आज हम आपको बताएँगे कि नवरात्रि में क्या क्या नहीं करना चाहिए (Navratri Me Kya Nahi Karna Chahiye) ताकि अनजाने में आपसे कोई भूल ना हो जाए। नवरात्रि एक ऐसा त्यौहार हैं जो नौ दिनों तक मनाया जाता हैं। इन नौ दिनों में भक्तों को कड़ी प्रक्रिया का पालन करना पड़ता हैं।
यह नौ दिन मातारानी अर्थात हमारी जननी को समर्पित होते हैं। इसलिये इस समय किसी भी ऐसे कार्य को करने से मना किया जाता हैं जो अशुभ या बुरे हो। इसलिये आज हम आपको नवरात्र के दौरान ना किये जाने वाले कुछ ऐसे कार्य बताएँगे जिनसे आपको परहेज रखना चाहिए। आइए जाने नवरात्रि में किन किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए।
नवरात्रि में क्या क्या नहीं करना चाहिए?
नवरात्र के नियम व्यक्ति के परिवार, कुल, जगह इत्यादि को लेकर भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि नवरात्र के कुछ नियम किसी एक जगह या कुल पर लागू होते हैं लेकिन दूसरी जगह उन्हें नहीं माना जाता है। ऐसे में आपके नवरात्र को लेकर कई तरह के प्रश्न हो सकते हैं, जैसे कि
- नवरात्रि में नमक खाना चाहिए या नहीं?
- नवरात्रि में पति पत्नी को क्या करना चाहिए?
- नवरात्रि में बाल कटवाना चाहिए कि नहीं?
- नवरात्रि में नाखून काटने चाहिए या नहीं?
- नवरात्रि में दाढ़ी बनाना चाहिए या नहीं
- नवरात्रि में बाल धोना चाहिए या नहीं?
- नवरात्रि में सिलाई करनी चाहिए या नहीं?
- नवरात्रि में अखंड ज्योति बुझ जाए तो क्या करें?
ऊपर हमने आपके सामने नवरात्रि के दिनों से संबंधित मुख्य प्रश्न रख दिए है। अब हम एक-एक करके इन सभी प्रश्नों का उत्तर जानेंगे। इसके माध्यम से आप जान पाएंगे कि नवरात्रि में क्या नहीं करना चाहिए (Navratri Me Kya Nahi Karna Chahiye) और क्या करना चाहिए।
नवरात्रि में नमक खाना चाहिए या नहीं?
नवरात्रि में नामक खाने के कुछ नियम बनाए गए है। अब जो लोग व्रत रख रहे हैं, उन्हें तो ज्यादा से ज्यादा एक समय का भोजन करना होता है। वही कुछ लोग फलाहार भी करते हैं। अब यदि आप व्रत कर रहे हैं तो पूरे दिन में केवल एक बार ही नामक का सेवन करें। फिर चाहे आप फलों को दो से तीन बार ही क्यों ना लेते हो। जिस समय नामक युक्त भोजन या फलों का सेवन करना हो तो उससे पहले मातारानी के नाम की छूती अवश्य निकाले।
वही इस बात का भी ध्यान रखे कि यह नामक साधारण नामक ना हो। इस दौरान सेंधा नामक का उपयोग किया जाता है। वही जो लोग व्रत नहीं भी रख रहे हैं, उन्हें भी नवरात्र के नौ दिन तक सेंधा नामक का उपयोग करना चाहिए। यहीं कारण है कि नवरात्रि के आने पर सेंधा नामक की बिक्री बहुत बढ़ जाती है।
नवरात्रि में पति पत्नी को क्या करना चाहिए?
यह सबसे बड़ा और प्रमुख प्रश्न है जो अधिकतर विवाहित लोगों के द्वारा पूछा जाता है। वह इसलिए क्योंकि नवरात्र नौ दिनों के होते हैं और ऐसे में पति-पत्नी को शंका रहती है कि क्या नवरात्रि व्रत में शारीरिक संबंध बनाए जा सकते हैं। तो यहाँ हम एक बात पहले ही स्पष्ट कर दे कि चाहे आपका नवरात्रि का व्रत हो या अन्य कोई व्रत, इस दौरान शारीरिक संबंध बनाना पूर्ण रूप से निषेध होता है।
अब चाहे पति-पत्नी दोनों का व्रत हो या किसी एक का, इस दौरान शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं तो व्रत का तो कोई फल मिलता नहीं है और साथ ही आप पाप के भागीदार बनते है वो अलग। इतना ही नहीं, नवरात्रि के दौरान आप चाहे व्रती है या नहीं, आपको शारीरिक संबंध बनाने से दूर रहना चाहिए।
नवरात्रि में बाल कटवाना चाहिए कि नहीं?
सामान्य तौर पर नवरात्रि के समय में बाल कटवाने को मना किया जाता है। हालाँकि इसको लेकर विविध मान्यताएं देखने को मिलती है। वह इसलिए क्योंकि कुछ लोग तो अपने बच्चों का मुंडन संस्कार करवाने के लिए नवरात्रों की प्रतीक्षा करते हैं। वे नवरात्र के समय मुंडन संस्कार करने को शुभ मानते हैं।
इसलिए इस नियम का पालन आप अपने कुल की मान्यताओं के अनुसार कर सकते हैं। यदि आपके घर के बड़े-बुजुर्ग इसकी अनुमति देते है तो ठीक, अन्यथा आपको बाल नहीं कटवाने चाहिए। वही इसमें किसी तरह की शंका है या सही जानकारी नहीं मिलती है तो फिर आपको नवरात्रि में बाल कटवाने से बचना चाहिए।
नवरात्रि में नाखून काटने चाहिए या नहीं?
जिस प्रकार बाल कटवाने को लेकर भिन्न-भिन्न मान्यताएं देखने को मिलती है, कुछ उसी तरह की मान्यताएं नवरात्रि में नाखून काटने को लेकर देखने को मिलती है। हालाँकि अधिकांश लोग नवरात्रि में नाखून काटने को शुभ नहीं मानते हैं और ऐसा करने के लिए मना करते हैं।
ऐसे में आपको भी नवरात्रि के समय में नाखून काटने से बचना चाहिए। आप नवरात्रि शुरू होने से पहले ही अपने नाखून काट ले और फिर इसके खत्म होने के बाद ही उसे काटे।
नवरात्रि में दाढ़ी बनाना चाहिए या नहीं?
नवरात्रि के समय में लोगों को दाढ़ी बनाने को भी मना किया जाता है। दरअसल नवरात्रि में जो नियम बाल कटवाने को लेकर है, वही नियम दाढ़ी बनवाने के ऊपर भी है। हालाँकि यह नियम भी सार्वभौमिक नहीं है अर्थात सभी जगह इसे नहीं माना जाता है।
ऐसे में आपको अपने परिवार की नीतियों के अनुसार ही इसका पालन करना चाहिए। यदि आपको किसी कार्यक्रम या मीटिंग में जाना है और उसके लिए दाढ़ी का बनवाया जाना जरुरी है तो आप इसे बना सकते हैं। अन्यथा आपको नवरात्रि के समय दाढ़ी बनवाए जाने से बचना चाहिए।
नवरात्रि में बाल धोना चाहिए या नहीं?
मान्यता है कि नवरात्रि के समय में बाल धोने से माता लक्ष्मी नाराज़ हो जाती है। खासतौर पर महिलाओं को नवरात्रि के समय में बाल धोने से बचना चाहिए। वैसे यह नियम भी सामाजिक परंपराओं और कुल की नीतियों पर निर्भर होता है। अधिकांश महिलाओं के द्वारा नवरात्र के समय में बाल धोने से परहेज किया जाता है जबकि कुछ महिलाएं इसे सामान्य मानती है। ऐसे में आप इसके बारे में भी अपने परिवार से पता कर ले।
वही कुछ महिलाएं ऐसी भी होती है जिनके मायके में नवरात्रि के समय बाल धोने को सामान्य माना जाता है जबकि ससुराल में नहीं। इस परिस्थिति में उसे अपने ससुराल के नियमों का ही पालन करना होता है, फिर चाहे वह अपने मायके में ही क्यों ना हो। अन्यथा वह पाप की भागीदार बनती है।
नवरात्रि में सिलाई करनी चाहिए या नहीं?
यह भी एक अलिखित नियम है जिसका पालन अधिकांश लोग करते हैं। कहते हैं कि नवरात्रि के दौरान सिलाई करने से माँ दुर्गा रुष्ट हो जाती है। ऐसे में नवरात्रि के समयकाल में सिलाई-बुनाई के काम से बचने की सलाह दी गई। यदि आपका सिलाई-बुनाई का ही काम है तो हम आपको परामर्श देंगे कि इसके बारे में अन्य लोगों से पूछ लेंगी तो बेहतर रहेगा।
नवरात्रि में अखंड ज्योति बुझ जाए तो क्या करें?
नवरात्रि में जिन घरों में अखंड ज्योत जलाई जाती है, वहाँ अवश्य ही मातारानी आती है। ऐसे में यदि किसी कारणवश अखंड ज्योत बुझ जाती है तो यह अशुभ होने का या कोई गलती होने का संकेत माना जाता है। इसके लिए आप तुरंत माँ दुर्गा से अपपनी भूल के लिए क्षम मांगे और घर के सभी सदस्यों को भी ऐसा करने को कहे।
इसी के साथ ही माँ दुर्गा की चालीसा का कम से कम तीन बार पाठ करें। अखंड ज्योत के बुझने के तुरंत बाद उसे फिर से प्रज्ज्वलित भी करें। हालाँकि इस बात का विशेष ध्यान रखे कि यह ज्योत फिर से ना बुझने पाए। अखंड ज्योत का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए और जितना हो सके, इसे बुझने से बचाना चाहिए।
इस तरह से आपने जान लिया है कि नवरात्रि में क्या क्या नहीं करना चाहिए (Navratri Me Kya Nahi Karna Chahiye) और क्या करना चाहिए। ऐसे में आपको ऊपर दी गई बातों का ध्यान रखना चाहिए और यदि किसी में शंका है तो अपने घर के बड़े-बुजुर्गों से पूछना चाहिए।
नवरात्रि में किन किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए?
अब जब आपने यह जान लिया है कि नवरात्रि में क्या नहीं करना चाहिए और क्या करना चाहिए, तो अब हम आपको कुछ चुनिंदा बाते और बता देते हैं जिनका ध्यान आपको नवरात्रि के समय में रखना चाहिए। आइए उनके बारे में जान लेते हैं।
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बाल व नाखून नही काटे
नवरात्र के दिनों में आपको अपने सिर के बाल नही काटने चाहिए। इसी के साथ शेविंग या दाढ़ी नही बनानी चाहिए। आपको अपने हाथों या पैरों के नाखून काटने से भी परहेज करना चाहिए। इन नौ दिनों में अपने शरीर से किसी भी चीज़ को काटने से बचे।
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सात्विक भोजन करें
नवरात्र के समय में हमें प्याज, लहसुन खाने की मनाही होती हैं। जो लोग मांस का सेवन करते हैं उन्हें भी इन नौ दिनों तक शाकाहारी भोजन करना होता हैं। हम सब्जियों, सलाद इत्यादि में भी प्याज डालते हैं जो नवरात्र के समय में वर्जित माने जाते हैं। इसलिये इन नौ दिन केवल सात्विक भोजन करे।
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धुम्रपान व मदिरा को ना
नवरात्र पर्व का एक अलग धार्मिक महत्व हैं। इसलिये इस समय आप सभी को ऐसे सभी कार्यों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए जिससे आपके शरीर का नुकसान होता हो। इनमे मुख्य रूप से धुम्रपान व मदिरा का सेवन करना होता हैं। इसलिये इन नौ दिनों में इन चीज़ों का सेवन करने की सख्त मनाही होती हैं।
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नवरात्रि व्रत में शारीरिक संबंध नहीं बनाए
इस समय हमें अपने तन-मन को स्वच्छ व निर्मल रखना होता हैं। इसलिये इन नौ दिनों में केवल मातारानी का ध्यान रखना चाहिए व सत्कर्म करने चाहिए। इन नौ दिनों में किसी प्रकार के शारीरिक संभोग से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
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अखंड ज्योत के समय घर खाली ना हो
बहुत भक्त नवरात्र के दिनों में मातारानी के सामने अखंड ज्योति को जलाकर रखते हैं जो नौ दिनों तक निरंतर जलती हैं। इस दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखे कि इन नौ दिनों में घर में कोई न कोई व्यक्ति रहना चाहिए। ऐसा कभी ना हो कि कुछ समय के लिए भी घर एक दम खाली हो अन्यथा इसका बुरा प्रभाव होता हैं।
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महिलाओं का करे सम्मान
चूँकि नवरात्र का त्यौहार मुख्य रूप से महिला शक्ति तथा माँ को समर्पित हैं। लेकिन हम देखते हैं कि कभी-कभार ऐसी स्थिति आती हैं कि आप अपने घर में अपनी माँ, पत्नी या बहन पर क्रोधित हो जाते हैं तो ऐसा करने से बचे। इन दिनों ना केवल अपने घर की महिलाओं अपितु सभी महिलाओं का सम्मान करने की आदत डाले तथा इसे जीवन में हमेशा याद रखे।
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शरीर को शुद्ध रखे
कुछ लोगों की आदत होती हैं कि वे एक-एक दिन छोड़कर नहाते हैं या देर से नहाते हैं। नवरात्र के समय में ऐसा करने से बचे। इन दिनों आप समय से उठे तथा उसके बाद स्नान अवश्य करे। स्नान करने के पश्चात मातारानी के सामने हाथ जोड़े व उनको नमन करे।
इस तरह से आपने जान लिया है कि नवरात्रि में क्या क्या नहीं करना चाहिए (Navratri Me Kya Nahi Karna Chahiye) और क्या करना चाहिए। यदि अभी भी आपके मन में कोई शंका या प्रश्न रह गया है तो आप नीचे कमेंट कर हमसे पूछ सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपके उस प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।
नवरात्र के नियम से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: नवरात्रि में क्या क्या परहेज करना चाहिए?
उत्तर: नवरात्रि में नाखून, बाल या दाढ़ी काटने, प्याज, लहसुन या मांस खाने, मदिरा का सेवन या धुम्रपान करने से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा भी कई नियम होते हैं जो हमने इस लेख में दिए है।
प्रश्न: नवरात्रि में क्या करना शुभ होता है?
उत्तर: नवरात्रि में सात्विक भोजन करना, क्रोध नहीं करना, महिलाओं का सम्मान करना, मातारानी की पूजा करना इत्यादि शुभ माना जाता है। इसके साथ ही आपको प्रतिदिन स्नान कर मातारानी की आरती उतारनी चाहिए।
प्रश्न: नवरात्रि में क्या क्या वर्जित है?
उत्तर: नवरात्रि में कई चीज़ों को करना वर्जित माना गया है। उदाहरण के तौर पर इस दौरान आपको मांस या मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही प्याज या लहसुन जैसी तामसिक भोजन को भी नहीं लेना चाहिए।
प्रश्न: नवरात्रि में कौन कौन से काम नहीं करना चाहिए?
उत्तर: नवरात्रि में ऐसे कई काम है, जिन्हें करने से आपको बचना चाहिए। उदाहरण के तौर पर आपको तामसिक भोजन नहीं लेना चाहिए। इसी के साथ क्रोध करने से बचना चाहिए और महिलाओं का अनादर भी नहीं करना चाहिए।
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