दुर्गा मां की आरती (Maa Durga Aarti): विश्व में सनातन धर्म के अलावा कोई अन्य ऐसा धर्म नहीं है जहाँ ईश्वरीय शक्ति के रूप में नारीत्व की पूजा की जाती हो। सनातन धर्म में तो माँ आदिशक्ति जिन्हें हम माँ दुर्गा के नाम से भी जानते हैं, वह ईश्वर के लिए भी पूजनीय है। श्रीराम जब रावण के साथ अंतिम युद्ध पर जा रहे थे, तब उन्होंने माँ दुर्गा का ही ध्यान किया था।
यही कारण है कि सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए मां दुर्गा आरती का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। आज के इस लेख में हम आपको दुर्गा आरती लिखित में तो देंगे ही बल्कि उसी के साथ ही दुर्गा आरती PDF (Durga Aarti PDF) फाइल और इमेज भी दी जाएगी। इसे आप अपने मोबाइल या लैपटॉप में सेव करके रख सकते हैं। आइए सबसे पहले पढ़ते हैं मां दुर्गा की आरती लिखित में।
Maa Durga Aarti | दुर्गा मां की आरती
जय अम्बे गौरी मैया जय मंगल मूर्ति मैया जय श्यामा गौरी।
तुमको निशिदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी॥ जय॥
मांग सिन्दूर बिराजत टीको मृगमद को।
उज्ज्वल से दोऊ नैना चन्द्र बदन नीको॥ जय॥
कनक समान कलेवर रक्ताम्बर राजै।
रक्त पुष्प गल माला कंठन पर साजै॥ जय॥
केहरि वाहन राजत खड्ग खप्परधारी।
सुर-नर-मुनिजन सेवत तिनके दुःखहारी॥ जय॥
कानन कुण्डल शोभित नासाग्रे मोती।
कोटिक चन्द्र दिवाकर राजत सम ज्योति॥ जय॥
शुम्भ निशुम्भ विदारे महिषासुर घाती।
धूम्र विलोचन नैना निशदिन मदमाती॥ जय॥
चण्ड-मुण्ड संहारे शोणित बीज हरे।
मधु कैटभ दोऊ मारे, सुर भयहीन करे॥ जय॥
ब्रह्माणी, रुद्राणी, तुम कमला रानी।
आगम निगम बखानी तुम शिव पटरानी॥ जय॥
चौंसठ योगिनि मंगल गावत नृत्य करत भैरू।
बाजत ताल मृदंगा अरू बाजत डमरू॥ जय॥
तुम ही जगत की माता तुम ही हो भर्ता।
भक्तन की दुःख हरता सुख सम्पत्ति कर्ता॥ जय॥
भुजा चार अति शोभित, वर मुद्रा धारी।
मनवांछित फल पावत सेवत नर-नारी॥ जय॥
कंचन थाल विराजत अगर कपूर बाती।
श्रीमालकेतु में राजत कोटि रतन ज्योति॥ जय॥
अम्बे जी की आरती जो कोई नर गावै।
कहत शिवानंद स्वामी सुख सम्पत्ति पावै॥ जय॥
दुर्गा आरती इमेज | Durga Aarti Image
यह रही दुर्गा आरती की इमेज:
यदि आप मोबाइल में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर क्लिक करके रखिए। उसके बाद आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा। वहीं यदि आप लैपटॉप या कंप्यूटर में इसे देख रहे हैं तो इमेज पर राईट क्लिक करें। इससे आपको इमेज डाउनलोड करने का विकल्प मिल जाएगा।
दुर्गा आरती PDF | Durga Aarti PDF
अब हम दुर्गा आरती की PDF फाइल भी आपके साथ साझा कर देते हैं।
यह रहा उसका लिंक: दुर्गा आरती PDF
ऊपर आपको लाल रंग में दुर्गा आरती PDF फाइल का लिंक दिख रहा होगा। आपको बस उस पर क्लिक करना है और उसके बाद आपके मोबाइल या लैपटॉप में पीडीएफ फाइल खुल जाएगी। फिर आपके सिस्टम में इनस्टॉल एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर के हिसाब से डाउनलोड करने का विकल्प भी ऊपर ही मिल जाएगा।
निष्कर्ष
इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने दुर्गा मां की आरती (Maa Durga Aarti) पढ़ ली है। साथ ही हमने आपको दुर्गा आरती PDF फाइल और इमेज भी उपलब्ध करवा दी है। यदि आपको इमेज या पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने में किसी तरह की समस्या होती है या आप हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट कर सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपके प्रश्न का उत्तर देंगे।
दुर्गा आरती से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: दुर्गा जी की आरती कैसे करें?
उत्तर: दुर्गा जी की आरती करने के लिए सबसे पहले तो आपको स्नान करना चाहिए। उसके पश्चात स्वच्छ स्थान पर निर्मल मन के साथ माता दुर्गा की आरती करें।
प्रश्न: माँ दुर्गा को कैसे खुश करे?
उत्तर: यदि आप माँ दुर्गा को खुश करना चाहते हैं तो आपको कभी भी बुरे कर्म नहीं करने चाहिए और हमेशा धर्म का मार्ग अपनाना चाहिए। इसी के साथ-साथ आपको दुर्गा आरती चालीसा का पाठ करना चाहिए।
प्रश्न: दुर्गा मां किसका बेटी है?
उत्तर: दुर्गा मां एक शक्ति हैं और वह त्रिदेव तथा सभी देवताओं की शक्तियों से मिलकर बनी हैं।
प्रश्न: मां दुर्गा को कौन सा फल पसंद है?
उत्तर: वैसे तो मां दुर्गा को पान, सुपारी व इलायची पसंद आते हैं लेकिन फल के रूप में आप उन्हें सेब का फल चढ़ा सकते हैं।
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