रामायण में खर दूषण कौन था (Khar Dushan Kaun The) और उसका रावण से क्या संबंध था? जब श्रीराम को चौदह वर्ष का वनवास हुआ था तब उन्होंने वनों में घूम-घूम कर कई तरह के राक्षसों का वध किया था। इस दौरान उनका सामना रावण के राक्षसी भाइयों खर-दूषण से भी हुआ था।
खर दूषण वध (Khar Dushan Vadh) के बाद ही राक्षस राजा रावण को सीधी चुनौती दे दी गई थी। इसी के साथ ही भारत की भूमि से रावण के सभी राक्षसों और सैनिक छावनियों का अंत हो गया था और उसका साम्राज्य लंका तक सिमट गया था। इसलिए आपको आज के इस लेख के माध्यम से हम रामायण के युद्ध में शुरूआती भूमिका निभाने वाले खर-दूषण के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।
Khar Dushan Kaun The | खर दूषण कौन था?
खर दूषण रावण के सौतेले भाई थे। खर दूषण के माता पिता का नाम महर्षि विश्रवा व राका था। महर्षि विश्रवा महान ऋषि पुलत्स्य के पुत्र थे। उन्हें अपनी पत्नी राका से कुल पाँच पुत्र-पुत्री प्राप्त हुए थे जिनके नाम खर, दूषण, अहिरावण, महिरावण व कुम्भिनी थे। ये सभी रावण के सौतेले भाई-बहन थे। राका रावण की माँ कैकसी की छोटी बहन थी। इस तरह से खर-दूषण रावण के सौतेले भाई होने के साथ-साथ मौसी के भी पुत्र थे।
वे दोनों समुंद्र के इस पार रावण की राक्षसी सेना का नेतृत्व करते थे। उनका राज्य दंडकारण्य के वनों में फैला हुआ था जिसकी सीमा कौशल प्रदेश से लगती थी। एक तरह से दक्षिण भारत के क्षेत्र में इन दोनों राक्षसों का आतंक था। इन्होंने वहाँ अपनी सैनिक छावनी लगाई हुई थी जिसमें हजारों राक्षस थे। इन्हीं वनों में भगवान श्रीराम अपने 14 वर्षों के वनवास के दौरान राक्षसों का वध कर रहे थे। अंत में वे पंचवटी के वनों में आकर रहने लगे जो उनके प्रदेश की सीमा में आता था।
खर दूषण वध (Khar Dushan Vadh)
एक दिन इसी वन में घूमते हुए शूर्पणखा ने श्रीराम व लक्ष्मण को देखा। उन्हें देखते ही वह उन पर सम्मोहित हो गई और दोनों भाइयों के सामने एक-एक करके विवाह का प्रस्ताव रखा। इसे दोनों ने ही ठुकरा दिया था। इससे क्रोधित होकर उसने माता सीता पर आक्रमण कर दिया था जिस कारण लक्ष्मण ने उसकी नाक काट दी थी।
शूर्पणखा दोनों को इसका परिणाम भुगतने की चेतावनी देकर वहाँ से चली गई। इसके बाद वह सीधा खर-दूषण की सभा में गई और भरी सभा में उन्हें सारी बात बताई। सूर्पनखा ने दोनों को भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जानिए इसके बाद क्या कुछ हुआ।
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खर-दूषण के 14 राक्षसों का वध
अपनी बहन का यह अपमान व अपनी सीमा में आए शत्रु का यह साहस देखकर खर बहुत क्रोधित हो गया। चूँकि दोनों भाइयों में खर बड़ा था और इस कारण वहाँ का मुख्य राजा भी वही था। उसने तुरंत अपने 14 बलवान राक्षसों को श्रीराम व लक्ष्मण का वध करने के लिए शूर्पणखा के साथ भेजा। तब प्रभु श्रीराम ने अपने एक ही बाण से 14 के 14 राक्षसों का मस्तक धड़ से अलग कर दिया। इसके बाद सूर्पनखा वापस रोती व बिलखती हुई खर-दूषण के पास पहुँची।
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खर-दूषण की सेना का अंत
अपने 14 राक्षसों का एक ही बाण में वध का सुनकर, खर दूषण संपूर्ण सेना के साथ श्रीराम से युद्ध करने के लिए निकल पड़े। उनकी संपूर्ण राक्षसी सेना से श्रीराम अकेले युद्ध करने आए थे। अगस्त्य मुनि ने भगवान श्रीराम को उन पर मोहिनी अस्त्र चलाने का आदेश दिया जिससे राक्षसों को एक दूसरे में ही राम दिखने लगे तथा वे आपस में ही माया के जाल में फंसकर मर जाए।
इसके बाद भगवान श्रीराम ने खर दूषण की सेना पर मोहिनी अस्त्र का वार किया जिसके बाद उनकी सेना पागलों की भाँति आपस में ही लड़ने लगी। सभी को एक दूसरे में राम ही राम दिखाई दे रहे थे जिस कारण एक-एक करके उनके सभी सैनिक मारे गए।
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खर दूषण का वध
जब खर दूषण की पूरी सेना आपस में लड़ कर मर गई तब उनका भगवान श्रीराम से भीषण युद्ध हुआ। भगवान श्रीराम ने उनके सभी अस्त्रों को विफल कर उनकी माया का अंत किया व खर दूषण का वध (Khar Dushan Vadh) कर डाला। उस युद्ध में खर दूषण का एकमात्र सैनिक अकम्पन बच पाया था जो भागकर रावण की नगरी लंका पहुँचा। उसके व सूर्पनखा के द्वारा ही रावण को सब सूचना दी गई व खर दूषण के वध के बारे में बताया गया।
इस तरह से आज आपने खर दूषण कौन था (Khar Dushan Kaun The) व रामायण में उनकी क्या भूमिका रही थी, इसके बारे में जानकारी ले ली है। खर दूषण वध के बाद ही रावण ने माता सीता का हरण करने का निर्णय लिया था जो उसके अंत का कारण बना।
खर दूषण से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: खर दूषण किसके पुत्र थे?
उत्तर: खर दूषण महर्षि विश्रवा और माता राका के पुत्र थे। विश्रवा रावण के भी पिता थे और राका रावण की माँ कैकसी की छोटी बहन थी।
प्रश्न: खर दूषण कौन थे?
उत्तर: खर दूषण महर्षि विश्रवा और राका के पुत्र थे। वे रावण के सौतेले भाई भी थे जो दक्षिण भारत में रावण का साम्राज्य संभालते थे।
प्रश्न: खर राक्षस कौन था?
उत्तर: खर राक्षस रावण का सौतेला भाई था जो लंका के उस पार भारत भूमि में रावण के साम्राज्य को संभालने का काम करता था।
प्रश्न: राक्षस खर की मृत्यु कैसे हुई?
उत्तर: राक्षस खर की मृत्यु भगवान श्रीराम के साथ युद्ध करते हुए हो गई थी।
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