायता होगी। तो आइए सबसे पहले करते हैं गणेश भगवान की आरती

Ganesh Aarti | गणेश आरती

आरति गजवदन विनायक की।
सुर मुनि पूजित गणनायक की॥

एकदन्त शशिभाल गजानन,
विघ्नविनाशक शुभगुण कानन,
शिवसुत वन्द्यमान चतुरानन,
दुःखविनाशक सुखदायक की॥

ऋद्धि-सिद्धि स्वामी समर्थ अति,
विमल बुद्धि दाता सुविमल मति,
अघ वन दहन, अमल अबिगत गति,
विद्या विनय विभव दायक की॥

पिंडलनयन विशाल शुंडधर,
धूम्रवर्ण शुचि वज्रांकुश कर,
लम्बोदर बाधा विपत्ति हर,
सुर वन्दित सब विधि लायक की॥

इस तरह से आज आपने गणेश आरती लिरिक्स (Ganesh Aarti Lyrics) सहित पढ़ ली हैचलिए अब गणेश आरती का महत्व और उसके पाठ से मिलने वाले लाभ के बारे में भी जान लेते हैं।

गणेश आरती का महत्व

गणेश भगवान को सर्वप्रथम पूजने की परंपरा है। ऐसा इसलिए क्योंकि स्वयं महादेव ने उन्हें यह आशीर्वाद दिया है। इसी के साथ ही माँ लक्ष्मी की पूजा बिना गणेश भगवान की पूजा के अधूरी मानी जाती है। ऐसे में हम कोई भी धार्मिक या सांस्कृतिक कार्यक्रम करते हैं तो सबसे पहले गणेश जी की आरती से ही शुरुआत होती है।

कहते हैं कि जब तक घर में गणेश जी का आगमन नहीं होता है, तब तक दूसरे देवी-देवता भी उस घर में प्रवेश नहीं करते हैं। इस कारण गणेश आरती का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। यदि आप अपने घर में अन्य देवी-देवताओं को भी बुलाना चाहते हैं तो सबसे पहले गणेश भगवान को निमंत्रण दिया जाना आवश्यक है। उसके लिए गणेश आरती करनी होती है। यहीं गणेश आरती लिरिक्स का महत्व है।

गणेश आरती पढ़ने के फायदे

गणेश भगवान की आरती को करने से एक नहीं बल्कि कई तरह के लाभ देखने को मिलते हैं। गणेश जी को विघ्नहर्ता के नाम से जाना जाता है। विघ्न अर्थात संकट और हर्ता अर्थात उसे हरने वाला या दूर करने वाला। गणेश आरती से गणेश भगवान प्रसन्न होते हैं और हमारे हर तरह के संकट को दूर कर देते हैं।

अब वह संकट चाहे परिवार को लेकर हो या करियर को लेकर, स्वास्थ्य की चिंता हो या व्यवसाय की, हर संकट गणेश जी की कृपा से दूर हो जाता है। इसी के साथ ही गणेश जी को बुद्धि का देवता माना जाता है। गणेश भगवान की आरती के माध्यम से हमारी बुद्धि का भी विकास होता है और आत्म-विश्वास में बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है। यहीं गणेश आरती के लाभ होते हैं।

निष्कर्ष

आज के इस लेख के माध्यम से आपने गणेश आरती (Ganesh Aarti) पढ़ ली है। साथ ही आपने जान लिया है कि गणेश भगवान की आरती करने से क्या कुछ लाभ देखने को मिलते हैं और उनका क्या महत्व है। अब यदि आपके मन में कोई और प्रश्न है तो आप नीचे कमेंट कर हमसे पूछ सकते हैं। हम जल्द से जल्द उसका उत्तर देंगे।

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लेखक के बारें में: कृष्णा

सनातन धर्म व भारतवर्ष के हर पहलू के बारे में हर माध्यम से जानकारी जुटाकर उसको संपूर्ण व सत्य रूप से आप लोगों तक पहुँचाना मेरा उद्देश्य है। यदि किसी भी विषय में मुझसे किसी भी प्रकार की कोई त्रुटी हो तो कृपया इस लेख के नीचे टिप्पणी कर मुझे अवगत करें।

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