लव कुश हनुमान युद्ध (Luv Kush Hanuman Yudh) का प्रसंग बहुत ही रोचक तथा मन को आनंद देने वाला है। यह उस समय की बात है जब भगवान राम के पुत्रों लव व कुश ने उनका अश्वमेघ यज्ञ का घोड़ा पकड़ लिया था तथा श्रीराम के साम्राज्य को चुनौती दी थी। उस समय घोड़े की रक्षा करने के लिए श्रीराम के सबसे छोटे भाई शत्रुघ्न सेना सहित थे। लेकिन लव कुश ने अपने बल से संपूर्ण सेना को शत्रुघ्न समेत मूर्छित कर दिया था।
इसके पश्चात श्रीराम ने लक्ष्मण को सेना सहित दोनों से युद्ध करने भेजा लेकिन लव कुश ने लक्ष्मण को भी सेना सहित मूर्छित कर दिया था। जब लक्ष्मण के भी मूर्छित होने का संदेश अयोध्या के राज दरबार में पहुँचा तो श्रीराम अत्यधिक विचलित हो गए। उनके आदेश पर भरत, सुग्रीव तथा हनुमान लव कुश से युद्ध करने गए थे।
उसी समय लव कुश हनुमान का युद्ध (Luv Kush Hanuman Ka Yudh) देखने को मिला था जो एक तरह से हो ही नहीं पाया था। यह केवल और केवल हनुमान जी की चतुराई और शक्ति का परिणाम था। आइए जाने उस रोचक घटनाक्रम के बारे में।
लव कुश हनुमान युद्ध
ना ही श्रीराम को पता था कि लव कुश उनके पुत्र हैं तथा न ही लव कुश को पता था कि श्रीराम उनके पिता। आश्रम में भी लव कुश के पिता से हर कोई अनभिज्ञ था लेकिन जैसे ही हनुमान उनसे युद्ध करने पहुँचे तो उनके मुख को देखकर उन्हें श्रीराम के बालस्वरूप का आभास (Luv Kush Hanuman Yudh) हुआ।
यह देखकर हनुमान के मन में शंका उत्पन्न हुई तथा उन्होंने आँखें बंद कर प्रभु से प्रार्थना की कि यदि उन्होंने सच्चे मन से श्रीराम की भक्ति की है तो इन दोनों बालकों के माता-पिता की छवि उन्हें दिख जाए। यह कहते ही हनुमान के सामने श्रीराम तथा माता सीता की छवि प्रकट हो गई। इससे हनुमान को लव कुश के माता-पिता का पता चल गया।
लव कुश हनुमान का युद्ध (Luv Kush Hanuman Ka Yudh)
जैसे ही हनुमान को लव कुश के माता-पिता का ज्ञान हुआ उन्होंने अस्त्र नहीं उठाए तथा दोनों को घोड़ा वापस देने तथा श्रीराम से मिलने की याचना की लेकिन दोनों ने यह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया। उन्होंने अपने अस्त्र से हनुमान पर प्रहार किया लेकिन हनुमान हाथ जोड़े खड़े रहे तथा उनके अस्त्र के द्वारा बंध गए। इसके पश्चात लव कुश ने भरत तथा सुग्रीव को भी मूर्छित कर दिया।
अब लव कुश श्रीराम के स्वयं युद्ध में आने की प्रतीक्षा कर रहे थे तथा हनुमान उनकी बाल लीला का आनंद ले रहे थे। जब दोनों भोजन कर रहे थे तब उन्हें हनुमान पर भी दया आ गई। उन्होंने हनुमान के हाथ खोल दिए तथा उन्हें भोजन दिया। इस तरह से लव कुश हनुमान युद्ध (Luv Kush Hanuman Yudh) हुआ ही नहीं था। अन्यथा बजरंग बलि को परास्त करने की शक्ति किसी के पास नहीं थी।
जब श्रीराम उनसे युद्ध करने आए तब महर्षि वाल्मीकि के द्वारा पूरा मामला शांत करवाया गया। उसके बाद श्रीराम अश्वमेघ यज्ञ का घोड़ा वापस ले गए तथा हनुमान को भी बंधन से मुक्त करवा लिया।
लव कुश हनुमान युद्ध से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: हनुमान जी को कौन हरा सकता है?
उत्तर: हनुमान जी महादेव का अवतार हैं। उन्हें कोई भी नहीं हरा सकता है। ब्रह्माण्ड के अंदर किसी के पास इतनी शक्ति नहीं जो हनुमान का सामना कर सके।
प्रश्न: हनुमान और राम की लड़ाई क्यों हुई?
उत्तर: हनुमान और राम की लड़ाई कभी हो ही नहीं सकती है। हनुमान जी अपने प्राण दे सकते हैं लेकिन श्रीराम के ऊपर अस्त्र-शस्त्र नहीं उठा सकते हैं।
प्रश्न: हनुमान जी के समान बलवान कौन था?
उत्तर: हनुमान जी के समान बलवान इस सृष्टि में तो कोई नहीं था, है और होगा। हनुमान जी भगवान शिव के अवतार हैं। ऐसे में उनके बल की किसी से तुलना करना भगवान शिव का अपमान होगा।
प्रश्न: कौन ज्यादा शक्तिशाली है, राम या हनुमान?
उत्तर: यदि आप राम और हनुमान के बीच तुलना कर रहे हैं तो सर्वप्रथम आपको रामायण पढ़नी चाहिए व धर्म का सही ज्ञान लेना चाहिए। वह इसलिए क्योंकि यदि आपको यह ज्ञान होता तो आप कभी ऐसा बेतुका प्रश्न नहीं करते।
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Aapke likhe hue article mje bahut pasand aate h…aap isi tarah hume humare dharm ke bare m jankari dete rhe…Jai Shree Ram 🙏
जय सियाराम 🙏🙏
जय श्री राम जय हनुमान 🙏
Jai shree ram