आखिरकार लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक क्यों काटी थी? लक्ष्मण के द्वारा राक्षस राजा रावण की बहन सूर्पनखा की नाक काटने के पीछे क्या कारण रहे (Laxman Ne Surpanakha Ki Naak Kyu Kati) थे? यह तब की घटना है जब भगवान श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण व पत्नी सीता के साथ 14 वर्षों के वनवास के आखिरी चरण में दंडकारण्य के वनों में पंचवटी नामक जगह पर रह रहे थे। यह जगह दक्षिण भारत में पड़ती है जिस कारण यह रावण की नगरी लंका के बहुत पास थी।
दंडकारण्य के वनों में ही श्रीराम पिछले 10 वर्षों से लगातार राक्षसों का वध कर रहे थे ताकि रावण की शक्ति को कमजोर किया जा सके। जब वे पंचवटी में रहने आए तो वहाँ पर रावण के दो भाई खर-दूषण की सैनिक छावनी थी। उन्हीं के साथ उनकी बहन शूर्पणखा भी रहती थी। यहीं पर लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक काटी थी। आज हम उसी घटना के बारे में जानेंगे।
लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक क्यों काटी?
शूर्पणखा की नाक किसने काटी, इस प्रश्न का उत्तर तो सभी जानते हैं लेकिन क्यों काटी, यह लगभग आधे लोगों को पता होता (Laxman Ne Surpanakha Ki Naak Kyu Kati) है। वहीं बहुत ही कम लोगों को यह पता होता है कि लक्ष्मण ने सूर्पनखा की नाक काटी तो थी लेकिन उसी के साथ ही उसका एक कान भी काट दिया था।
दरअसल रावण की बहन शूर्पणखा को अपने रूप और पद पर बहुत अहंकार था। साथ ही वह जिस जगह पर श्रीराम और लक्ष्मण से मिली थी, वहाँ लंका का प्रभाव साफ-साफ दिखाई देता था। इसका सबसे बड़ा प्रमाण वहाँ रावण के भाइयों खर-दूषण की सैनिक छावनी का होना था। आइए सूर्पनखा की नाक कटने से संबंधित पूरी कहानी जान लेते हैं।
शूर्पणखा का श्रीराम पर सम्मोहन
एक दिन शूर्पणखा वन में विचरण के लिए निकली तो उसे कुटिया में श्रीराम के दर्शन हुए। वह हमेशा राक्षसों के बीच ही पली बढ़ी थी व राम तो स्वयं मनुष्य रूप में भगवान विष्णु के रूप थे। वह श्रीराम के अत्यंत मनमोहक रूप को देखकर आकर्षित हो गई व स्वयं को रोक नहीं पाई। उसने उसी समय अपना रूप बदल कर एक सुंदर स्त्री का रूप धारण किया व कुटिया के अंदर चली आई।
राम सूर्पनखा संवाद
उसने श्रीराम के पास आकर स्वयं का परिचय दिया व रावण, कुंभकरण और विभीषण की बहन बताया। उसने श्रीराम के सामने अपने प्रेम को व्यक्त किया व उनके साथ विवाह का प्रस्ताव रखा। श्रीराम ने विनम्रता से अपने विवाहित होने की बात कहकर उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया। इस पर शूर्पणखा ने उनसे कहा कि हमारे यहाँ एक पुरुष के कई विवाह करने का प्रावधान है। इसलिए वह उनसे विवाह कर सकते हैं।
श्रीराम ने सूर्पनखा को अपने एक पत्नीव्रत वचन के बारे में बताया व कहा कि वे कभी भी दूसरा विवाह नहीं करेंगे। इस पर शूर्पणखा नाराज हो गई व माता सीता को भला बुरा कहा।
लक्ष्मण सूर्पनखा संवाद
जब शूर्पणखा ने लक्ष्मण को देखा तो श्रीराम से पूछा कि वे कौन हैं। श्रीराम ने उन्हें अपना छोटा भाई बताया व उनके सामने विवाह का प्रस्ताव रखने को कहा। सूर्पनखा लक्ष्मण को भी देखकर आसक्त हो गई व लक्ष्मण के सामने विवाह का प्रस्ताव रखने गई।
जैसे ही शूर्पणखा ने लक्ष्मण के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा तो उन्होंने सूर्पनखा के चरित्र पर उपहास किया व कहा कि अभी कुछ समय पहले तुम मेरे बड़े भाई के सामने यही प्रस्ताव रख रही थी व अब मेरे सामने। उन्होंने शूर्पणखा के साथ विवाह करने से साफ मना कर दिया व उसे वहाँ से चले जाने को कहा।
सूर्पनखा की नाक किसने काटी थी?
अपना यह अपमान देखकर शूर्पणखा अत्यंत क्रोध में भर गई व अपने असली राक्षसी रूप में आ गई। उसने दोनों भाइयों के सामने माता सीता को जीवित खा जाने की चुनौती दी। वह तुरंत ही माता सीता पर आक्रमण करने के लिए झपटी। अपनी भाभी पर हुए इस आक्रमण के प्रतिउत्तर में लक्ष्मण ने अपनी तलवार से शूर्पणखा की नाक व एक कान काट दिया।
अपनी नाक और कान के कट जाने से सूर्पनखा दर्द से छटपटाने लगी। इसके बाद सूर्पनखा दोनों भाइयों से बदला लेने की चुनौती देकर वहाँ से चली गई। लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक माता सीता के जीवन की रक्षा करने तथा उसे उसके दुस्साहस का उत्तर देने के लिए काटी थी। यही घटना ही माता सीता के हरण और रावण वध का कारण बनी थी।
इस तरह से आज आपने लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक क्यों काटी, इस प्रश्न का उत्तर जान लिया है। दरअसल इसी घटना के बाद ही सूर्पनखा ने अपने भाई रावण को भड़काने और उसे सीता की सुंदरता के बारे में बताकर उत्तेजित करने का काम किया था। शूर्पणखा का यही अहंकार उसके सभी भाइयों सहित राक्षस सेना के अंत का कारण बना था।
शूर्पणखा की नाक कटने से संबंधित प्रश्नोत्तर
प्रश्न: लक्ष्मण ने सूर्पनखा की नाक क्यों काटी?
उत्तर: लक्ष्मण ने माता सीता की रक्षा करने के लिए सूर्पनखा की नाक काट दी थी। जब सूर्पनखा माता सीता को खाने के लिए दौड़ी थी तभी यह घटना हुई थी।
प्रश्न: लक्ष्मण जी ने शूर्पणखा की नाक क्यों काटी?
उत्तर: शूर्पणखा अपने अहंकार में चूर होकर माता सीता को खाने के लिए दौड़ी थी। यह देखकर लक्ष्मण ने अपनी तलवार निकाल कर उसकी नाक काट दी थी।
प्रश्न: लक्ष्मण ने सूर्पणखा की नाक क्यों काटी?
उत्तर: सूर्पनखा को अपने रूप व पद का बहुत अहंकार हो गया था। वह किसी को कुछ नहीं समझती थी जिस कारण उनकी नाक काटकर उसके इस अहंकार का अंत करना आवश्यक था।
प्रश्न: रामायण के बाद शूर्पणखा का क्या हुआ?
उत्तर: रामायण में रावण के मरने के बाद शूर्पणखा का उल्लेख किसी भी धर्म ग्रंथ में देखने को नहीं मिलता है। ऐसे में रामायण के बाद उसका क्या हुआ, यह कहना कठिन है।
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