दस महाविद्याओं में बगलामुखी माता (Baglamukhi Mata) आठवीं महाविद्या के रूप में जानी जाती हैं। एक तरह से माता सती के 10 रूपों में से Bagalamukhi Mata को आठवां रूप माना गया...Read more »
माता सती की दस महाविद्याओं में धूमावती माता (Dhumavati Mata) सातवीं महाविद्या है। यह माँ सती के 10 रूपों में से सातवाँ रूप मानी जाती हैं जो मातारानी के विपरीत गुणों का...Read more »
माँ सती की दस महाविद्याओं में से छिन्नमस्ता देवी (Chinnamasta Devi) छठी महाविद्या हैं जिनका रूप अत्यंत भीषण व डराने वाला है। माता छिन्नमस्ता इस रूप में अपने एक हाथ में किसी...Read more »
माता सती ने अपने दस रूप प्रकट किये थे जिसमें से एक रूप भैरवी देवी (Bhairavi Devi) को माना गया है। उनके यह दस रूप दस महाविद्या कहलाये थे जिनकी पूजा गुप्त...Read more »
माता सती के 10 रूपों में से मां भुवनेश्वरी (Maa Bhuvaneshwari) को एक रूप माना गया है। इसे उन्होंने शिवजी को अपनी शक्ति दिखाने के लिए प्रकट किया था। दस महाविद्याओं में...Read more »
दस महाविद्याओं में षोडशी माता (Shodashi Mahavidya) को तृतीय महाविद्या व काली कुल की अंतिम माँ के रूप में जाना जाता है। यह माता सती के दस रूपों में से तीसरा रूप हैं...Read more »
दस महाविद्याओं में तारा महाविद्या (Tara Mahavidya) को द्वितीय विद्या के रूप में जाना जाता है। यह माँ सती के 10 रूपों में से दूसरा रूप थी। माँ तारा का रूप माँ...Read more »
त्रेता युग में जब भगवान विष्णु ने श्रीराम के रूप में राजा दशरथ के घर जन्म लिया तब शेषनाग ने भी उनके छोटे भाई लक्ष्मण (Laxman Ka Avtar) के रूप में जन्म...Read more »
नवरात्र के नौवें दिन नवदुर्गा के नवम रूप माँ सिद्धिदात्री (Devi Maa Siddhidatri) की पूजा करने का विधान है। माँ सिद्धिदात्री की अंतिम दिन इसलिये पूजा की जाती हैं (Maa Siddhidatri In...Read more »
नवरात्र के आठवें दिन नवदुर्गा के अष्टम रूप माँ महागौरी (Mahagauri Mata) की पूजा करने का विधान है। आठवें दिन माँ की पूजा इसलिये की जाती हैं क्योंकि मात्र आठ वर्ष की...Read more »