आज हम आपको बताएँगे कि केकई कौन थी (Kaikai Ramayan) और रामायण में उसकी कितनी भूमिका रही थी। कैकेयी रामायण की एक ऐसी पात्र थी जो अपने एक कुकर्म के कारण जीवनभर... Read more »
दस महाविद्याओं में कमला देवी (Kamla Devi) को आखिरी व दसवीं महाविद्या के नाम से जाना जाता है। माता सती के 10 रूपों में से कमला माता आखिरी रूप थीं जिन्हें कमला महाविद्या... Read more »
दस महाविद्याओं में मातंगी देवी (Matangi Devi) नवम महाविद्या के रूप में जानी जाती हैं। माता सती के 10 रूपों में से मातंगी माता को नौवां रूप माना गया है। मातारानी का... Read more »
दस महाविद्याओं में बगलामुखी माता (Baglamukhi Mata) आठवीं महाविद्या के रूप में जानी जाती हैं। एक तरह से माता सती के 10 रूपों में से बगलामुखी माता को आठवां रूप माना गया है।... Read more »
माता सती की दस महाविद्याओं में धूमावती माता (Dhumavati Mata) सातवीं महाविद्या है। यह माँ सती के 10 रूपों में से सातवाँ रूप मानी जाती हैं जो मातारानी के विपरीत गुणों का... Read more »
माँ सती की दस महाविद्याओं में से छिन्नमस्ता देवी (Chinnamasta Devi) छठी महाविद्या हैं जिनका रूप अत्यंत भीषण व डराने वाला है। माता छिन्नमस्ता इस रूप में अपने एक हाथ में किसी... Read more »
माता सती ने अपने दस रूप प्रकट किए थे जिसमें से एक रूप मां भैरवी (Maa Bhairavi) को माना गया है। उनके यह दस रूप दस महाविद्या कहलाए थे जिनकी पूजा गुप्त... Read more »
माता सती के 10 रूपों में से मां भुवनेश्वरी (Maa Bhuvaneshwari) को एक रूप माना गया है। इसे उन्होंने शिवजी को अपनी शक्ति दिखाने के लिए प्रकट किया था। दस महाविद्याओं में... Read more »
दस महाविद्याओं में षोडशी महाविद्या (Shodashi Mahavidya) को तृतीय महाविद्या व काली कुल की अंतिम माँ के रूप में जाना जाता है। यह माता सती के दस रूपों में से तीसरा रूप... Read more »
दस महाविद्याओं में तारा महाविद्या (Tara Mahavidya) को द्वितीय विद्या के रूप में जाना जाता है। यह माँ सती के 10 रूपों में से दूसरा रूप थी। माँ तारा का रूप माँ... Read more »