जब भी किसी पर कोई संकट या विपदा आती है तो वह सबसे पहले हनुमान जी का ही नाम लेता है। ऐसे में उस समय बजरंग बाण का पाठ (Bajrang Baan Ka Paath) किया जाए तो इससे उत्तम बात क्या ही होगी। बजरंग बाण का पाठ करने से व्यक्ति के हर कष्ट व संकट दूर हो जाते हैं और उसके अंदर एक अद्भुत शक्ति का संचार देखने को मिलता है।
बजरंग बाण (Bajrang Baan) को हनुमान बाण के नाम से भी जाना जाता है। आज के इस लेख में आपको बजरंग बाण तो पढ़ने को मिलेगी ही, बल्कि साथ ही बजरंग बाण PDF फाइल और इमेज भी मिलेगी। इसे आप डाउनलोड कर अपने मोबाइल या लैपटॉप में सेव करके रख सकते हैं। तो आइए सबसे पहले करते हैं बजरंग बाण पाठ।
Bajrang Baan Ka Paath | बजरंग बाण का पाठ
॥ दोहा ॥
निश्चय प्रेम प्रतीति ते,
विनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ,
सिद्ध करैं हनुमान॥
॥ चौपाई ॥
जय हनुमन्त सन्त हितकारी।
सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥
जन के काज विलम्ब न कीजै।
आतुर दौरि महा सुख दीजै॥
जैसे कूदि सिन्धु महि पारा।
सुरसा बदन पैठि विस्तारा॥
आगे जाय लंकिनी रोका।
मारेहु लात गई सुर लोका॥
जाय विभीषण को सुख दीन्हा।
सीता निरखि परम पद लीन्हा॥
बाग उजारि सिन्धु महँ बोरा।
अति आतुर यम कातर तोरा॥
अक्षय कुमार को मारि संहारा।
लूम लपेट लंक को जारा॥
लाह समान लंक जरि गई।
जय जय ध्वनि सुर पुर में भई॥
अब विलम्ब केहि कारन स्वामी।
कृपा करहु उर अन्तर्यामी॥
जय जय लखन प्राण के दाता।
आतुर होई दुख करहु निपाता॥
जय गिरिधर जै जै सुख सागर।
सुर समूह समरथ भट नागर॥
ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले।
बैरिहिं मारू वज्र की कीले॥
गदा बज्र लै बैरिहिं मारो।
महाराज प्रभु दास उबारो॥
ॐकार हुंकार प्रभु धावो।
बज्र गदा हनु विलम्ब न लावो॥
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं हनुमंत कपीशा।
ॐ हुँ हुँ हुँ हनु उर शीशा॥
सत्य होहु हरि शपथ पायके।
राम दूत धरु मारु धाय के॥
जय जय जय हनुमन्त अगाधा।
दुःख पावत जन केहि अपराधा॥
पूजा जप तप नेम अचारा।
नहीं जानत हौं दास तुम्हारा॥
वन उपवन मग गिरी गृह माहीं।
तुम्हरे बल हम डरपत नाहीं॥
पाँय परौं कर जोरि मनावौं।
येहि अवसर अब केहिं गौहरावौं॥
जय अंजनी कुमार बलवन्ता।
शंकर सुवन वीर हनुमन्ता॥
बदन कराल काल कुल घालक।
राम सहाय सदा प्रतिपालक॥
भूत प्रेत पिशाच निशाचर।
अग्नि बैताल काल मारी मर॥
इन्हें मारु तोहि शमथ राम की।
राखु नाथ मर्याद नाम की॥
जनक सुता हरिदास कहावो।
ताकी शपथ विलम्ब न लावो॥
जै जै जै धुनि होत अकाशा।
सुमिरत होत दुसह दुख नाशा॥
चरण शरण कर जोरि मनावौं।
यहि अवसर अब केहि गौहरावौं॥
उठु उठु चलु तोहि राम दुहाई।
पाँय परौं कर जोरि मनाई॥
ॐ चं चं चं चं चपल चलन्ता।
ॐ हनु हनु हनु हनु हनुमन्ता॥
ॐ हं हं हांक देत कपि चंचल।
ॐ सं सं सहमि पराने खल दल॥
अपने जन को तुरत उबारौ।
सुमिरत होय आनन्द हमारौ॥
यह बजरंग बाण जेहि मारै।
ताहि कहो फिर कौन उबारै॥
पाठ करैं बजरंग बाण की।
हनुमत रक्षा करैं प्राण की॥
यह बजरंग बाण जो जापै।
ताते भूत प्रेत सब कांपै॥
धूप देय अरु जपै हमेशा।
ताके तन नहिं रहै कलेशा॥
।। दोहा ।।
प्रेम प्रतीतहि कपि भजै,
सदा धरैं उर ध्यान।
तेहि के कारज सकल शुभ,
सिद्ध करैं हनुमान॥
हनुमान जी को समर्पित कई तरह की रचनाएँ समय-समय पर लिखी गयी है लेकिन गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा लिखी गई यह बजरंग बाण (Bajrang Baan) बहुत ही प्रसिद्ध है। यह बजरंग बाण उस घटना का वर्णन करती है जब हनुमान जी ने माता सीता की खोज में समुंद्र को पार किया था और लंका पहुँच कर वहां अपनी शक्ति का परिचय दुष्ट रावण व उसकी सेना को दिया था।
तब हनुमान जी ने लंका में अकेले ही प्रवेश कर राक्षस नगरी में अपनी शक्ति का ऐसा परिचय दिया था कि रावण की संपूर्ण सेना में भय व्याप्त हो गया था। ऐसे में बजरंग बाण का पाठ मनुष्य के अंदर अद्भुत शक्ति का संचार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
बजरंग बाण इमेज
यह लीजिए बजरंग बाण की इमेज:
यदि आप मोबाइल में इसे देख रहे हैं तो फोटो पर क्लिक करके रखिए। उसके बाद आपको फोटो डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा। वहीं यदि आप लैपटॉप या कंप्यूटर में इसे देख रहे हैं तो फोटो पर राईट क्लिक करें। इससे आपको फोटो डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।
बजरंग बाण PDF
अब हम हनुमान चालीसा की पीडीएफ फाइल भी आपके साथ साझा कर देते हैं।
यह रहा उसका लिंक: बजरंग बाण PDF
ऊपर आपको लाल रंग में बजरंग बाण PDF फाइल का लिंक दिख रहा होगा। आपको बस उस पर क्लिक करना है और उसके बाद आपके मोबाइल या लैपटॉप में पीडीएफ फाइल खुल जाएगी। फिर आपके सिस्टम में इनस्टॉल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर के हिसाब से डाउनलोड करने का विकल्प भी ऊपर ही मिल जाएगा।
निष्कर्ष
इस तरह से आज के इस लेख में हमने बजरंग बाण का पाठ (Bajrang Baan Ka Paath) कर लिया है। साथ ही हमने आपको बजरंग बाण की पीडीएफ फाइल और इमेज भी उपलब्ध करवा दी है। यदि आपको फोटो या पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने में किसी तरह की समस्या होती है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट करें। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देंगे।
बजरंग बाण से जुड़े प्रश्नोत्तर
प्रश्न: क्या बजरंग बाण रोज पढ़ना चाहिए या नहीं?
उत्तर: यदि आप बजरंग बाण का पथ रोजाना करते हैं तो इससे आपको कई तरह के लाभ देखने को मिलते हैं। हनुमान जी की जिस किसी पर भी कृपा हो जाती है, उसके सभी संकट स्वतः ही दूर हो जाते हैं।
प्रश्न: बजरंग बाण कैसे पढ़ें?
उत्तर: बजरंग बाण को पढ़ते समय शरीर, मन व स्थान तीनो शुद्ध होने आवश्यक है। इसके बाद आप हनुमान जी का ध्यान कर बजरंग बाण का पाठ कर सकते हैं।
प्रश्न: क्या औरतें बजरंग बाण पढ़ सकती हैं?
उत्तर: ऐसा कहीं लिखित नहीं है लेकिन मान्यता है कि औरतों को बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए। हालाँकि महिलाओं को हनुमान जी की मूर्ति को स्पर्श करने की मनाही होती है।
प्रश्न: बजरंग बाण कितना शक्तिशाली है?
उत्तर: यदि आप सच्चे मन के साथ प्रतिदिन बजरंग बाण का पाठ करते हैं तो इसकी शक्ति आपको कुछ ही दिनों में देखने को मिल जाएगी। इसके पाठ से आपके सभी संकट दूर हो जाते हैं और आगे का मार्ग प्रशस्त होता है।
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