ओम का उच्चारण कैसे करें? जाने इसकी संपूर्ण विधि नियम सहित

OM Ka Jaap

आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि ओम का जाप कैसे करें (OM Ka Jaap) और इसकी क्या विधि होती है। ओम एक बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है। इसे संस्कृत भाषा में ॐ करके लिखा जाता है तो वही हिंदी में ओम के रूप में लिखा जाता है। सभी वेदों और शास्त्रों के अनुसार यह सबसे शक्तिशाली मंत्र है जो केवल एक शब्द का है।

इस एक शब्द में तीन अक्षर होते हैं। यह तीन अक्षर “अ”, “उ” व “म” होते हैं। इन तीनों अक्षरों के मेल से ही ओम शब्द की उत्पत्ति हुई है। अब सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ओम का उच्चारण कैसे करें (OM Ka Ucharan) ताकि आपको इसका संपूर्ण लाभ मिल सके। अधिकतर लोगों को ॐ का जाप करने की सही विधि नहीं पता होती है। ऐसे में आइए इस लेख के माध्यम से हम आपको ॐ का उच्चारण करने की सही विधि बता देते हैं।

OM Ka Jaap | ओम का जाप कैसे करें?

बहुत लोग सोचते हैं कि केवल आँख बंद करके ॐ मंत्र का जाप कर लेना ही इसकी विधि होती है। ऐसे में यदि आप ॐ मंत्र जाप की विधि को बिना जाने ही इसका जाप करने लग जाते हैं तो आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है। इसलिए आज हम आपके सामने इसकी संपूर्ण विधि रखने जा रहे हैं। आपको नीचे दी गई विधि के अनुसार ही ओम का उच्चारण करना चाहिए।

  1. सबसे पहले तो आपको किसी ऐसी जगह का चुनाव करना चाहिए जो शांत हो। यदि आप किसी ऐसी जगह पर ॐ मंत्र का उच्चारण करने जा रहे हैं जहाँ शोर-शराबा हो रहा है या लोग गुजर रहे हैं तो इसका इतना प्रभाव देखने को नहीं मिलता है। यदि जगह शांत के साथ-साथ खुली है तो और भी अच्छी बात है।
  2. ॐ का उच्चारण करने के लिए सबसे उपयुक्त समय सूर्योदय का होता है। उस समय सब जगह शांति भी होती है। आप आराम से अपने घर की छत, खुले मैदान, उद्यान इत्यादि में ॐ मंत्र का जाप कर सकते हैं। शांत जगह इसलिए चाहिए क्योंकि ॐ मंत्र का जाप करते समय आपका ध्यान ना भटकने पाए।
  3. ॐ का जाप करने के लिए जमीन पर बैठ रहे हैं तो पहले एक आसन अवश्य बिछाएं। यदि उद्यान में घास पर बैठ रहे हैं तो आसन बिछाने की आवश्यकता नहीं। यदि किसी बेंच या ऊँची जगह पर बैठकर ॐ मंत्र का जाप करेंगे तो उस पर आसन बिछाना या ना बिछाना आपकी इच्छा पर निर्भर है।
  4. ॐ बोलने से पहले आपको पद्मासन की स्थिति में बैठना है। आपकी कमर एकदम सीधी होनी चाहिए और दोनों हाथ ध्यान मुद्रा में दोनों पैरों के घुटनों पर होने चाहिए। इसी के साथ ही दोनों आँखों को बंद कर लें।
  5. अब आपको ॐ मंत्र का जाप करना शुरू कर देना है। इसके लिए पहले एक गहरी सांस लें और फिर ॐ मंत्र को जितना लंबा हो सके, बोलें। इस बात का ध्यान रखें कि ॐ मंत्र में तीन शब्द आते हैं जो अ, ऊ व म हैं। ऐसे में ॐ मंत्र बोलते समय आप इन तीनो शब्दों पर ही समान मात्रा में जोर दें।
  6. ॐ मंत्र बोलते समय अपना ध्यान अपने मस्तिष्क के बीच में अर्थात तीसरी आँख पर रखें और मन में कोई अन्य विचार ना आने दें। आपको कम से कम 10 मिनट और अधिकतम अपनी इच्छानुसार ॐ मंत्र का जाप इसी प्रक्रिया के तहत करते जाना है।
  7. ॐ मंत्र को बोलते समय आपकी आवाज ना तो ज्यादा धीमे होनी चाहिए और ना ही ज्यादा तेज। इसका आप लंबे स्वर और मध्यम आवाज में जाप करते जाएं।
  8. जब आप ॐ मंत्र का जाप बोलना बंद कर दें तो उसके तुरंत बाद अपनी आँखें ना खोल लें क्योंकि यह आपकी आँखों के लिए घातक हो सकता है। वह इसलिए क्योंकि ॐ मंत्र में बहुत शक्ति होती है और इसे एकदम से रोककर सामान्य प्रक्रिया में आने से शरीर की ऊर्जा नियंत्रित नहीं हो पाती है।
  9. इसलिए जब ॐ मंत्र बोलना बंद कर दें तो उसके बाद एक से दो मिनट के लिए उसी मुद्रा में बैठे रहें और ध्यान लगाते रहें। दो मिनट के बाद अपने दोनों हाथों को आपस में रगड़ कर गर्म करें और उन्हें अपनी आँखों पर फेरें। ऐसा दो से तीन बार करें।
  10. फिर आपको अपनी दोनों आँखों को धीरे-धीरे खोलना है और अपने स्थान से उठ जाना है। इस प्रकार आप विधि पूर्वक ॐ मंत्र का जाप कर सकते हैं।

इस तरह से आज आपने जान लिया है कि ओम का उच्चारण कैसे करें (OM Ka Ucharan) और इसकी सही विधि क्या है। अधिकतर लोग बिना इसकी विधि को जाने ओम मंत्र का जा करते हैं जिस कारण उन पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है। इसलिए ही हमने आपको पहले कहा कि बहुत लोग ॐ मंत्र का उच्चारण करने को एक सामान्य विधि ले लेते हैं और इसमें उनका लाभ होने की बजाए नुकसान हो जाता है। ऐसे में आपको ॐ का उच्चारण करने के लिए हमारे द्वारा बताई गई विधि का ही पालन करना चाहिए।

निष्कर्ष

इस लेख में हमने आपको बताया कि ओम का जाप कैसे करें (OM Ka Jaap) और इसकी सही विधि क्या है। वेदों या शास्त्रों में लिखे किसी भी मंत्र की तुलना में ओम मंत्र का प्रभाव सबसे ज्यादा होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि ओम अपने आप में संपूर्ण है, यह सबसे शक्तिशाली व प्रभावशाली मंत्र है। इसे ब्रह्माण्ड का प्रथम अक्षर भी कहा जाता है जिसे एक गूंगा व्यक्ति भी बोल सकता है।

ऐसे में इस मंत्र का यदि विधि सहित जाप किया जाता है तो ना केवल आप पर बल्कि आपके आसपास भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आप स्वयं पाएंगे कि आसपास का वातावरण एकदम से शुद्ध हो गया है, शरीर में एक नई ऊर्जा आ गई है और मन भी आनंदित व शांत हो गया है। वही यदि इसका गलत तरीके से जाप किया जाता है तो इससे आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिल सकता है।

इसके तहत आपकी आँखों को नुकसान हो सकता है या वह इतनी ऊर्जा को सहन नहीं कर पाती है, शरीर भी इस ऊर्जा को सहन नहीं कर पाता है या हाथों और पैरों में सुन्नपन होने लगता है, इत्यादि। इसलिए मुख्यतया ओम जैसे शक्तिशाली मंत्र का जाप करते समय उसकी विधि का पालन किया जाना आवश्यक है।

ओम का जाप करने से संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न: ओम का उच्चारण कैसे किया जाता है?

उत्तर: ओम का उच्चारण करने की संपूर्ण विधि को शुरू से अंत तक हमने इस लेख में दिया है इसे हमने 10 चरणों में विभाजित करके दिया है ताकि आपसे किसी तरह की त्रुटी ना हो

प्रश्न: ओम जाप कैसे करें?

उत्तर: ओम का जाप करने के लिए आपको किसी शांत जगह में आराम से बैठ जाना चाहिए और हाथों की सही मुद्रा के साथ धीरे-धीरे ओम का जाप शुरू करना चाहिए इसकी विधि हमने इस लेख में विस्तार से बताई है

प्रश्न: क्या मैं चुपचाप ओम का जाप कर सकता हूं?

उत्तर: यदि आप मन ही मन ओम का जाप करने का सोच रहे हैं तो ऐसा भी किया जा सकता है हालाँकि हल्की से मध्यम आवाज या भिनभिनाने वाली आवाज करके ज्यादा लाभ देखने को मिलेगा

प्रश्न: क्या हम रात में ओम का जाप कर सकते हैं?

उत्तर: आप ओम का जाप दिन या रात किसी भी समय कर सकते हैं हालाँकि दिन के समय और वह भी ब्रह्म मुहूर्त में इसका जाप किया जाना बहुत शुभदायी होता है

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लेखक के बारें में: कृष्णा

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