भगवान शिव को देवों के देव महादेव के नाम से जाना जाता है। इसी कारण शिव चालीसा का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। ऐसे में आज आपको शिव चालीसा के फायदे (Shiv Chalisa Ke Fayde) क्या कुछ हो सकते हैं, इसके बारे में जान लेना चाहिए। दरअसल शिव जी की चालीसा के माध्यम से हम भगवान शिव के गुणों का वर्णन कर उनकी आराधना करते हैं। इससे भगवान शिव हमने बहुत प्रसन्न हो जाते हैं।
शिव चालीसा का निरंतर पाठ करने से एक नहीं अनेक लाभ देखने को मिलते हैं। जैसे कि अकाल मृत्यु के भय से मुक्त होना तो वहीं सांसारिक मोहमाया से मुक्ति मिलना इत्यादि। शिव चालीसा पढ़ने के फायदे (Shiv Chalisa Padhne Ke Fayde) इतने अद्भुत हैं कि इससे हमें मोक्ष प्राप्ति तक हो सकती है। आइये जाने शिव चालीसा के लाभ विस्तार से।
Shiv Chalisa Ke Fayde | शिव चालीसा के फायदे
भगवान शिव सभी में महान हैं और उनसे ऊपर कोई नहीं है। जब-जब देवताओं पर संकट आया है तो उन्होंने भगवान विष्णु के बाद भगवान शिव के सामने ही याचना की है। इतना ही नहीं, भगवान शिव ने अपने ज्येष्ठ पुत्र कार्तिक को तो देवताओं का सेनापति तक नियुक्त किया हुआ है। ऐसे में शिवजी की महिमा तो अपरंपार है।
शिव चालीसा पढ़ने के फायदे भी उसी का ही एक प्रमाण है जो अब आपको जानने को मिलेंगे। यदि आप सच्चे मन और भक्ति के साथ शिव चालीसा का पाठ करते हैं तो इससे आपको निम्नलिखित लाभ देखने को मिल सकते हैं:
#1. अकाल मृत्यु के भय से मुक्त होना
शिव चालीसा को पढ़ने से जो मुख्य लाभ मिलता है वह है अकाल मृत्यु के भय से मुक्त हो जाना। यह तो आप सभी ने सुन रखा होगा कि काल भी क्या बिगाड़े उसका जो भक्त हो महाकाल का। तो यह महाकाल भगवान शिव ही हैं जो काल के भी काल हैं। काल का अर्थ हुआ हमारा भूत, वर्तमान व भविष्य काल। यह तीनो ही काल शिवजी के अधीन होते हैं और इस तरह से हमारा सबकुछ भगवान शिव के हाथों में ही है।
यदि आप शिव चालीसा का निरंतर पाठ करते हैं और शिवजी को प्रसन्न कर लेते हैं तो स्वयं यमराज भी आपके प्राण नहीं ले पाते हैं। इसके लिए उन्हें पहले शिवजी से आज्ञा लेनी पड़ती है और तभी जाकर आपकी मृत्यु हो पाती है। ऐसे में आप अकाल मृत्यु के भय से मुक्त हो जाते हैं और यह शिव चालीसा पढ़ने के लाभ में एक प्रमुख लाभ है।
#2. वैवाहिक जीवन सुखमय होना
भगवान शिव का पार्वती माता से अत्यधिक स्नेह था और ईश्वर में उनकी जोड़ी को सर्वोत्तम जोड़ी माना जाता है। ये वही शिव हैं जो माता सती के आत्मदाह करने के पश्चात अनन्त काल के लिए ध्यान मुद्रा में चले गए थे और फिर पार्वती माता के हजारों वर्षों की तपस्या के बाद फिर से जागृत हुए थे। ऐसे में शिव हमें दांपत्य जीवन का सुख प्रदान करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
भगवान शिव की चालीसा पढ़ने से आपका अपने जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर बनता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपका विवाह हो चुका है तो आपकी अपने पति या पत्नी के साथ संबंधों में मधुरता आती है। दोनों के बीच आपसी समझ बढ़ती है और जीवन सुखमय बनता है।
#3. मनचाही संतान की प्राप्ति होना
भगवान शिव के द्वारा केवल दांपत्य जीवन के सुखमय होने का वरदान ही नहीं दिया जाता है बल्कि उनको प्रसन्न कर हम मनचाही संतान भी प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में जिन लोगों को संतान प्राप्ति में दुविधा आ रही है तो उन्हें अवश्य ही शिव चालीसा पढ़नी चाहिए। चिव चालीसा में इतनी शक्ति है कि वह आपको मनचाही संतान देती है और वह भी जल्द से जल्द।
इतना ही नहीं, शिव चालीसा पढ़ने के फायदे में केवल मनचाही संतान प्राप्ति ही नहीं आता है बल्कि यदि आपकी संतान हो चुकी है तो आपको उससे भी सुख मिलता है। यदि आपकी संतान आपकी बात नहीं मानती है या गलत संगत में है तो वह दुविधा दूर हो जाती है। इसी के साथ ही आपकी संतान का भविष्य उज्जवल बनता है और यह आप शिव चालीसा का निरंतर पाठ करके सिद्ध भी कर सकते हैं।
#4. अच्छा जीवनसाथी मिलना
यह तो आपने सुना होगा कि महिलाओं के द्वारा अच्छा वर पाने के लिए सोमवार का व्रत रखा जाता है। तो यह व्रत केवल महिलाओं के लिए ही फलदायी नहीं होता है बल्कि इसे पुरुष भी रख सकते हैं। दरअसल शिव जी की आराधना करने से महिला व पुरुष दोनों को ही जल्द से जल्द और अच्छा जीवनसाथी मिलने में सहायता होती है।
शिव चालीसा के लाभ में यह लाभ सभी को ही पता होता है क्योंकि शिवजी हमें अच्छा जीवनसाथी चुनकर देने में हमारी बहुत सहायता करते हैं। हालाँकि इसके लिए आपको सोमवार के व्रत रखने भी शुरू कर देने होंगे। इसके कुछ ही समय के बाद आपको अच्छे रिश्ते आने शुरू हो जाएंगे और यदि कहीं बात चल रही है तो वह भी पक्की हो जाएगी।
#5. सभी मनोकामनाओं की पूर्ति
भगवान शिव को सभी की मनोकामना पूरी करने वाला माना जाता है। दरअसल शिवजी को हम भोलेनाथ के नाम से भी जानते हैं क्योंकि उन्हें प्रसन्न करना बहुत ही सरल होता है। जो भी उनका सच्चा भक्त होता है और श्रद्धाभाव के साथ शिव चालीसा का पाठ करता है, भगवान शिव उससे ज्यादा दिन तक मुख मोड़कर नहीं रह पाते हैं। वे हमसे प्रसन्न होकर अपनी कृपा हम पर बरसाना शुरू कर देते हैं।
ऐसे में आपकी जो भी मनोकामना या इच्छा है, आप उसको ध्यान में रखकर भगवान शिव की चालीसा का पाठ करना शुरू करें। मुख्य तौर पर आप सोमवार के दिन उनकी चालीसा अवश्य पढ़ें। फिर देखिये कैसे भगवान शिव आपकी हरेक मनोकामना को पूरा कर देते हैं। हर मनोकामना की पूर्ति करने के कारण शिव चालीसा के फायदे (Shiv Chalisa Padhne Ke Fayde) और उसका महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है।
#6. अभय का वरदान मिलना
भगवान शिव अपने भक्तों को अभय होने का वरदान भी देते हैं और यह हर तरह के भय पर लागू होते हैं। हम मनुष्यों को तरह-तरह की चीज़ों का भय होता है। किसी को पढ़ाई में अच्छे नंबर लाने का भय सताता है तो किसी को व्यापार में घाटा होने का भय सताता है तो किसी को नौकरी चले जाने का भय होता है। ऐसे में आपको सच्चे मन के साथ शिव जी की चालीसा पढ़नी चाहिए।
शिव चालीसा पढ़ने के लाभ में यह एक ऐसा लाभ है जो ना केवल आपके हर भय को दूर कर देता है बल्कि आपको पहले से अधिक शक्तिशाली और निर्भीक बनाने का कार्य करता है। इससे आप किसी भी कार्य को सरलता से कर पाते हैं और वो भी दूसरों से बेहतर। एक तरह से यह आपको अंदर से आत्म-विश्वासी और साहसी बनाने का कार्य करता है।
#7. सांसारिक मोहमाया से अलगाव होना
जहाँ एक और भगवान शिव दांपत्य जीवन का सुख प्रदान करते हैं तो वहीं दूसरी ओर, उनके द्वारा सांसारिक मोहमाया से दूर रहकर अपना कार्य करने की शिक्षा भी दी जाती है। ये वही शिव हैं जो माता सती के आत्म-दाह के बाद बहुत समय तक रोते रहे थे तो उनके एक रूप में वे वह भी हैं जो सभी तरह की मोहमाया से दूर रहकर ध्यान मुद्रा में चले जाते हैं।
इस तरह से शिव हमें सांसारिक वस्तुओं का क्या मूल्य है, मोहमाया हमें किस तरह से प्रभावित करती है, सुख व दुःख क्या होता है, हमारा मन हमें कैसे नियंत्रित करता है, इसका गूढ़ ज्ञान देते हैं। एक तरह से शिव चालीसा के माध्यम से हम जीवन के गुप्त रहस्यों को समझ पाते हैं। इससे हम दुखों से दूर हो जाते हैं और मोक्ष प्राप्ति की ओर अग्रसर होते हैं।
#8. शत्रु बाधा का दूर होना
भगवान शिव को दुष्टों का नाश करने वाले देव के रूप में भी जाना जाता है। वैसे तो शिव सभी के होते हैं लेकिन वे अपने भक्तों पर किसी तरह का संकट नहीं आने देते हैं, फिर चाहे उनका भक्त कैसा भी हो। ऐसे में यदि आपने कोई बुरे कर्म किये भी हैं या अनजाने में आपसे कोई भूल हो गयी है तो भगवान शिव उन सभी को भुलाकर केवल आपकी रक्षा करने का काम करते हैं।
शिव चालीसा पढ़ने के लाभ में यह एक ऐसा लाभ है जो विरोधावासी लग सकता है लेकिन यह सत्य भी है। जो भी सच्चे मन के साथ भगवान शिव की पूजा करता है, भगवान शिव पूरी शक्ति के साथ उसकी हरेक बाधा व शत्रु से रक्षा करते हैं।
#9. रोगों से मुक्ति मिलना
शिव जी की आराधना करने और उनकी चालीसा पढ़ने से हमें कई तरह के लाभ देखने को मिलते हैं जिनमें से एक लाभ शरीर का स्वस्थ रहना और रोगों से मुक्ति मिलना है। शिव जी को आदियोगी के नाम से भी जाना जाता है जो योग साधना में विश्वास करते हैं। वे अत्यधिक ठंडे स्थान में भी आसानी के साथ जीवनयापन करने के लिए जाने जाते हैं।
ऐसे में शिव चालीसा के फायदे में यह एक ऐसा फायदा है जो हर कोई देखना चाहता है। यदि किसी की काया निरोगी है तो उसे इसे बढ़कर और क्या ही चाहिए। शिव जी के आशीर्वाद से हम सभी तरह के रोगों से मुक्त हो जाते हैं। यदि आपको कोई गंभीर बीमारी है तो वह भी ठीक होने लगती है।
#10. जीवन का सरल बनना
अब जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि शिव चालीसा पढ़ने के बाद मनुष्य को जीवन के रहस्य समझ में आ जाते हैं, सभी तरह की बाधाएं समाप्त हो जाती है, शरीर भी स्वस्थ व बलशाली बन जाता है और वैवाहिक जीवन भी सुखमय बनता है तो अवश्य ही उसका जीवन पहले की तुलना में बहुत ही सरल बन जाता है।
मनुष्य के जीवन में रह रहकर संकट व बाधाएं आती ही रहती है लेकिन यदि वह जीवन को सरल तरीके से जीना शुरू कर देता है तो पूरा जीवन ही आनंद में व्यतीत होता है। यह एक ऐसा सुख है जो धनी लोगों को भी नहीं मिलता है और यही मनुष्य की सबसे बड़ी पूँजी होती है। शिव चालीसा पढ़ने के फायदे (Shiv Chalisa Ke Fayde) हैं ही इतने अद्भुत कि उनका भक्त पूरा जीवन सरलता व आनंद में बिताता है।
इस तरह से शिव चालीसा पढ़ने के एक नहीं कई लाभ हैं लेकिन हमने उनमें से प्रमुख लाभों को ऊपर रखने का कार्य किया है। ऐसे में यदि आप आज से ही शिव चालीसा को पढ़ना शुरू कर देते हैं तो आपको ऊपर बताये गए शिव चालीसा के फायदे कुछ ही दिनों में दिखने शुरू हो जाएंगे।
शिव चालीसा के फायदे से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: रोज शिव चालीसा का पाठ करने से क्या होता है?
उत्तर: यदि आप रोज शिव चालीसा का पाठ करते हैं तो इससे आप सांसारिक मोहमाया से दूर होकर जीवन के गुप्त रहस्यों को समझ पाते हैं। इससे मनुष्य मोक्ष प्राप्ति के मार्ग पर आगे बढ़ता है।
प्रश्न: शिव चालीसा का पाठ कितनी बार करना चाहिए?
उत्तर: आप अपनी इच्छा अनुसार दिन में कितनी भी बार शिव चालीसा का पाठ कर सकते हैं और यह संपूर्ण रूप से आपकी इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है। हालाँकि एक दिन में 11 बार शिव चालीसा को पढ़ा जा सकता है।
प्रश्न: शिव चालीसा को कैसे सिद्ध करें?
उत्तर: यदि आप हर दिन शिव चालीसा को कम से कम 40 बार पढ़ते हैं तो कुछ ही दिनों में इसके सिद्ध होने की सम्भावना बढ़ जाती है। हालाँकि यह इस पर निर्भर करता है कि आप कितने श्रद्धाभाव से शिव चालीसा को पढ़ रहे हैं।
प्रश्न: शिव चालीसा कब शुरू करना चाहिए?
उत्तर: यदि आप प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ शुरू करने जा रहे हैं तो वह आप सोमवार के दिन से शुरू कर सकते हैं। इसके लिए शिवरात्रि या महाशिवरात्रि का दिन भी चुना जा सकता है।
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