श्री राम स्तुति हिंदी में अर्थ सहित – महत्व व लाभ भी

Shri Ram Stuti Lyrics In Hindi

आज हम आपको श्री राम स्तुति अर्थ सहित (Shri Ram Stuti Lyrics In Hindi) देने जा रहे हैं। राम जी की स्तुति की रचना महर्षि गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा पंद्रहवीं शताब्दी में की गई थी। राम स्तुति को पढ़ने मात्र से ही मन आनंदित हो उठता है तो जरा सोचिए उसका अर्थ जानकर कितना आनंद मिलेगा।

इस लेख के माध्यम से हम आपको श्री राम स्तुति हिंदी में (Shree Ram Stuti Lyrics In Hindi) अर्थ सहित बताने वाले हैं। अंत में आपको राम स्तुति का महत्व और उसे पढ़ने से मिलने वाले लाभों से अवगत करवाया जाएगा। तो आइए सबसे पहले जानते हैं राम स्तुति अर्थ सहित।

Shri Ram Stuti Lyrics In Hindi | श्री राम स्तुति अर्थ सहित

श्रीरामचंद्र कृपालु भजु मन हरण भव भय दारुणम्।
नवकंजलोचन, कंज-मुख कर-कंज पद-कंजारुणम्॥

भगवान श्रीराम जो कि सभी पर कृपा व दया करने वाले हैं, मेरा मन उनके भजन करता है। श्रीराम हम सभी के मन से इस विश्व के जन्म-मरण रुपी भय को दूर करते हैं। श्रीराम के नेत्र नए खिले हुए कमल पुष्प के समान हैं। उनके हाथ, मुख व चरण भी लाल कमल के समान सुंदर हैं।

कंदर्प अगणित अमित छबि, नवनील-नीरद-सुंदरम्।
पटपीत मानहु तड़ित रुचि-शुचि नौमि जनक सुता-वरम्॥

उनका रूप असंख्य कामदेवों से भी सुंदर व मनमोहक है। उनके शरीर का रंग नए बने हुए घने नीले बादल के समान है। उनका पीताम्बर मेघ रुपी शरीर बिजली के समान चमक रहा है। वे जनक पुत्री माता सीता के पति हैं।

भजु दीनबंधु दिनेश दानव दैत्य वंश-निकंदनम्।
रघुनंद आनंदकंद कौशलचंद दशरथ-नंदनम्॥

श्रीराम याचकों के मित्र हैं, वे विश्व के लिए प्रकाश हैं, वे राक्षसों का कुल सहित नाश कर देते हैं, वे रघुकुल की संतान हैं, वे आनंद प्रदान करने वाले हैं, वे माँ कौशल्या के पुत्र हैं, वे राजा दशरथ के नंदलाल हैं, मेरा मन उनका ध्यान करता है।

सिर मुकुट कुण्डल तिलक चारु उदार अंग विभूषणम्।
आजानुभुज शर-चाप-धर संग्राम-जित-खर-दूषणम्॥

उन्होंने मस्तक पर मुकुट धारण किया हुआ है, कानों में कुण्डल हैं तो माथे पर तिलक लगाए हुए हैं, उनके पूरे शरीर पर रत्न जड़ित आभूषण हैं। उन्होंने अपनी दोनों विशाल भुजाओं में धनुष-बाण धारण किया हुआ है और उन्होंने युद्ध में खर-दूषण पर विजय पा ली है।

इति वदति तुलसीदास शंकर शेष-मुनि-मन-रंजनम्।
मम हृदय कंज निवास कुरु कामादि-खल-दल-गंजनम्॥

तुलसीदास जी कहते हैं कि श्रीराम भगवान शिव, शेषनाग व साधु-मुनियों के मन को प्रसन्न करने वाले हैं। हे श्रीराम! आप मेरे हृदय में कमल के पुष्प की भांति निवास करो और मेरे मन से इच्छा-काम आदि सभी बुराइयों को निकाल दो।

इस तरह से आपने श्री राम स्तुति हिंदी में (Shree Ram Stuti Lyrics In Hindi) अर्थ सहित पढ़ ली है। अब हम राम स्तुति का महत्व और लाभ भी जान लेते हैं।

श्री राम स्तुति का महत्व

भगवान श्रीराम का रूप सभी से निराला है। उन्होंने अपने समयकाल में धर्म की परिभाषा जिस रूप में की और स्वयं भी उसका जिस तरह से पालन किया, वह हम सभी के लिए सदियों तक प्रेरणा स्रोत बन गया। उनके कर्मों के कारण ही उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम की संज्ञा दी गयी अर्थात मर्यादा में रहने वाले तथा पुरुषों में सबसे उत्तम व्यक्तित्व वाले।

इस तरह से राम स्तुति के माध्यम से हमें उनके चरित्र के बारे में तो जानने को मिलता ही है और साथ ही उनकी आराधना भी हो जाती है। श्री राम स्तुति के माध्यम से हम भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यही श्री राम स्तुति का महत्व होता है।

राम स्तुति पढ़ने के लाभ

यदि आप सच्चे मन के साथ राम जी की स्तुति का पाठ करते हैं तो आप पर श्रीराम की कृपा होती है। श्रीराम शब्दों के नहीं अपितु भावों के भूखे हैं और यदि आपके भाव सच्चे हैं तो आप उनके सामने केवल यूँ ही बैठ जाएं तो भी वे आपका उद्धार कर देंगे। राम स्तुति के माध्यम से हम स्वयं को श्रीराम के और निकट महसूस करते हैं और उनके गुणों को अपने मन में उतार पाते हैं।

इससे हमारा मन पहले की तुलना में शांत होता है और मानसिक शांति का अनुभव हमारे बिगड़े सभी काम को बनाने में बहुत सहायता करता है। हम सभी को एक समान दृष्टि से देख पाने और चीज़ों के बीच में भेद पता लगाने में सक्षम होते हैं। यही राम स्तुति पढ़ने के लाभ होते हैं।

निष्कर्ष

आज के इस लेख के माध्यम से आपने श्री राम स्तुति अर्थ सहित (Shri Ram Stuti Lyrics In Hindi) पढ़ ली है। आशा है कि आपको धर्मयात्रा के द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई होगी। यदि अभी भी आपके मन में कोई प्रश्न या शंका है तो आप नीचे कमेंट कर हमसे पूछ सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।

राम स्तुति से संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न: राम स्तुति कब पढ़ना चाहिए?

उत्तर: राम स्तुति को पढ़ने का कोई निश्चित समय नहीं होता है इसे आप अपनी इच्छानुसार कभी भी और किसी भी समय पढ़ सकते हैं बस आपके मन के भाव सच्चे होने चाहिए

प्रश्न: श्री राम स्तुति पढ़ने से क्या होता है?

उत्तर: श्री राम स्तुति पढ़ने से भगवान श्रीराम की कृपा हम पर होती है भगवान राम की कृपा होने का अर्थ हुआ, हमारे सभी संकटों का दूर हो जाना, मन का निर्माण हो जाना और जीवनपथ पर आगे बढ़ना

प्रश्न: राम स्तुति का जाप करने के क्या फायदे हैं?

उत्तर: राम स्तुति का जाप करने से कई तरह के फायदे देखने को मिलते हैं इससे हमारा मन शांत होता है और शरीर में नई ऊर्जा का संचार देखने को मिलता है

प्रश्न: क्या हम रोज राम स्तुति पढ़ सकते हैं?

उत्तर: जी हां, आप रोज श्री राम स्तुति का पाठ कर सकते हैं हालाँकि जिस समय आप राम स्तुति का पाठ करे, उस समय अपना तन, मन व स्थान तीनो को शुद्ध रखे

नोट: यदि आप वैदिक ज्ञान 🔱, धार्मिक कथाएं 🕉️, मंदिर व ऐतिहासिक स्थल 🛕, भारतीय इतिहास, शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य 🧠, योग व प्राणायाम 🧘‍♂️, घरेलू नुस्खे 🥥, धर्म समाचार 📰, शिक्षा व सुविचार 👣, पर्व व उत्सव 🪔, राशिफल 🌌 तथा सनातन धर्म की अन्य धर्म शाखाएं ☸️ (जैन, बौद्ध व सिख) इत्यादि विषयों के बारे में प्रतिदिन कुछ ना कुछ जानना चाहते हैं तो आपको धर्मयात्रा संस्था के विभिन्न सोशल मीडिया खातों से जुड़ना चाहिए। उनके लिंक हैं:

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लेखक के बारें में: कृष्णा

सनातन धर्म व भारतवर्ष के हर पहलू के बारे में हर माध्यम से जानकारी जुटाकर उसको संपूर्ण व सत्य रूप से आप लोगों तक पहुँचाना मेरा उद्देश्य है। यदि किसी भी विषय में मुझ से किसी भी प्रकार की कोई त्रुटी हो तो कृपया इस लेख के नीचे टिप्पणी कर मुझे अवगत करें।

1 Comment

  1. Dhanyawad. Shri Ram
    Kya aap meri sayayata kar sakte hain. Yadi main ye jaanna chahun ki wo kya hai jise koi samayak sadhaa sa hua vyakati jaankar swayam ko puran stitha bhaav me rakh kar kare aur wo sahaj bhav me mukat rah sake, har avastha, kaal, jagah me. Aisa kya hai aur kaise use hum apne ko aur upar kar dakte hain

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