नवरात्र में नौ देवियों के बीज मंत्र

Nav Durga Beej Mantra In Hindi

बीज मंत्र सभी मंत्रों का प्रमुख होता हैं (Maa Durga Beej Mantra In Hindi)। जिस प्रकार इस विश्व तथा ब्रह्मांड में सभी चीज़ों की उत्पत्ति बीज से ही हुई हैं उसी प्रकार बीज मंत्र भी उक्त सभी मंत्रों का मूल होता है। ॐ को सभी मंत्रों का बीज मंत्र माना जाता हैं, उसी प्रकार नवरात्र में नवदुर्गा के सभी नौ रूपों के नौ बीज मंत्र होते हैं (Nav Durga Ka Beej Mantra)।

इन बीज मंत्रों का जाप करने से ज्यादा लाभ की प्राप्ति होती है (Nav Durga Beej Mantra)। प्रत्येक दिन माता रानी के स्वरुप के अनुसार उनके मंत्रों तथा आरती के साथ-साथ बीज मंत्र का भी उच्चारण आवश्यक रूप से करेंगे तो माता रानी का आशीर्वाद हम पर बना रहेगा व किसी प्रकार का कोई संकट नही आएगा। आइए जानते हैं नवदुर्गा के नौ रूपों के अनुसार नौ बीज मंत्र।

नवदुर्गा के 9 रूपों के 9 बीज मंत्र (Nav Durga Beej Mantra In Hindi)

#1. माँ शैलपुत्री बीज मंत्र (Devi Shailputri Beej Mantra)

ह्रीं शिवायै नम:।।

#2. माँ ब्रह्मचारिणी बीज मंत्र (Devi Brahmcharini Beej Mantra)

ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:।।

#3. माँ चंद्रघंटा बीज मंत्र (Devi Chandraghanta Beej Mantra)

ऐं श्रीं शक्तयै नम:।।

#4. माँ कूष्मांडा बीज मंत्र (Devi Kushmanda Beej Mantra)

ऐं ह्री देव्यै नम:।।

#5. माँ स्कंदमाता बीज मंत्र (Devi Skandmata Beej Mantra)

ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम:।।

#6. माँ कात्यायनी बीज मंत्र (Devi Katyayani Beej Mantra)

क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम:।।

#7. माँ कालरात्रि बीज मंत्र (Devi Kalratri Beej Mantra)

क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:।।

#8. माँ महागौरी बीज मंत्र (Devi Mahagauri Beej Mantra)

श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम:।।

#9. माँ सिद्धिदात्री बीज मंत्र (Devi Siddhidatri Beej Mantra)

ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:।।

बीज मंत्र के लाभ (Durga Beej Mantra Benefits In Hindi)

वैसे तो हम नवरात्र में माता रानी की पूजा करते हैं तथा उनकी आरती उतारते हैं। इसी के साथ उनको समर्पित श्लोक व अन्य मंत्रों का भी जाप करते हैं किंतु बीज मंत्र इन सबका आधार होता हैं। इसका उच्चारण करने से आप अपने अंदर एक शक्ति का अनुभव करेंगे (Navratri Beej Mantra)।

प्रत्येक दिन माता के रूप के अनुसार उनके बीज मंत्र का जाप करने से माता की शक्ति का आप अपने अंदर साक्षात अनुभव कर सकते हैं। इससे आपके सुख में वृद्धि होगी तथा मन शांत रहेगा। घर में किसी प्रकार की कलह या संकट हैं तो वह भी दूर होगा तथा घर का वातावरण आनंदमय रहेगा।

लेखक के बारें में: कृष्णा

सनातन धर्म व भारतवर्ष के हर पहलू के बारे में हर माध्यम से जानकारी जुटाकर उसको संपूर्ण व सत्य रूप से आप लोगों तक पहुँचाना मेरा उद्देश्य है। यदि किसी भी विषय में मुझसे किसी भी प्रकार की कोई त्रुटी हो तो कृपया इस लेख के नीचे टिप्पणी कर मुझे अवगत करें।

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